सूरत से इस शहर के लिए दोपहर के समय शुरू होगी फ्लाइट!


सूरत से दिल्ली जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण विमान कंपिनयों को सूरत से दिल्ली के बीच फ्लाइट शुरू करने से अच्छे व्यापार की उम्मीद है। इसे देखते हुए आगामी दिनों मं एक विमान कंपनी ने 13 अगस्त से सूरत से दिल्ली के बीच फ्लाइट शुरू करने का फैसला किया है। य़ह फ्लाइट दोपहर के समय सूरत से उडान भरेगी। 


सूरत के कपड़ा व्यापारी तथा अन्य उद्यमियो सहित अन्य लोग बड़ी संख्या में दिल्ली जाते हैं। कोविड के पहले सूरत से रोजाना 6 फ्लाइट ऑपरेटर थे। हालांकि, फिलहाल 4 उड़ानें हैं और 13 तारीख को एक और उड़ान जोड़ी जा रही है। दोपहर के भोजन के दौरान कोई उड़ान नहीं होने के कारण शुरू करने की मांग की गई थी, जिसे अब पूरा किया जा रहा है।

 दिल्ली देश की राजधानी है और दिल्ली से अन्य प्रमुख शहरों के लिए सीधी कनेक्टिविटी उत्तर-पूर्व, उत्तर और यूपी के लिए उपलब्ध है। इसलिए भी लोग सूरत से दिल्ली जाकर फ्लाइट बदल लेते हैं। सूरत से दिल्ली की दोपहर की फ्लाइट शुरू होने के कारण लोगों और एक विकल्प मिलेगा। 


उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण बीते दिनो सूरत से कई विमान कंपनियों ने फ्लाइट बंद कर दी थी। अब कोरोना नियंत्रण में होने के कारण विमान कंपनिया फिर से फ्लाइटें बहाल कर रही है। 

सूरत: दूसरी लहर के बाद पहली बार सूरत एयरपोर्ट पर सोमवार को 1000 यात्री दर्ज हुए

स्पाइसजेट एयरलाइंस ने कोरोना की दूसरी लहर के चलते सूरत एयरपोर्ट से सभी उड़ानें निलंबित कर दी थी। एयर इंडिया ने भी सप्ताह में 2-3 दिन एक ही उड़ानें चलाई। इंडिगो ने सप्ताह में तीन दिन दिल्ली-बेंगलुरु की एक उड़ान संचालित की। हालांकि बहुत कम यात्री मिले।

सूरत और देश के अन्य शहरों में कोरोना की स्थिति में सुधार होते ही अब पांच उड़ानें रवाना हो रही हैं और पांच सूरत से आ रही हैं.कोरोना की दूसरी लहर के बाद सोमवार को एक ही दिन में 1030 यात्री दर्ज हुए। जिसमें से 478 सूरत आए और 552 यात्री सूरत से रवाना हुए।

कुछ हवाई अड्डों पर टीके की दो खुराक लेने वाले यात्रियों के लिए RTPCR परीक्षण की सिफारिश नहीं की जाती है। लेकिन सूरत एयरपोर्ट पर RTPCR टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। इससे सूरत के यात्री कम आ रहे हैं। कोरोना में संक्रमण से पहले सूरत हवाईअड्डे से यात्रियों की संख्या 1.75 लाख प्रतिवर्ष पहुंच गई थी।


मानसून से पहले सूरत एयरपोर्ट पर रनवे फ्रिक्शन टेस्टिंग की गई। जिसमें रनवे के कुछ हिस्सों से रबर हटाकर नए बिछाए गए। इसके अलावा, रनवे की ताकत का परीक्षण करने के लिए हाई-स्पीड कारों को चलाया गया। जिसका आज निरीक्षण भी किया गया।