सिविल मे मरीज की ज्वैलरी चोरी करने वाली आया पकडाई


एक ओर कोरोना के कारण मरीज बिमारी से परेशान हैं और दूसरी ओर मरीजों की ज्वैलरी चोरी होने की घटनाओ ने मरीज और परिवारजनों की चिंता और बढ़ा दी है। बीते दिनों सिविल में से एक वृद्धा की ज्वैलरी चोरी होने की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई गई थी। पुलिस ने इस मामलें में चोर को पकड लिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार वराछा के लंबे हनुमान रोड पर रहने वाले 68 साल की विजया बेन का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें 5 तारीख को सूरत की सिविल हॉस्पिटल के कोविड-19 में होस्पिटल में दाखिल किया गया था। इस समय होस्पिटल में काम करने वाली आया ने विजया बेन को 50,000 रूपए की कान की सोने की बूटी और अन्य ज्वेलरी निकालने के लिए कहा था।

विजया बेन ने यह ज्वेलरी निकालकर थैली में रख दी थी और थैली आया हाथ में लेकर वॉर्ड में रखने गई थी। बाद में 6 अप्रैल के रोज सिक्योरिटी इंचार्ज हिरेन गांधी को चोरी की शिकायत मिली थी। अडाजन में एलपी सवानी रोड पर एसएमसी क्वार्टर में रहती वाली कॉन्ट्रैक्ट आया कंचन बेन भगवान सूरती ने विजया बेन को वार्ड में ले जाते हुए दिख रही थी। बाद में परिवारजनों ने कंचन के खिलाफ खटोदरा पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने कंचन से कड़ी पूछताछ की तो वह टूट गई और उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने ज्वैलरी लेकर कंचन को जेल में भेज दिया।

सूरत में यूके के नए स्ट्रेन वाला कोरोना संक्रमित मिला, प्रशासन के हाथ पाँव फूले

सूरत में कोरोना के यू के के नए स्ट्रेन का केस सामने आया है। फरवरी महीने में तीन लोगों के कोरोना सैम्पल पूना की लेबोरेटरी में भेजे गए थे। जिसमें की रांदेर के एक जन के सैंपल में यूके के नए स्ट्रेन का कोरोनावायरस देखने के कारण प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं।

सूरत महानगर पालिका के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव के बाद एक बार फिर से धीरे-धीरे कोरोना संक्रमितो की संख्या बढ़ी है। महानगरपालिका के सूत्रों के अनुसार सूरत शहर और जिले में कोरोना के कुल पॉजिटिव केस के मामले 54 हजार के ऊपर पहुंच गए हैं। कोरोना में अभी तक सूरत शहर और जिले में 1135 लोगों की जान जा चुकी है।

महानगर पालिका का चुनाव शुरू होने के पहले सूरत शहर और जिले में कोरोना के 35-40 केस दर्ज होते थे लेकिन बीते 2 दिन से 100 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।कोरोना की जांच भी बढ़ा दी गई है। सूरत शहर में चार नए क्लस्टर घोषित किए गए हैं। सरथाना, वराछा, पाल, पालनपुर इनमें शामिल है।

शहर में स्कूल खुलने के कारण स्कूलों में भी कोरोना कि मामले दर्ज हो रहे हैं।रांदेर की लोकमान्य स्कूल में कक्षा 12 साइंस के 3 विद्यार्थी और एक टीचर का रिपोर्ट पॉजिटिव था। उल्लेखनीय है कि प्रशासन की ओर से एक बार फिर से सख़्ती बरतनी शुरू की गई है। चुनाव के दिनों में लोग चुनाव प्रचार के लिए एक साथ घूमे थे तब सोश्यल गाइडलाइन का उल्लंघन हुआ था जिसके चलते अब कोरोना केस की संख्या बढ़ी है।

सूरत: कन्टेनमेन्ट जोन में पुलिस सक्रिय, अब नहीं चलेगी लापरवाही


शहर में कोरोना संक्रमण का माहौल है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में शहर पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने सूरत में पुलिस कमिश्नर के तौर पर चार्ज संभालने के बाद शहरीजन कोरोना की रोकथाम के लिए प्रशासन की ओर से जारी किए गए गाइडलाइन का पालन करें और कोरोनावायरस पर नियंत्रण पाया जा सके इसलिए अन्य आला अधिकारी एचआर मुलियाना( एडीशनल पुलिस कमिश्नर सेक्टर-2) तथा पी एल माल(एडीशनल पुलिस कमिश्नर सेक्टर-1) सहित अन्य टीम के साथ कोरोना संक्रमित क्षेत्र रांदेर, अडाजण, कतारगाम क्षेत्रों में पेट्रोलिंग की

पुलिस कमिश्नर नेे दो किलोमीटर तक चलकर पेट्रोलिंग के दौरान कन्टेनमेन्ट जोन का जायजा लिया। उन्होंने वहां पर उपस्थित पुलिस के जवानों के साथ सावधानी बरतने को कहा और कंटेनमेंट जोन में रहने वाले निवासियों से मुलाकात कर बिन जरूरी घर से नहीं बाहर निकलने के लिए कहा। साथ ही सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने और सोशल डिस्टेंस का पालन करने की अपील की। इसके पश्चात कतारगाम पुलिस स्टेशन की विजिट किया।


इस बीच आज सूरत में गुरूवार को 229 नए केस दर्ज हुए। इनमें सूरत के 184और सूरत डिस्ट्रिक्ट के 45 हैं। सूरतसिटी में आज पांच और डिस्ट्रिक्ट में चार लोगों की मौत के साथ कुल नौ लोगों की मौत हो गई। सूरत में बीते दिनों की अपेक्षा धीरे धीरे कोरोना के मरीजो की संख्या में कमी आ रही है ऐसा प्रतीत हो रहा है।आज कुल 430 लोगों को डिस्चार्ज किया गया।

इसमें सिटी के 304 है। अब तक सिटी में कुल 8785 और डिस्ट्रिक्ट में 2316 मिलाकर कुल 11101 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। शहर के अलग अलग क्षेत्रों की बात करें तो सेन्ट्रल जोन में आज 13, वराछा जोन ए में 22, वराछा जोन बी में 16 तथा रांदेर जोन में 34, कतारगाम जोन में 25, लिंबायत जोन में 18, उधना जोन में 14 तथा अठवा जोन में 42 कोरोना के नए केस मिले

शंकास्पद कोरोना से मौत, सिविल होस्पिटल में लाश आठ घंटे तक पड़ी रही

सूरत
कोरोना के कारण शंकास्पद मरीजों को भी परेशान होना पड़ रहा है। सर्दी, खांसी से पीडित अधेड की लाश के लिए आठ घंटे तक सिविल अस्पताल में प्रशासनिक तालमेल के अभाव में परिवारजनों को परेशान होना पड़ा।


सिविल अस्पाताल के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अमरोली क्षेत्र में रहने वाल पचास वर्षीय अधेड को पेट में दर्द होने पर उनके परिवारजन सिविल अस्पताल लेकर गए। डॉक्टर्स को बुजुर्ग में शंकास्पद कोरना के लक्षण दिखने के कारण उन्होने कोविड होस्पिटल में भेज दिया।जहां पर उनकी मौत हो गई। इसके बाद बुजुर्ग को सिविल के ट्रोमा सेन्टर में लाया गया।

उन्हें अभी तक मृत भी नहीं घोषित किया गया था। वहां के डॉक्टर्स का कहना थी कि डेथ बॉडी की सारी जिम्मेदारी डेथ मैनेजमेन्ट को दी गई है। अंतत: दो घंटे के बाद ट्रोमा के डॉक्टर्स की ओर से उन्हें मृत घोषित किया गया।देर रात लाश को पोस्टमार्टम रूम में रखा गया। इस दौरान सिविल होस्पिटल के डॉक्टर्स का कहना था कि लाश के अंतिमविधी के लिए एकता ट्रस्ट को कहा गया है। जबकि एकता ट्रस्ट के अब्दुल मलबारी ने मीडिया को अमरोली के किसी अधेड की लाश के लिए कोई जानकारी मिले होने से इनकार किया।

एक ओर मृतक के परिवार लाशकी अंतिमविधी के लिए लाश ले जाने का इंतजार कर रहे थे लेकिन कोरोना के लक्षण के कारण वह ले नहीं जा सकते थे और दूसरी ओर एकता ट्रस्ट से भी कोई नहीं आने के कारण आठ घंटे तक लाश प़ड़ी रही। इस दौरान परिवारजनों ने हंगामा किया तो निजी शबवाहिनी का इंतजाम कर लाश ले जाई गई। सिविल होस्पिटल में डॉक्टर्स के बीच तालमेल नहीं होने से परिवारजनों को परेशान होना पड़ा।

अरिहंत टैक्सटाइल मार्केट से धोखाधडी
रिंगरोड पर अरिहंत मार्केट के व्यापारी से मेट्रो टावर के दो व्यापारियों ने दो साल पहले 92610 रुपए का माल खरीदा था। बाद में पेमेन्ट दिए बिना फरार हो गए।


भटार रोड पर आशिर्वाद पैलेस में रहने वाले दिलीप कुमार जुगलकिशोर गाडोदिया की दुकान रिंगरोड पर अरिहंत टैक्सटाइल मार्केट मे दुकान नंबर 103-104 में राजश्री सिल्क मिल्स नाम की दुकान है। 2018 में मई महीने में दो व्यापारी धनंजय करशन राठोड(नेचरवेली होम्स, सारोली) तथा अंकित पवन कुमार काबरा(सुमन सागर, वेसु) उनकी दुकान पर आए। उन्होनें एक दलाल का परिचय देते हए कहा कि हम रिसेल में कपडा खरीदकर उस पर डाइड, एम्ब्रायडरी वर्क कराकर कोलकाता, अहमदाबद और मुबंई में बेचते हैं।

हमारा रिंगरोड पर किन्नरी सिनेमा के सामने मेट्रो टॉवर में यु 33-34 में तुलसीमंत्रा प्रा.लि. नाम से बड़ा काम है। हमारे साथ व्यापार करोगे को लाभ में रहोगे ऐसा लालच दिया। इसके बाद दिलीप कुमार ने 90 दिन की उधारी की शर्त पर इनसे ब्याज शुरू किया था। दिलीप कुमार ने2 मई को 92610 रूपए की 600 प्लैन साडी उनके दुकान पर भेज दिया। 90 दिन बीत जाने पर जब पेमेन्ट मांगा तो दोनों ने 50 हजार रुपए का चेक भेज दिया। जो कि बैलेंस नहीं होने से बाउन्स हो गया।

इसकी शिकायत जब दिलीप भाई ने की तो धनंजय भाई ने फिर से तीन महीने का समय मांगा। इसके बाद भी रुपए नहीं दिए और एक साल का समय मांगा। यह समय बीत जाने पर दिलीप भाई ने जब पेमेन्ट मांगा तो दोनो ने पेमेन्ट देने से इनकार कर अपना मोबाइल भी बंद कर दिया। जब दिलीपभाई उनकी दुकान पर गए तो दुकान बंद थी। दिलीप कुमार ने दोनो व्यापारियों के खिलाफ सलाबतपुरा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है

सूरत: लो कोरोना से बचाने वाली साड़ी और कुर्ती तैयार!

सूरत के कपड़ा उद्यमी ने बनाया यह कपड़ा यदि अपने दावे पर सच साबित हुआ तो आगामी दिनों में कोरोना से बचने में सरलता होगी। क्योंकि हमेशा कुछ नया करने वाले सूरत के एक कपड़ा उद्यमी ने एंटीवायरस और एंटीबैक्टीरियल कपड़ा बनाया है। जिसे कि पुरुष पैंट, शर्ट और महिलाएं कुर्ती और साड़ियों के जरिए विविध तरह से डिजाइन बनाकर पहन सकती हैं।


यह कपड़ा सूरत के गोकुल फैब्रिक ने बनाया है। गोकुल फैब्रिक के मालिक सुभाष धवन ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जहां दुनिया कोरोना की महामारी से जूझ रही है। अभी तक इसकी दवा नहीं बन सकी है। कोरोना के कारण लाखों लोग संक्रमित हो चुके हैं। बड़ी संख्या में लोग मर चुके हैं। ऐसे में उन्होंने जो फैब्रिक बनाया है। वह लोगों को वायरस से बचा सकता है।

यह कपड़ा एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरस होने के कारण लोगों को संक्रमण का खतरा भी बहुत कम रहेगा। यह कपड़ा गोकुल फैब्रिक में ही स्पिनिंग प्रिंटिंग और प्रोसेसिंग किया गया है। इस कपड़े की कीमत भी सामान्य कपड़ों की अपेक्षा बहुत ज्यादा नहीं है। धवन ने बताया कि इस कपड़े को उन्होंने लोगों की जरूरत को समझते हुए तैयार किया है।सरकार की प्रमाणित लेबर बैटरी में इसे एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरस के तौर पर प्रमाणित किया गया है।


इस कपड़े की बुनाई स्पिनिंग, प्रोसेसिंग, सहित तमाम प्रक्रियाएं गोकुल फैब्रिक में ही हुई हैं इसे गारमेंट के तौर पर महिलाएं साड़ी और ड्रेस में इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके अलावा पुरुष पैंट, शर्ट के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं।

इस कपड़े को 50 बार तक भी तैयार किया इस्तेमाल किया जाए तो भी कपड़ा अपना काम करेगा। इस कपड़े को बनाने में विशेष केमिकल का उपयोग किया जा रहा है। इसमें कुछ नैनोटेक्नोलॉजी के प्रोडक्ट भी हैं सर्फेस, कोटिंग, स्प्रे कोटिंग पेड एप्लीकेशन या एग्जिट का प्रयोग भी किया गया है।

सूरत में पाँच लाख से अधिक श्रमिकों को मिलेगा लॉकडाउन का पगार!

Posted by Business Patra on Friday, 19 June 2020

कोरोना की चपेट में सिविल अस्पताल के दस डॉक्टर

सूरत में कोरोना दिन-प्रतिदिन बेकाबू होता जा रहा है। सूरत में कोरोना का उपचार करने वाले सरकारी सिविल हॉस्पिटल में अब तक कुल 14 डॉक्टर भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।


मिली जानकारी के अनुसार सूरत में अब तक कुल 2600 से अधिक पॉजिटिव मामले आ चुके हैं।सूरत की सरकारी हॉस्पिटल में बड़े पैमाने पर मरीजों का उपचार चल रहा है। कोरोना का उपचार करने वाले डॉक्टर दिन रात डरे बिना फ्रंटलाइन वारियर की तौर पर कोरोना के मरीजों का उपचार कर रहे हैं।


ऐसे में उन्हें भी संक्रमण लग रहा है शनिवार को सिविल हॉस्पिटल की मेडिसिन विभाग के सीनियर डॉक्टर कम दक्षिण गुजरात रीजनल कोरोनावायरस नोडल ऑफिसर को भी कोरोना का संक्रमण लग गया। उन्हें उपचार के लिए सिविल हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल किया गया है।

सिविल हॉस्पिटल में अब तक 14 जनों को कोरोना का संक्रमण लग चुका है। इसमें इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के एक, गायनेक विभाग के दो मेडिसिन विभाग के पास 5, एनेस्थीसिया विभाग के एक तथा चमड़ी विभाग के एक और मेडिसिन विभाग के हेड डॉक्टरों को समावेश होता है।
भोपाल में कथा कराने आए पंडित जी का कोरोना पॉज़िटिव

लॉकडाउन के बाद अन-लॉक १ में केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से कई शर्तों के साथ धार्मिक कार्यक्रमों को करने की छूट दी गई है। ऐसे में भोपाल की गोविंदपुरा क्षेत्र में एक परिवार में सरकारी नियमों के अनुसार शादी का आयोजन हुआ। शादी में बहुत कम संख्या में लोग उपस्थित रहे। यहां पर सोशल डिफेंस का पालन किया गया।

लेकिन इसके बाद शादी के पश्चात जब कथा का आयोजन किया गया गड़बड़ हो गई। कथा के लिए आने वाले पंडित जी महाराज का कोरोना रिपोर्ट दूसरे दिन पॉजिटिव आया। यह जानकर कथा में शामिल सभी लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई।

आनन-फानन में सभी लोगों ने अपना टेस्ट करवाया दूल्हे के बड़े भाई का रिपोर्ट पॉजिटिव आया प्रशासन ने सभी लोगों को पानी में रहने की सलाह दी है।

सोमवार से खुल जाएँगे कई कपड़ा मार्केट!


सूरत
शहर का आर्थिक गतिविधियों का केन्द्र रिंगरोड पर कपड़ा बाज़ार में मनपा की ओर से गई सूची के अनुसार कई मार्केट सोमवार से खुल जाएँगे। सेन्ट्ल ज़ोन के कई मार्केट को लेकर अभी इंतज़ार किया जा रहा है।सेन्ट्रल ज़ोन की मार्केट के सिलसिले में शनिवार दोपहर फैडरेशन ऑफ सूरत टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल महानगरपालिका आयुक्त से भी मिला।


फोस्टा प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को लिंबायत जोन में मनपाअधिकारी के साथ मिला। मीटिंग में लिंबायत जोन में शामिल 61 कपड़ा बाजार के टैक्सटाइल मार्केट सशर्त खोलने की अनुमति गई। जबकि सेन्ट्रल ज़ोन की मार्केट पर फ़ैसला नहीं हुआ है। इस कारण फोस्टा के पदाधिकारी शनिवार को मनपा के अधिकारियों से मिले और सेन्ट्ल ज़ोन की मार्केट के लिए गुहार लगाई।

साथ ही शुक्रवार को लिंबायत जोन द्वारा दी गई सूची में जो टैक्सटाइल मार्केट शामिल नहीं है, उनके आसपास लोगों के घर है। इसलिए फिलहाल उन्हें खोलने की इजाजत नहीं है। इस पर प्रतिनिधिमंडल की ऐसे मार्केट परिसर में पड़े तैयार माल के पार्सल ट्रांसपोर्ट में भेजने की बात मनपा आयुक्त ने मान ली।

शनिवार दोपहर मनपा आयुक्त से मुलाकात के बाद फोस्टा अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने बताया कि सोमवार से रिंगरोड़ कपड़ा बाजार का आधा हिस्सा सुबह 9 से शाम 4 बजे तक खुला रहेगा और कोविड-19 के नियमों के तहत ऑड-ईवन आधारित होगा।

कई मार्केट ने की सेनेटाइजेशन की व्यवस्था
कोरोना के चलते मनपा ने जारी की गाइडलाइन के अनुसार ज़्यादातर मार्केट ने सेनेटाइजेशन करवा लिया है। रविवार को भी कई मार्केट में सेनेटाइजेशन का काम जारी है।


गुडलक टैक्सटाइल मार्केट एसोसिएशन ने सोमवार से खुल रहे कपड़ा बाजार में व्यापारियों व अन्य लोगों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के उद्देश्य सेनेटाइज केबिन समेत अन्य व्यवस्थाएं की है। मार्केट परिसर में प्रवेश करने वाले सभी व्यक्ति पहले थर्मल गन से स्केनिंग होंगे और बाद में ऑटोमेटिक हैंडवॉशर मशीन से हाथ धोएंगे। इसके बाद उन्हें अनिवार्य रूप से सेनेटाइज केबिन से होकर गुजरना पड़ेगा

बंद मार्केटो को खोलने के लिए लगाई गुहार
सूरत महानगर पालिका के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को फोस्टा की मीटिंग में लिंबायत जॉन ने 61 मार्केट को खोलने के लिए कई शर्तों के साथ इजाजत दी गई थी।


देर शाम को इन मार्केट की सूची भी जारी कर दी गई थी। जबकि सेंट्रल जोन की ओर से कोई सूची नहीं जारी करने के कारण उस क्षेत्र के व्यापारियों में चिंता का माहौल था। इस सिलसिले में फेडरेशन ऑफ शनिवार को से मिले और रिंग रोड के बेगम बाड़ी बेगम बाड़ी क्षेत्रों की मार्केट खोलने के लिए गुहार लगाई।


फोस्टा के सेक्रेटरी चंपालाल बोथरा ने बताया कि बेगम बाड़ी मोटी बेगम बाड़ी में जो दुकाने हैं उसे खोलने के लिए मनपा कमिश्नर को आग्रह किया गया। मनपा कमिश्नर ने आदेश जारी करने का आश्वासन दिया है। इसलिए सभी मार्केट एसोसिएशन अपनी मार्केट में साफ-सफाई एवं सैनिटाइजेशन कर सरकारी गाइडलाइन का पालन करने की व्यवस्था करें।

उल्लेखनीय है कि क्षेत्र के मार्केट बंद हो जाने से कोर्ट व्यापारियों को बड़ी निराशा मिली थी। उनका कहना था कि कई मार्केट ऐसी हैं जिनका की मेन गेट रिंग रोड पर खुलता है। और उस क्षेत्र में कोई निवासी भी नहीं है। इसलिए उनकी मार्केट को खोल देना चाहिए। मार्केट खोलने के लिए कई आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं

बोथरा ने बताया कि मार्केट खोलने का समय सुबह 9:00 बजे से दोपहर 4:00 बजे तक होगा मार्केट की दुकानें ऑड- ईवन के नियम से खुलेंगे। कंटेनमेंट ज़ोन से आनेवाले श्रमिकों और व्यापारियों से आधार कार्ड की कॉपी लेना अनिवार्य होगा।


फोस्टा के रंगनाथ शारडा ने बताया कि हमने आश्वासन दिलाया की व्यापारी मनपा की से दिए निर्देश मानेंगे। जो मार्केट नॉन कंटेनमेंट ज़ोन में है और निवासी क्षेत्र में है उनका कंटेनमेंट ज़ोन वाला गेट नहीं खोलेगें। व्यापारी दूसरे गेट से आएँगें।इन बातों पर हमें मनपा की ओर से आश्वासन मिला है।

जानिए सूरत में कौन से क्षेत्र क्ल्स्टर से मुक्त हुए!

सूरत
बीते कई दिनों से क्ल्स्टर में रहने वाले सूरतवासियों के लिए गुरूवार की शाम कुछ राहतजनक रही। मनपा की ओर से कई क्षेत्रों को क्ल्स्टर मुक्त किया गया। केंद्र सरकार और राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार यह फैसला किया गया है।

जिन लोगों को इनमें से बाहर किया गया है उनको गाइडलाइन का पालन करना होगां। यदि कोई पॉजिटिव केस आता है तो इस छूट को फिर से विचार किया जा सकता है। इसी तरह किसी सोसाइटी में कोई पॉजिटिव मामला आता है तो भी फिर से उसे क्वारंटाइन कर दिया जाएगा।

पालिका ने बताया कि यदि उनमें 28 दिन तक कोई पॉजिटिव मामला सामने नहीं आए तो क्लस्टर से रेड जोन में इसी तरह फिर 28 दिन तक नहीं आए तो रेड जोन में घोषित किया जाता है। 28 दिन के अंतर में ही जॉन अपग्रेड होता है। गुरुवार की शाम मनपा की ओर से घोषित दत्त संशोधित प्लास्टर में लिंबायत जॉन के कई क्षेत्रों को छूट दी गई है।

——डिंडोली क्षेत्र में शिव साईं नगर, महादेव नगर,गणपति धाम दो,तिरुपति नगर, महादेव नगर, देवी दर्शन, हरिद्वार नगर, महादेव नगर, मंगलदीप, लक्ष्मी नारायण नगर 2, के 3820 घरों के 20810 लोगों को क्ल्स्टर में से मुक्ति दी गई है। संजय नगर उमरवाडा क्षेत्र में तिरुपति प्लाजा, साईं किरण, डिसन्ट होटल, विनायक मार्केट, सागर कॉन्प्लेक्स, अवध मार्केट, डिसन्ट रेस्टोरेंट काशी प्लाजा, सरदार पैलेस, मोमन की चाल सहित 3516 घरों के 17580 लोगों को क्ल्स्टर में छूट दी गई है।

——परवट पाटिया क्षेत्र में नारायण नगर, मथुरा नगर इंडस्ट्रियल सोसायटी, महादेव नगर इन्ड सोसायटी इंडस्ट्रियल को छूट दी गई है।महोबा क्षेत्र में मनु भाई की वाड़ी, सृष्टि रेसिडेंसी, इंटरसिटी टाउनशिप, अभिलाषा हाइट, शिव दर्शन, स्वप्न सृष्टि कॉन्प्लेक्स को क्लस्टर से छूट दी गई है ।

—उगत, रांदेर टाउन और अठवा तथा गोराट में सबसे अधिक लोग राष्ट्र से क्ल्स्टर से मुक्त हुए। रांदेर और गोराट क्षेत्र के क्षेत्र में पिछले 30 दिन से कोरोना का एक भी पॉजिटिव मामला नहीं सामने आने के कारण इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा लोगों को क्ल्स्टर से मुक्ति दी गई है। अडाजन में हनी पार्क रोड पर इडब्लू आवास, साइट एंड सर्विस साईट इडब्ल्यू आवास को क्लस्टर से छूट दी गई है।

अडाजण पाटिया से रामनगर तक के 82000 लोगों को क्ल्स्टर से छूट दी गई है। इस क्षेत्र में राम नगर चार रस्ता से पीपरडीवाला स्कूल,सरदार पटेल रोड घनश्याम अपार्टमेंट, रंग अवधूत प्रकाश, प्रकाश इंटीरियर, राम नगर चार रस्ता 12 घरों के 1485 लोगों को क्ल्स्टर किया गया है। जबकि जिलानी ब्रिज टावर, हमज़ा टावर, कोज वे रोड, शिल्प टावर शालीमार डेपो सोसायटी के 750 मकानों के 2900 लोगों को क्ल्स्टर किया गया है।इसके सिवाय रांदेर गांव के लोगो को मुक्ति दी गई है।


वराछा जोन में 113827 लोगों को क्ल्स्टर में रखा गया था। इसमें 60000 लोगों को मुक्त कर दिया गया है। वराछा जोन में विट्ठल नगर, अटल जी नगर, सूर्यनगरी धाम हरिधाम अपार्टमेंट लक्ष्मण नारायण दीनबंधु विशाल नगर, भक्ति नगर, शक्ति नगर, शिव नगर, सोमनाथ सोसायटी सत्यम शिवम सुंदरम, भरवाड वसाहत तापी नदी के किनारे के इंदिरा नगर नगर मोदी मोहल्ला, गरीब आवास में क्लस्टर यथावत है।

सरथाना जॉन में सोसायटी गुरु कृपा सोसाइटी, प्रभु कृपा, साकेत धाम, ईश्वर कृपा तथा साकेत धाम तथा सीएच पार्क के 2086 मकान के 8057 लोगों को क्ल्स्टर किया गया है।


आपको बता दें कि कपड़ा मार्केट के दो व्यापारियों का भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया है इसमें एक व्यापारी का नाम अमित बाहेती है जो कि, आरकेटी मार्केट में व्यापार करते हैं और पर्वत पाटिया के देवी पार्क सोसाइटी क्षेत्र में रहते हैं। दूसरे व्यापारी का नाम सुंदरलाल जैन है। वह लिंबायत के शिवाजी नगर में कपड़े का व्यापार करते हैं। दोनों की जांच के दौरान को रोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया।

कपड़ा बाज़ार और हीरा बाज़ार को क्ल्स्टर जोन से हटाया, अच्छे संकेत

सूरत
कपड़ा बाजार और हीरा बाजार के लिए अच्छी खबर है।सूरत में कारोबार शुरू हो सके इसलिए सूरत महानगर पालिका ने गुरुवार को घोषित सूची में कपड़ा बाजार और हीरा बाजार को क्लस्टर से मुक्त कर दिया हैं। पालिका ने नए क्लस्टर घोषित किए हैं जिसमें की ढाई लाख से अधिक लोगों को कंटेंटमेंट जॉन में से राहत दी है।


मिली जानकारी के अनुसार शहर में सबसे अधिक केस लिंबायत सेंट्रल, कतारगाम, अठवा जोन सहित कई स्थानों में कोरोना के केस मिले हैं।इसी कारण यहां के लोगों को क्ल्स्टर घोषित कर दिया गया था। इनमें से कुछ क्षेत्र थे जहां कि निवासी लोग नही थे सिर्फ कमर्शियल एक्टिविटी ही चलती थी ऐसे क्षेत्रों को क्ल्स्टर में से मुक्त किया गया है। बताया जा रहा है कि आर्थिक गतिविधियां इसलिए यह फैसला किया गया है।


रिंग रोड की मार्केट को क्ल्स्टर ज़ोन बाहर कर दिया गया है।पालिका कमिश्नर ने बताया कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार यह फैसला किया गया है।जिन लोगों को इनमें से बाहर किया गया है उनको गाइडलाइन का पालन करना होगां। यदि कोई पॉजिटिव केस आता है तो इस छूट को फिर से विचार किया जा सकता है।

किसी सोसाइटी में कोई पॉजिटिव मामला आता है तो भी फिर से उसे क्वारंटाइन कर दिया जाएगा। पालिका ने बताया कि यदि उनमें 28 दिन तक कोई पॉजिटिव मामला सामने नहीं आए तो क्लस्टर से रेड जोन में इसी तरह फिर 28 दिन तक नहीं आए तो रेड जोन में घोषित किया जाता है। 28 दिन के अंतर में ही जॉन अपग्रेड होता है।

उल्लेखनीय है कि रिंगरोड के कपड़ा बाज़ार को क्ल्स्टर से हटाने का मतलब है कि मार्केट खुलने की दिशा में बढ़ रहे है। दो दिन पहले ही मनपा कमिश्नर में मार्केट का दौरा कर मार्केट सेनेटाइज कर यहाँ सभी व्यवस्था करने की बात कही थी। संभवत: वह फ़िर से दौरा कर मार्केट क्षेत्र की व्यवस्था देख आगे का फ़ैसला लेंगे।

सूरत से गाँव जा रहे बिहार के श्रमिक की बस में मौत!


सूरत
मंगलवार की रात सूरत से गया लौटने के बाद सिवान आने के क्रम में बस में एक श्रमिक की मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार लॉकडाउन के कारण सूरत में व्यापार उधोग बंद होने से श्रमिक अपने राज्य लौट रहे है। ऐसे में उनके साथ कई घटनाएँ भी हो रही है। दो दिन पहले ओड़िशा के श्रमिक की ट्रेन में मोत होने के बाद बुधवार को बिहार के सिवान से श्रमिक की मौत की जानकारी सामने आ रही है।

बताया जा रहा है कि अनिल विश्वनाथ सिंह सूरत से श्रमिक ट्रेन से गया पहुँचने के बाद सीवान के लिए बस से जा रहा था उस दौरान गया से सिवान आने के दौरान रास्ते में ही अनिल की तबीयत अचानक बिगड़ गई। बस में आ रहे श्रमिकों के अनुसार अनिल को तेज पसीना आया और उल्टी भी हुई। उपचार मिले इसके पहले कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया।

जीरादेई में जिला स्तरीय रिसीविग सेंटर पर बस पहुंचने के बाद तैनात कर्मियों में डर फैल गया।आनन-फानन में इसकी सूचना जीरादेई थाने को दी गई। कुछ ही देर में मृतक के स्वजन और मैरवा पुलिस भी वहां पहुंच गई। मृतक के स्वजन शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार नहीं थे। साथ आए मजदूरों से पूछताछ के बाद पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को मृतक के परिवार को दे दिया।

उल्लेखनीय है कि अनिल सिंह सूरत में मजदूरी करता था। लॉकडाउन के कारण काम बंद हो जाने से उनके पास खाने का सामान लेने के भी रूपए नही थे। कई दिनों तक सरकारी मदद और सामाजिक संस्थाएँ जो मदद कर रही थी इसके आधार पर वह टिका रहा। काफी जद्दोजहद के बाद क्षेत्र के दर्जनों लोगों के साथ घर आने का निर्णय लिया और दोस्तों के साथ मंगलवार को बिहार के लिए ट्रेन में बैठा।