यूनाइटेड फोरम ऑफ़ बैंक यूनियन की ओर से आगामी 24-25 मार्च को दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार यूनियन का कहना है राष्ट्रीयकृत बैंकों में लंबे समय से नई भर्ती नहीं की जा रही बल्कि नई भर्ती के स्थान पर अप्रेंटिस के तौर पर नए लोग शामिल किया जा रहे हैं और उनसे काम करवाया जा रहा है।इसके चलते बैंकों में दिन प्रतिदिन कार्य का भार बढ़ रहा है। कार्य का भार घटाने के लिए कमी कर्मचारियों की भर्ती पर रोक लगा दिया गया है।

नई पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना की मांग यूनियन कर रहा है। इसके अलावा यूनियन का कहना है कि स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में 13000, बैंक ऑफ़ बड़ौदा में 4000, यूनियन बैंक आफ इंडिया में 2500 कर्मचारियों के स्थान पर अप्रेंटिस की भर्ती की गई है। सरकार के यह रवैया के खिलाफ बैंक कर्मचारियों में नाराजगी है अन्य सरकारी विभागों की तरह बैंकों में भी 5 दिन काम होना चाहिए तथा आउटसोर्सिंग भी बंद करनी चाहिए।

सरकार की नीतियों के खिलाफ यूनाइटेड फॉर्म ऑफ बैंक यूनियन में आगामी 24-25 मार्च को देश व्यापी हड़ताल का आंदोलन किया है। 24-25 तारीख को बैंक कर्मचारी यूनियन के नेतृत्व में नई भर्ती करने, पुरानी पेंशन योजना शुरू करने, 5 दिन की बैंकिंग सेवा शुरू करने तथा ऑफिसर के डायरेक्टर की नियुक्ति करने सहित कई आवश्यक बातें सरकार के समक्ष रखेंगे।

सेन रियल एस्टेट टाइम्स द्वारा आयोजित 8वीं अंतर्राष्ट्रीय रियल एस्टेट पुरस्कार और सम्मेलन 28 फरवरी 2025 से 5 मार्च 2025 तक बैंकॉक और पटाया, थाईलैंड में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में वर्ल्डवाइड प्रॉपर्टी शीर्षक प्रायोजक के रूप में और द एम्बेसी ग्रुप प्लैटिनम प्रायोजक के रूप में शामिल हुए। रियल एस्टेट उद्योग की जानी-मानी हस्तियों और विशेषज्ञों की भागीदारी ने इस आयोजन को और भी प्रभावशाली बनाया।सम्मेलन के दौरान, प्रतिभागियों के लिए थाईलैंड में विभिन्न परियोजनाओं का स्थल दौरा आयोजित किया गया, जिसमें स्थानीय डेवलपर्स ने रियल एस्टेट बाजार, वर्तमान रुझानों, निवेश अवसरों और भविष्य की विकास योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। इससे सदस्यों को थाईलैंड के रियल एस्टेट क्षेत्र का प्रत्यक्ष अनुभव मिला, जो वैश्विक निवेश और साझेदारी के नए अवसर प्रदान करता है।

सूरत स्थित अधिवक्ता प्रीति जोशी ने अंतर्राष्ट्रीय कानूनी मामलों पर जानकारी प्रदान की, जो रियल एस्टेट निवेश और व्यावसायिक अनुबंधों के लिए महत्वपूर्ण हैं। सूरत के सी.ए. मयूर मेहता ने प्रतिभागियों को रियल एस्टेट के अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय पहलुओं, कर नियोजन और निवेश अवसरों के बारे में जानकारी दी। इन व्याख्यानों ने प्रतिभागियों को वैश्विक रियल एस्टेट के कानूनी और वित्तीय पहलुओं की गहन समझ प्रदान की।विशेष अतिथियों को थाईलैंड के डेवलपर्स के हाथो से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इनमें थाईलैंड से एपिचार्ट गुलाटी (ग्रांडे कैरेबियन कोंडो रिज़ॉर्ट), अमेरिका से जवाहर डोडानी (भूमि गुरु), सूरत से अधिवक्ता प्रीति जोशी और सी.ए. मयूर मेहता, नवसारी से वास्तु शास्त्री विनोद राठौड़, मुंबई से जिग्नेश जोशी (निदेशक, जोशी इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स), कीर्ति अजमेरा (अध्यक्ष, रोटरी क्लब ऑफ मुंबई खार), प्रमोद पटोदिया (द बाइक हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड), अरविंद भानुसाहली (उपाध्यक्ष, द एस्टेट एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया), वडोदरा से ललित परमार (अध्यक्ष, वडोदरा प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स एसोसिएशन), पुणे से रवि शर्मा (अध्यक्ष, रियलटर्स एस्टेट एसोसिएशन पुणे) और छत्तीसगढ़ से महेश आर्य (अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ रियल एस्टेट एसोसिएशन) शामिल थे। इस प्रकार, पूरे भारत से रियल एस्टेट से जुड़े प्रतिनिधियों को पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

केंद्र सरकार की ओर से छोटे और मध्यम वर्गीय उद्यमियों के लिए कई योजनाएं शुरू की गई है लेकिन कई कारणो से छोटे उद्योगों को बैंक से लोन लेने में बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बैंक की ओर से कई कारणों से छोटे उद्यमियों को टाल दिया जाता है। इस बारे में चेंबर ऑफ कॉमर्स ने रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया की अहमदाबाद में आयोजित मीटिंग में गुहार लगाई है।

नई गाइडलाइन रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के डिप्टी गवर्नर स्वामीनाथन जानकी रमन की अध्यक्षता में सोमवार को अहमदाबाद में स्टैंडिंग एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग हुई।‌इसमे एमएसएमई मंत्रालय के अधिकारी, वित्त मंत्रालय के अधिकारी बैंकों के अध्यक्ष मैनेजिंग डायरेक्टर तथा सहित अलग-अलग औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। इस मीटिंग में चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। चेंबर के प्रतिनिधियों ने कहा कि बैंकों की ओर से छोटे उद्योगों को लोन देने के लिए प्रोविजनल बैलेन्सशिट सीए सर्टिफाइड कराने को कहा जाता है। परंतु सीए के पास ऐसी कोई अधिकार ही नहीं है।इसलिए इस तरह के डॉक्यूमेंट व्यापारी पेश नहीं कर पाते। इस समस्या को दूर करने के लिए रिजर्व बैंक आफ इंडिया को नई गाइडलाइन जारी करना चाहिए।

कई बैंक के जीएसटी कंपोनेंट को भी फाइनेंस नहीं करती।इस बारे में भी नियम बनाने चाहिए। सूरत में इनवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर के कारण यहां माल खरीदने वाले को 25% मार्जिन और 18% जीएसटी इस तरह 43 प्रतिशत चुकाना पड़ता है। खरीदने वाले को यह लाभ भी नहीं मिलता। जीएसटी कंपोनेंट को भी फाइनेंस किया जाना चाहिए। छोटे उद्योगों को टैक्स क्रेडिट फंड ट्रस्ट फॉर माइक्रो एंड स्मॉल एंटरप्राइज के अंतर्गत लोन लेने जाते हैं तब बैंक लोन देने से इनकार कर देते हैं। प्राइवेट बैंक भी लोन नहीं देते। यह जानकारी भी चेंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से दी गई।यदि कोई उद्यमी प्राइवेट बैंक में से पीएसयू बैंक अथवा पीएसयू बैंक में से प्राइवेट बैंक में लोन टेकओवर किया जाता है तो गारंटी फॉरमैट के कारण काउंटर गारंटी देने में भी खूब विलंब किया जाता है। 6- 7 महीने तक गारंटी टेकओवर की प्रक्रिया चलते रहती है।इसलिए काउंटर गारंटी के लिए एक फॉर्मेट जारी करना चाहिए जो की सभी बैंकों को स्वीकार्य हो।

क्लस्टर की व्याख्या के अनुसार सूरत टेक्सटाइल क्लस्टर है। सूरत में टेक्सटाइल के अंदर पांच अलग-अलग सब क्लस्टर भी है। जिसमें की वीविंग,स्पिनिंग,डाईग और तथा प्रिंटिंग के साथ टेक्सचराइजिंग भी शामिल है। साथ ही सूरत में डायमंड और ज्वेलरी भी क्लस्टर भी है। यहां पर केमिकल का उत्पादन भी बड़े पैमाने पर होता है। इसलिए केंद्र सरकार की क्लस्टर डेवलपमेंट स्कीम का लाभ टेक्सटाइल के अलावा अन्य क्षेत्रों को भी मिलना चाहिए। वर्तमान समय में मंदी का दौर है। लगातार 5-6 साल तक बैंकों का लोन देने के बाद भी बैंक 1 वर्ष के लिए भी हैंड होल्डिंग की व्यवस्था नहीं देते बल्कि बैंकों की ओर से नों कंप्लायंस की पेनल्टी भी लगाई जाती है जिससे कि मंदी के दौर से गुजर रहे व्यापारी का अकाउंट एनपीए में चल जाता है।इसलिए आरबीआई को पॉलिसी में परिवर्तन करना चाहिए इस साल बजट में मुद्रा योजना की सीमा 10 लाख से बढ़कर 20 लाख कर दी गई है लेकिन बैंक इसे फॉलो नहीं कर रहे।इस बारे में भी चेंबर ऑफ कॉमर्स ने रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के डिप्टी गवर्नर का ध्यान दिलाया ।

रिंगरोड स्थित टेक्सटाइल मार्केट में शिवशक्ति मार्केट में लगी आग के लिए फायर डिपार्टमेंट ने फायर एनओसी देने वाली एजेंसी से पूछताछ शुरू की थी। जिस आधार पर फायर एनओअसी से दिया गया था वह डॉक्यूमेंट मांगे थे। मंगलवार को एजेंसी की ओर से डॉक्यूमेंट और फोटोग्राफ पेश किए गए जिसे देखकर फायर अधिकारी ने सब कुछ नियम के अनुसार किया गया है ऐसा बताया। अर्थात की फायर से एनओसी देने वाली एजेंसी को क्लीन चीट दे दी।

सूरत महानगर पालिका के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गत बुधवार शिव शक्ति टेक्सटाइल मार्केट में आग लगी थी।‌इस आग में करोड़ों रुपए का माल सामान जलकर खाक हो गया। फायर डिपार्टमेंट की गाड़ी जब आग बुझाने जा रही थी तब ट्रैफिक के कारण भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा। साथ ही मेन गेट के अंदर हाइड्रोलिक मशीन नहीं जाने से भी परेशानी हुई थी। मार्केट में पार्किंग के स्थान पर दुकान बना दी गई है इसलिए वहां पर जगह भी नहीं बची। साथ ही दुकानों की खिड़कियों पर लगी लोखंड की ग्रिल के कारण पानी का फोर्स तेजी से नहीं जा पा रहा था। इस तरह की कई असुविधाओं का सामना करना पड़ा।जिसे देखते हुए ऐसा कहा जा रहा था कि फायर एनओअसी किस तरह इस मार्केट को दे दी गई। इसलिए फायर डिपार्टमेंट ने भी एजेंसी को डॉक्यूमेंट के साथ बुलाया था।

मंगलवार को एजेंसी के संचालक निकुंज पडसालाउपस्थित हुए उन्होंने तारे डॉक्यूमेंट और मॉक ड्रिल के समय के फोटो आदि पेश किया। चीफ फायर ऑफिसर वसंत पारीक ने बताया कि सब कुछ नियम के अनुसार हुआ है। उल्लेखनीय है कि व्यापारियों के करोड़ों रुपए का नुकसान हो गया मार्केट में लगी आग को बुझाने में भी 36 घंटे का समय लगा साथ-साथ ही कई असुविधाओं गांव का सामना करना पड़ा इसके बावजूद फायर डिपार्मेंट ने फायर सेफ्टी एजेंसी को क्लीन चिट दे दी। ऐसे में सवाल उठता है कि इस तारीख के लिए जिम्मेदार कौन है। क्या इसी तरह से आगकी घटनाओं के लिए कोई जिम्मेदार नहीं होगा। इस तरह के सवाल लोगों के मन में उठने लगे हैं।

सूरत सूरत महानगरपालिका की ओर से शहरीजनों के स्वास्थ्य तथा पर्यावरण संरक्षण हेतु कुछ वर्षों पहले बाइसिकल शेयरिंग का प्रोजेक्ट शुरू किया गया था।। इस सिस्टम के अंतर्गत शहर के तमाम जोन में साइकिल स्टैंड बनाए गए थे।जहां से की लोग कम किराए दर से साइकिल राइडिंग के लिए ले सकते थे।शुरुआती दिनों में जोर-जोर से शहरी जनों ने इसमें उत्साह दिखाया और बाद में शहरीजनों का जोश कम हो गया।

कई साइकिल स्टैंड पर साइकिलों की हालत खस्ता हाल नजर आती है। वहीं साइकिल स्टैंड की हालत भी बुरी हो गई है। कई लोगों ने साइकिल स्टैंड पर पड़ी साइकिलों का उपयोग कपड़ा सुखाने के लिए शुरू कर दिया है तो कई स्थानों पर साइकिल स्टैंड के आगे अतिक्रमण हो गया है।कुल मिलाकर कह सकते हैं कि जिस उद्देश्य से साइकिल का प्रोजेक्ट शुरू किया गया था।वह उद्देश्य सार्थक नहीं हो पा रहा। लाखों रुपए के खर्चे से शुरू किए गए इस प्रोजेक्ट में एक और साइकिलों की हालत बिगड़ रही है वहीं दूसरी ओर साइकिल स्टैंड पर भी देखरेख का भाव नजर आ रहा है।

सूरत महानगरपालिका के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पालिका ने इस प्रोजेक्ट के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया है। वर्ष 2024 में कुल 81084 लोगों ने साइकिल का उपयोग किया जो की 44,85,845 घंटे तक लोगों ने साइकिल की राईडिंग की। बताया जा रहा है कि कोरोना काल में लोगों में अचानक से स्वास्थ्य के प्रति उत्साह जगा था जो की अब पहले जैसा नहीं है इसके चलते लोगों ने साइकलिंग भी काम कर दी है। साइकिल का उपयोग कम होने के कारण कई स्टैंड पर तो साइकिल है ऐसे ही पड़ी है। बहुत कम संख्या में लोग इनका उपयोग कर रहे हैं। इसके चलते साइकिलों की भी दुर्दशा हो रही है।हालांकि पालिका की ओर से साइकिल के रखरखाव के लिए बारंबार एजेंसी को सूचना भी दी जाती है।साथ ही दंड भी दिया जाता है।

वर्तमान समय की बात करें तो तमाम साइकिल स्टैंड पर कुल 1267 साइकिल है रखी गई है। पालिका की ओर से करोड़ों रुपए के खर्चे से शुरू किया गया यह प्रोजेक्ट धूल खा रहा है। क्योंकि बड़ी संख्या में साइकल मेंटेनेंस के अभाव में खराब हो रही है। सूरत महानगरपालिका ने 5 साल के लिए 8,91 करोड रुपए का खर्च तय किया है। लेकिन लोगों की उदासीनता के चलते इसके पीछे पैसे खर्च करना रुपए बर्बाद करना साबित होगा। सेंट्रल जोन में 152 वराछा ए जॉन में 95 वराछा बी जोन में 134 नॉर्थ जोन में 90लिंबायत जॉन में 85अठवां जोन में 343उधना ए और बी जोन में 102 रांदेर जोन में 139 10% स्पेर साइकिल 127

देशभर में व्यापारिक संगठनों द्वारा सिविल सोसाइटी के साथ सेमिनार और वर्कशॉप का आयोजन*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा प्रस्तावित “वन नेशन, वन इलेक्शन” (एक राष्ट्र, एक चुनाव) एक दूरदर्शी कदम है, जो देश में राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक मजबूती और सुशासन को सुनिश्चित करेगा। इस ऐतिहासिक पहल के समर्थन में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट ) ने देश भर में एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने की घोषणा की है।

कैट के राष्ट्रीय महामंत्री तथा चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि इस अभियान के तहत देशभर में विभिन्न व्यापारिक संगठनों के माध्यम से सेमिनार, वर्कशॉप और संवाद सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें चुनाव सुधारों, आर्थिक प्रभाव और समाज तथा व्यापार जगत पर सकारात्मक प्रभाव जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी।कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया का मानना है कि बार-बार चुनाव होने से देश की आर्थिक प्रगति बाधित होती है, सरकारी नीतियों का कार्यान्वयन धीमा हो जाता है और व्यापारिक गतिविधियों पर नकारात्मक असर पड़ता है। यदि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाएँ, तो इससे व्यापार, उद्योग और अर्थव्यवस्था को स्थिरता मिलेगी, साथ ही सरकार की नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद मिलेगी।

अभियान की मुख्य विशेषताएँ:

देशभर में जागरूकता अभियान: व्यापारिक संगठनों के माध्यम से “वन नेशन, वन इलेक्शन” की जानकारी आम जनता और व्यापारियों तक पहुँचाई जाएगी। सेमिनार और वर्कशॉप: विभिन्न राज्यों में व्यापार संगठनों द्वारा विशेषज्ञों के साथ परिचर्चाएँ आयोजित की जाएँगी। विशेषज्ञों की भागीदारी: चुनाव सुधार विशेषज्ञ, अर्थशास्त्री, कानूनी विशेषज्ञ और नीति निर्धारकों को आमंत्रित किया जाएगा।व्यापारियों की राय: इस अभियान के तहत देशभर के व्यापारियों से सुझाव और समर्थन जुटाए जाएँगे।

खंडेलवाल ने कहा की “वन नेशन, वन इलेक्शन से देश का लोकतांत्रिक ढांचा और मजबूत होगा, विकास कार्यों की रफ्तार तेज़ होगी और व्यापार जगत को स्थिरता मिलेगी। बार-बार चुनाव होने से सरकारी मशीनरी पर भारी आर्थिक बोझ पड़ता है और प्रशासन ठप हो जाता है। देश भर के व्यापारी कैट के झंडे तले इस ऐतिहासिक पहल का पूर्ण समर्थन करता है और इसे सफल बनाने के लिए देशभर में व्यापक जनजागरण अभियान चलाएगा।

कैट का यह अभियान व्यापारी वर्ग, सिविल सोसाइटी, नागरिक, समाज और नीति निर्धारकों को एक मंच पर लाकर “वन नेशन, वन इलेक्शन” की आवश्यकता पर सार्थक संवाद स्थापित करेगा। प्रधानमंत्री मोदी के इस दूरदर्शी कदम से देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था और आर्थिक ढाँचा मजबूत होगा, जिससे भारत वैश्विक स्तर पर एक नई शक्ति बनकर उभरेगा।इस अभियान से जुड़ने और समर्थन देने के लिए कैट ने देशभर के व्यापारियों और संगठनों को जुड़ने के लिए आमंत्रित किया है।

फेडरेशन ऑफ़ सूरत ट्रेड एंड टेक्सटाइल एसोसिएशनस (फोस्टा) ने शिव शक्ति मार्केट में आगजनी से प्रभावित व्यापारियों की सहायता के लिए "शिव शक्ति मार्केट रिलीफ फंड" की घोषणा की। इस फंड का उद्देश्य उन व्यापारियों को वित्तीय मदद प्रदान करना है| फोस्टा सभी विवर्स, एम्ब्रॉयडरी व्यापारियों, यार्न व्यवसायियों, मिल मालिकों, डिजिटल प्रिंट व्यापारियों, एजेंटों, आढ़तियों और बाहरी मंडी के व्यापारियों से इस राहत कार्य में सहयोग देने की अपील की। फोस्टा ने कहा की वर्षों से सूरत के व्यापार का हिस्सा रहे सभी व्यावसायिक समुदायों को इस कठिन समय में एकजुट होकर सहायता करनी होगी।

फोस्टा के डायरेक्टर एवं व्यक्तिगतरूप से रूपये 11 लाख "शिव शक्ति मार्केट रिलीफ फंड" में देने की घोषणा की है| कोर्पोरेटर दिनेश राजपुरोहित ने 1 लाख "शिव शक्ति मार्केट रिलीफ फंड" में देने की घोषणा की ।शिवशक्ति मार्केट रिलीफ फंड (MISS CALL NO: 07941055789) मिस्ड कॉल देने पर, SMS के माध्यम से रिलीफ फंड के बैंक अकाउंट नंबर की जानकारी मिलेगी।

कम से कम ₹5000 या उससे अधिक की राशि सीधे बैंक खाते में जमा की जा सकती है।फंड की पारदर्शिता और प्रबंधनफंड की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए 11 सदस्यों की एक समिति गठित की गई है इसमें 4 व्यापारी शिव शक्ति मार्केट से होंगे। शेष सदस्य अन्य टेक्सटाइल ओर्गेनाईजेशन और फोस्टा से जुड़े सेवाभावी व्यापारी एवं सामाजिक अग्रणी होंगे।यह समिति यह सुनिश्चित करेगी कि संपूर्ण दान राशि सही और जरूरतमंद व्यापारियों तक पहुंचे।व्यापारी संगठनों से अपीलफोस्टा सभी व्यापारी संगठनों से इस राहत कार्य में सहयोग करने की अपील करता है। यह केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि हमारे व्यापारिक समुदाय की एकता और सहयोग की मिसाल होगी।

सूरत का कपड़ा बाजार में शिवशक्ति मार्केट में लगी आज लगभग दो दिनों के बाद नियंत्रण में आ गई।इसके बाद अब फायर डिपार्मेंट एहतियात के तौर पर कूलिंग के लिए पानी का छिड़काव कर रहा है। यह कार्य शुक्रवार को भी जारी रहेगा इसलिए कपड़ा मार्केट क्षेत्र में कई मार्केट के लिए टेंपो आदि वाहनों की आवागमन पर रोक लगाने का फैसला किया गया है।

कपड़ा बाजार के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मार्केट में बुधवार सवेरे लगी आग गुरुवार की शाम तक नियंत्रण में ले लिया गया लेकिन इसके बाद भी दोबारा आज ना निकले इसलिए फायर डिपार्मेंट चारों ओर से पानी का छिड़काव कर रहा है। पानी का छिड़काव करने के लिए बड़े फायर के वहां भी बड़ी संख्या में आ रहे हैं।यदि ट्रैफिक की समस्या हुई तो उन्हें आने में दिक्कत हो सकती है इसलिए कपड़ा व्यापारियों के संगठन कमेला दरवाजा से मीठी खाड़ी तक तथा सालासर हनुमान गेट के अंदर की तरफ के सभी मार्केट को टेंपो आदि बड़े वाहन के आवागमन पर रोक लगाने की अपील की है। हालांकि मार्केट के व्यापारी दुकानें खोल सकते हैं लेकिन बड़े वाहनों के आने पर रोक की अपील पोस्ट आने की है।https://www.instagram.com/reel/DGlpgvRzwxD/?igsh=OWJ0NDNlOTgyZ2pi

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उल्लेखनीय है कि कपड़ा बाजार के शिव शक्ति मार्केट में आग लगने पर चलते करोड़ों रुपए का नुकसान व्यापारियों को हो गया है।दूसरी ओर मार्केट की मजबूती भी कम हो जाने के बाद मनपा अब इसकी मजबूती का सर्टिफिकेट करने के बाद ही व्यापारियों को अंदर जाने की छूट देगा। सूरत महानगरपालिका के स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष राजन पटेल ने पुलिस और मार्शलों को भी इस बारे में सूचना दे दी है।

दूसरी ओर जिन व्यापारियों की दुकान आज में तबाह हो गई है उन्हें अन्य बिल्डरों ने उनकी मार्केट में दुकान देने की तैयारी बताई है। जब तक की व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक उन्हें दुकान में व्यापार करने की छूट की भी घोषणा की है।तीन दिन तक लगी आपके चलते कपड़ा व्यापारियों को बड़ा नुकसान बर्दाश्त करना पड़ रहा है कई व्यापारी हताश हो गए हैं।

साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (एसजीटीटीए) की कोर कमेटी की बैठक गुरुवार को कोहिनूर हाउस कार्यालय में की गई । बैठक में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने शहर के रिंग रोड स्थित शिव शक्ति मार्केट में लगी भीषण आग से हुए नुकसान को लेकर गहरा दुख प्रकट किया। पदाधिकारियों ने कहा कि संकट की इस घड़ी में एसोसिएशन पूरी तरह से शिव शक्ति मार्केट के व्यापारियों के साथ खड़ा है।

एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील कुमार जैन ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में एसोसिएशन शिव शक्ति मार्केट के व्यापारियों को हर संभव मदद करेगा। संगठन के डायरेक्टर्स ने यह भी कहा इन घटनाओं को देखते हुए मार्केट के व्यापारी अपनी दुकान, स्टॉक, फर्नीचर और प्रॉपर्टी का जरूर बीमा कराये। शिवशक्ति मार्केट के व्यापारियों के इश्योरेंस क्लेम संबंधित यदि किसी भी व्यापारी को सहयोग की आवश्यकता हो तो एसजीटीटीए सहयोग के लिए तैयार है l एसजीटीटीए शिवशक्ति टेक्सटाइल मार्केट से व्यापार करने वाले सभी एजेंट, आढ़तियों एवं बाहर के सभी व्यापारियों से विनम्र अपील करती है कि शिवशक्ति मार्केट के सप्लायर्स का जो भी पेमेंट बाकी है वो शीघ्र अति शीघ्र भेज कर सहायता करने की कृपा करें l

एसोसिएशन सदस्यों ने यह भी अपील की कि इस मुश्किल की घड़ी में किसी तरह की अफवाह या आरोप प्रत्यारोप से बचते हुए शिव शक्ति मार्केट के व्यापारियों का मनोबल बढ़ाने का प्रयास करे, ताकि संकट के इस दौड़ से वे यथाशीघ्र बाहर निकल सके। बैठक में महामंत्री सचिन अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील मित्तल, कोषाध्यक्ष संतोष मखारिया, संयुक्त सचिव मोहन कुमार अरोड़ा आदि उपस्थित रहे।

सूरत की शिवशक्ति मार्केट में मंगलवार से लगी आग पर फायर ब्रिगेड ने बड़ी मेहनत के बाद लगभग अंकुश कर लिया है।मंगलवार को लगी आग रात के समय अंकुश में आने के बाद बुधवार सवेरे फिर से भभक उठी थी।इसके चलते लगभग कई घंटे की मेहनत और फायर विभाग के जवानों कि परिश्रम के बाद डिपार्टमेंट को आग पर नियंत्रण पाने में सफलता मिली है। घटना इतनी गंभीर थी कि इसके चलते आसपास के क्षेत्र में भी गर्मी का एहसास हो रहा था।

सबसे पहले बेसमेंट में आग लगी थी। इसके बाद तीसरे दिन तक क्या आज चौथे मंजिल तक पहुंच गई। कपड़ा व्यापारियों ने अपनी दुकान में बने लकड़ी के मचान के कारण आग को काबू पर लेना मुश्किल हो रहा था।आग की गंभीरता को देखते हुए फायर डिपार्टमेंट ने सूरत,नवसारी, बारडोली, हजीरा के औद्योगिक इकाइयों के दमकल विभागों से मदद मांगी थी। इतना ही नहीं सूरत की हत्या धोनी फायर फाइटर के साधनों का भी इस्तेमाल किया गया। इसके बावजूद आग बुझाने में 2 दिन का समय लग गया।

फिलहाल अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज के कारण व्यापारियों के 500 करोड रुपए से भी अधिक का नुकसान हो गया है। साथ ही बिल्डिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी तगड़ा नुकसान हुआ है।