लालगेट में रहने वाले एक 28 वर्षीय व्यापारी को लॉकडाउन के दौरान व्यापार में नुकशान होने के कारण वह अपनी किडनी बेचने को तैयार हो गया। इस चक्कर में 4 करोड़ रुपये पाने की ऑफर में 20 लाख रुपये का गंवाना पड़ा। कीडनी बेचने के लिए तैयार व्यापारी ने सोशल मीडिया पर किडनी सर्च करते हुए एक ऑनलाइन विज्ञापन पढ़ा, जिसमें बताया गया था कि कीडनी देने वाले को 4 करोड़ रुपये देंगे।
किडनी का ऑनलाइन विज्ञापन देखकर व्यापारी ने उसके मोबाइल से संपर्क कर अपनी कीडनी बेचने का फैसला किया। व्यापारी ने सोचा कि कीडनी बेचकर कर्ज चुकाकर व्यापार शुरू करेगा। ठगों के गिरोह ने व्यापारी को समझाने के लिए पहले वॉलेट में दो करोड़ रुपये की राशि दिखाई और स्क्रीन शोट का फोटो भेजी। इसके बाद गिरोह ने व्यापारी को दो करोड़ रुपये देने के लिए 20 लाख रुपए वसूल लिए। व्यापारी से रजिस्ट्रेशन, जीएसटी समेत अलग-अलग चार्ज के नाम पर पेटीएम और बैंक खाते से 20 लाख मंगवा लिए।
व्यापारियों के साथ ऑनलाइन ठगी जनवरी से 21 मार्च के बीच हुई। 2 करोड़ रुपये पाने के चक्कर में 20 लाख रुपए एडवांस लेने के लिए व्यापारी ने रिश्तेदारों और दोस्तों से 20 लाख रुपये उधार ले लिए। कारोबारी ने इस संबंध में साइबर क्राइम में शिकायत भी दर्ज करायी है। जिसके आधार पर साइबर क्राइम ने जांच का दौर शुरू कर दिया है। सूरत में किडनी बेचने में किसी व्यापारी के साथ ठगी का यह पहला मामला है।