यूपीएससी की परीक्षा में सूरत के स्टुडेन्ट ने किया नाम रौशन


यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन के घोषित परिणाम में सूरत के कार्तिक जीवाणी ने पूरे राज्य में प्रथम क्रमांक हासिल कर सूरत का नाम रोशन किया है। आईपीएस कैडर की ट्रेनिंग के साथ ही उन्होंने परीक्षा की तैयारी कर पूरे देश में 84वां क्रमांक हांसिल किया है।

कार्तिक को अब इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस कैडर में जुड़ने की इच्छा है। कार्तिक जीवाणी ने 2017 में परीक्षा दी थी तब वह सफल नहीं हो सके थे लेकिन, 2 साल की मेहनत के बाद फिर से उन्होंने 2019 में गुजरात में प्रथम और पूरे देश में 94वां स्थान हासिल किया था। इसके कारण उन्हें आईएएस के स्थान पर आईपीएस केडर में एडमिशन मिला था।

वह आईपीएस की ट्रेनिंग हैदराबाद में लेते हुए अपने आईएएस को सपना बनाए हुए थे। उन्होंने फिर परीक्षा दी और सफल हो गए वराछा में लेबोरेटरी चलाने वाले नागजी भाई जीवाणी के पुत्र कार्तिक जीवाणी का कहना है कि जब सूरत में प्लेग फैला था तब उनका जन्म हुआ था। उन दिनों सूरत में कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं था उन दिनों की बात सुनी है।

जिसमें की एसआर नाम के पालिका कमिश्नर में सूरत की भौगोलिक स्थिति बदल थी।उनकी बातें सुनकर मुझे भी आईएएस ऑफिसर बनने का मन होने लगा। बीते साल सिर्फ दो रैंक नीचे आने के कारण मुझे आईएएस कैडर नहीं मिला था। मैं आईएएस में ज्वाइन करके प्रयास करूंगा।

उल्लेखनीय है कि यूपीएससी परिणामों में सूरत के कार्तिक नागजी भाई जीवाणी को देशभर में 84 वां स्थान मिला है। यदि उनकी इच्छा के अनुसार आईएएस केडर मिलता है तो वह सूरत के प्रथम आईएएस ऑफिसर बनेंगे।