सूरत की कंपनी के करोड़ों रूपए ऑनलाइन ट्रांसफ़र करने वाले पाँच पकड़े गए है। बड़ी ही होशियारी से सूरत पुलिस ने इस मामले का पर्दाफ़ाश किया है।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत की यूनिक कंस्ट्रक्शन के बैंक ऑफ बड़ौदा के अकाउंट में से 1 करोड़ 71 लाख 80 हजार 12 रुपय ऑनलाइन ट्रांसफर करने के साथ ही ठगी करने वाले दो नाइजीरियन और दो गुजराती तथा एक मराठी युवक के गिरोह का पर्दाफाश करते हुए साइबर क्राइम ने पूरे रैकेट को बेनकाब कर दिया है ।
ठगी का शिकार बनी कंपनी की शिकायत के आधार पर जाँच करते हुए साइबर क्राइम ने पता लगाया कि कंप्यूटर हैक करने या दूसरी किसी भी प्रकार से ईमेल आईडी या फिर नेट बैंकिंग का पासवर्ड चोरी करने के बाद बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बंद करवाया गया था ।
यह जानकारी सामने आई कि आरोपियों ने 26 और 27 जुलाई 2020 के दिन बिहार और पश्चिम बंगाल तथा उत्तर प्रदेश के 11 अकाउंट जिसमें 8 अकाउंट आईसीआईसीआई बैंक और तीन अन्य बैंक के अकाउंट में टुकड़ों में रुपए निकाल लिए थे । जिसमें से उत्तर प्रदेश के 3 अकाउंट में से सूरत के विकास मनोज सोलंकी के अकाउंट में 1820000 आए थे ।
जिसकी जांच करने पर उसने बताया कि उसने कहीं पर एडवर्टाइज पढ़ी थी कि एम के एन्टरप्राइज में काम कर महीने में 35 हज़ार कमाओ। जब विकास ने संपर्क किया तो उसे बचत और चालू खाता खोलने को कहा गया। खाता खुलवाने के बाद उसने यह जानकारी मोहित परमार को भेज दी थी।इसके बाद मुंबई जाकर नेविल शुक्ला, राकेश मालविया और इमरान के साथ मिलकर एटीएम से रूपए निकाले जो कि समग्र रुपए इमरान ले गए होने की हकीकत पता चली थी ।
इससे साइबर क्राइम की टीम ने मोबाइल नंबर के आधार पर नेविल और राकेश को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने इमरान का नाम भी बताया। इसके आधार पर पुलिस ने दो टीम मुंबई भेजकर इमरान को भी धरदबोचा। उससे पूछताछ करने पर इसमें नाइजीरिया के रफेल चिन्का का नाम सामने आया। पुलिस ने बड़ी होशियारी से उसे कहा कि इमरान पैसे देने आ रहा है। इस बहाने से जाकर पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया।
जिससे पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई थी । समग्र अंतर्राष्टीय रैकेट में पुलिस ने राजकोट के नेविल अशोक शुक्ला (मूलनिवासी अमरेली)और फिलहाल मुंबई के निवासी, सूरत के राकेश परबत मालवीय, ( कतारगाम) महाराष्ट के रायगढ़ जिले के इमरान इब्राहिम काजी और नाइजीरिया के रफेल एयरडडियो चीनका और केल्विन फैबियान ओजोम्बे को गिरफ्तार कर अधिक कार्रवाई की जा रही है ।
इनके पास से आईसीआइसी बैंक के बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के दो कवर,आइसीआइसी बैंक के चेकबुक तथा एटीएम और नक़द 5.90 लाख रुपए और पासपोर्ट ज़ब्त कर लिए।