सड़क पर मिला रूपए से भरा पर्स, महिला कॉन्स्टेबल ने मालिक को लौटाया

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वराछा निवासी महिला ट्रैफिक कांस्टेबल को ड्यूटी के दौरान नकद से भरा हुआ छ एटीएम वाला पाकिट पर्वत पाटिया क्षेत्र के कबुतर सर्कल केशवनगर चौराहे पर मिला। एटीएम कार्ड के साथ-साथ ड्राइविंग लाइसेंस और चुनाव कार्ड सहित महत्वपूर्ण मूल दस्तावेज भी थे। एटीएम कार्ड के नंबर और दस्तावेजो गंभीरता को देखकर महिला ने फौरन युवक की तलाश शुरू कर दी।

महिला कांस्टेबल ने अपने अन्य रिश्तेदारों की मदद से युवक से संपर्क करने की कोशिश की। दस्तावेज़ में अलग-अलग पते होने के कारण ढूंढने में दिक्कत हुई। कुछ डोक्यूमेन्ट में लंबे हनुमान रोड और कुछ में मातावाड़ी का पता था। हालांकि महिला ने होंशियारी दिखाते हुई वोटिंग कार्ड नंबर से दस्तावेजों की जांच कर युवक को पर्स लौटा दिया।

ट्रैफिक कांस्टेबल रिताबेन ने बताया कि जब पर्स मिला तो पर्स में युवक और उसके परिवार के सदस्यों के 7 से 8 एटीएम कार्ड थे। इसलिए बिना समय बर्बाद किए मैंने जांच शुरू की। हालांकि एक जगह पर अपार्टमेंट और दूसरी जगह सोसायटी का पता होने के कारण उसे ढूंढने में करीब एक घंटे का समय लग गया।

मैं अपने चचेरे भाई की मदद से युवा मयूर मंदानी के पिता तक पहुंचने में सफल रहा। मूल आधार कार्ड और लाइसेंस से चेक करने के बाद मैंने पर्स मयूरभाई को लौटा दिया और अपनी ड्यूटी कर दी। मैं ईडर, साबरकांठा का मूल निवासी हूं। मैं पिछले 18 महीनों से रीजन-1 में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत हूं। महिला ट्रैफिक कॉन्स्टेबल की ईमानदारी की चर्चा पुलिस महकमें में चर्चा का विषय बना है।

रोंग साइड पर साइकल चलाने वाले को पुलिस ने पकडाया मेमो!

पांडेसरा हाउसिंग बोर्ड में रहने वाले राज बहादुर यादव को गुरुवार की सुबह सचिन नोटिफाइड क्षेत्र के पास सचिन इंडस्ट्रियल स्थित लूम्स खाते में नौकरी के लिए रोंग साइड पर साइकिल चलाते जा रहे थे। उस समय पुलिस ने रोक लिया।

ट्रैफिक में ड्यूटी पर कार्यरत कोन्स्टेबल कोमल डांगर ने राज बहादुर को न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आरटीओ सूरत लिखकर 100 रुपये का मेमो देकर जाने दिया। पुलिस ने पहले साइकिल का एमवी एक्ट का मेमो दिया इसके बाद जीवी एक्ट का मेमो दिया। हालाँकि साइकल चालक को मेमो सूरत में शायद पहली बार दिया गया होने से पूरे शहर में चर्चा का विषय बना है।


मेमो बनने के बाद साइकिल जमा नहीं की गई, राज बहादुर ने कहा। मैंने जुर्माना भी नहीं वसूला है।यातायात एसीपी एच.डी. मेवाड़ा ने कहा कि साइकिल को मेमो दिया जा सकता है, हालांकि इस मेमो में जीपी एक्ट 99 और 117 के बजाय मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 184 का उल्लेख करना उचित नहीं है।

सूरत ट्रैफ़िक पुलिस अब एटीएम और क्रेडिट कार्ड से भी वसूल लेगी पैनल्टी

ट्रैफिक दंड वसूलने के सूरत पुलिस गुजरात मेंपहली बार डिजिटल बनेगी।सूरत पुलिस अब दंड वसूलने के लिए डिवाइस का उपयोग करेगी। गुजरात में पहली बार सूरत में ट्रैफिक पुलिस ट्रैफ़िक के नियमों का भंग करने वाले वाहन चालकों से पेनल्टी लेने के लिए डिजिटल डिवाइस दिया गया है।प्रायोगिक तौर पर 50 डिवाइस खरीदे गए है।

शहर के अलग-अलग पॉइंट पर तैनात ट्रैफिक को 50 महीने दिए गए हैं। अब तक कई बार ऐसी शिकायत उठती थी कि ट्रैफिक पुलिस को दंड घटना स्थल पर ही लेने की छूट होने के बावजूद वह आरटीओ का मेमो दे देते हैं। इसके अलावा कई लोग उनके पास नकद नहीं है। कई लोग कहते है कि उनके पास नक़द नहीं है।

इन समस्याओं से निपटने के लिए पुलिस ने अब डिजिटलाइजेशन का सहारा लिया है। अब डेबिट और क्र्ेडिट कार्ड से भी लोग भुगतान कर सकेंगे।डिजिटल डिवाइस में वाहन चालक ने जो नियम भंग किया है उस दंड की रकम के साथ उसकी धाराएं भी अपलोड की गई है। जिस वाहन चालक में नियम का भंग किया है।

उसका फोटो भीडिवाइस की मदद से खींचा जा सकेगा। बताया जा रहा है कि इससे पुलिस कर्मचारियों को रुपए का हिसाब मौखिक रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सारे हिसाब किताब सीधे मशीन में ही फिट हो जाएंगे। गुजरात में इस तरह का प्रयोग करने वाली सूरत पुलिस पहली होगी। पुलिस का कहना है कि इससे पारदर्शिता भी बढ़ेगी।

सूरत में सड़क दुर्घटना में मरने वालों की एक साल में दो गुना हो गई!

केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से बार बार प्रयास किए जा रहे हैं कि सड़क दुर्घटनाओं की संख्या कम होनी चाहिए। जिसके चलते रोड यातायात के नियमों में भी कई परिवर्तन किए जा चुके हैं। इसके बावजूद लोगों की लापरवाही के कारण यह घटनाएँ बढ़ रही है।

गुजरात का सूरत शहर कोस्मोपॉलिटन शहर बन चुका है। यहाँ पर टेक्सटाइल, डायमंड सहित अन्य कई उद्योग होने के कारण बड़ी संख्या में यातायात होता है। ऐसे में यहाँ पर सड़क दुर्घटनाओं की संख्या भी अधिक है इसे रोकने के लिए भी प्रशासन कड़े क़दम उठा रहा है।

सूरत में, पुलिस आयुक्त कार्यालय में 38वें शहर सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक पुलिस आयुक्त अजय तोमर की अध्यक्षता में हुई। जिसमें शहर में ट्रैफिक की समस्या को दूर करने पर चर्चा की। ड्राइवरों ने ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन करें और उल्लंघन करने वाले ड्राइवरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाने पर चर्चा की गई।

पुलिस आयुक्त की अध्यक्षता में बैठक में लिए गए एक निर्णय के अनुसार, चालक का लाइसेंस अब गलत साइड पर गाड़ी चलाने और ड्राइविंग करते समय मोबाइल पर बात करने पर निलंबित कर दिया जाएगा।तेज गति के ड्राइवरों के साथ-साथ रोंग साईड जिन ड्राइवर को ई-मेमो मिलेगा उनके भी ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त होंगे। पुलिस आयुक्त ने कहा कि यातायात नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से दुर्घटनाओं और यातायात की समस्याओं को रोका जा सकेगा।

पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पिछले साल सूरत शहर में दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 282 हो गई है पिछले साल 141 थी। पिछले साल की तुलना में गंभीर दुर्घटनाओं में 40 फीसदी की कमी आई है। सार्वजनिक जागरूकता के साथ-साथ यातायात पुलिस के प्रभावी संचालन के परिणामस्वरूप कोरोना महामारी में लागू लॉकडाउन में परिवहन की कमी के कारण दुर्घटनाओं और घातक दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है।


तोमर ने कहा कि यातायात नियमों को प्रभावी बनाया जाएगा। कपड़ा बाजार क्षेत्रों में यातायात विनियमन की अधिक आवश्यकता है। कपड़ा एसोसिएशन और व्यापारियों के साथ लोडिंग रिक्शा और माल ढुलाई टेम्पो की पार्किंग समस्या को हल करने के लिए एक बैठक आयोजित की जाएगी।

उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले नए साल में यातायात, घातक दुर्घटनाओं, दंडात्मक कार्यवाही, ई-मेमो जैसे डेटाबेस के अध्ययन के आधार पर यातायात विनियमन को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। बैठक में यातायात नियमों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
पुलिस आयुक्त ने उम्मीद जताई कि आने वाला नया साल 2021 शहर में ट्रैफिक समस्या के समाधान में सुधार और बदलाव को नए जोश और उत्साह के साथ देखेगा। इस संबंध में, उन्होंने पुलिस विभाग और नगर निगम (MCI) से बेहतर समन्वय के लिए काम करने का अनुरोध किया।

शैक्षिक, धार्मिक और मनोरंजक स्थानों के साथ-साथ सड़क जंक्शनों और चित्रित सड़कों पर दुर्घटनाओं, स्पीड ब्रेकर और ज़ेबरा क्रॉसिंग को रोकने की योजना बनाई गई। नियमित आधार पर दबावों को कम करने के तरीकों के साथ-साथ सड़क सुरक्षा, यातायात नियमों और कानूनी मार्गदर्शन के लिए सार्वजनिक जागरूकता कार्यक्रमों पर व्यापक चर्चा हुई।

चौक से स्टेशन, राजमार्ग होकर जाना है तो यह जरूर पढे नही तो समय बिगडेगा


यदि आप को इन दिन चौक से सूरत स्टेशन तक जाना है तो आप के लिए यह खबर वाकई बड़े काम की साबित होगी।सूरत स्टेशन से चौक तक की सडक पर डेढ़ किलोमीटर क्षेत्र में पानी की 30 से 35 साल की पुरानी लाइन बदलने का काम चल रहा है। सोमवार से भागल चार रस्ता से चौक बाजार तक के दाएं तरफ के रास्ते पर पानी की लाइन डालने के कार्यवाही शुरू हो जाएगी।

मेन्टेनेस कार्रवाई 40 दिन तक चलेगी। जिसके चलते प्रशासन ने एक और वाहन व्यवहार पर प्रतिबंध लगा दिया है। एक तरफ की सड़क खुली होने के कारण चक्का जाम की स्थिति बन सकती है। हालांकि राजमार्ग का एक रास्ता बंद होने से लोग भागल से चौक आने के लिए कोर्ट क्षेत्र की आंतरिक गलियों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

स्टेशन से चौक जाने वाले वाहनों को भागल चार रस्ता से सैयदपुरा पंपिंग स्टेशन होकर मुगलसराय मेन रोड से चौक बाजार जाना होगा। चौक बाजार से स्टेशन जाने के लिए वाहन चालकों को मुगलसराय से सैयदपुरा पंपिंग स्टेशन होकर भागल चार रस्ता अथवा रामपुर आश्रम रोड से लाल दरवाजा मेन रोड होकर स्टेशन जा सकेंगे।

इस दौरान यदि वाहनचालको को जल्दी जाना हो तो वह दूसरे मुख्य मार्ग का उपयोग कर सकते हैं। हालाकि लंबे समय के बाद पानी की पाईप लाइन का मैन्टेनेंस का काम चलने के कारण लोगों को 40 दिन का इंतजार करना पडेगा। यानि की अब फरवरी महीने में ही लोगों को पूरी खुली सडक का लाभ मिलेगा।