सूरत: सिटीलाइट में कपड़ा कारोबारी के यहाँ चोरी करनेवाली दो नौकरानी पकडाई

सूरत के न्यू सिटीलाइट इलाके में बसंत विहार सोसायटी में काम करने के बहाने चोरी करनेवाली दो महिलाओं को पुलिस ने गिरफ़्तार लिया। इन दोनो ने बसंत विहार सोसायटी में रहने वाला वीवर अपनी पत्नी के साथ पूजा का सामान खरीदने बाजार गया था। तब कोठरी में 1.78 लाख रुपये नकद और 16 लाख रुपये के आभूषण सहित कुल 18 लाख रुपये चुरा लिए थे।

पुलिस ने फैक्ट्री मालिक की शिकायत पर जाँच करते हुए दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस के मुताबिक, न्यू सिटीलाइट वसंत विहार सोसाइटी के संजयभाई जयवदन जरीवाला को उधना- मगदल्ला रोड सोशियो सर्कल के पास लूम्स का कारख़ाना चलाते हैं . एक महीने पहले संजयभाई की नौकरानी काम छोड़कर चली गई। तो वे एक नौकरानी की तलाश में थे, इसी बीच 22 तारीख को काजल नाम की एक नौकरानी (35 से 40 साल की) ने काम के बारे में पूछने के लिए उसके घर आई उसे उन्होंने उसे रख लिया।


काजल नाम की महिला को रखने के चौथे दिन संजयभाई अपनी पत्नी पिनाल के साथ 26 तारीख को सुबह 11:00 बजे पूजा सामग्री खरीदने गए। इस बीच काजल पिंकी नाम की महिला को अपने साथ ले आई थी। दोनों ने मौके का फायदा उठाया। संजयभाई की अलमारी से 1.78 लाख रुपये नकद और 16,226 लाख रुपये के आभूषण चोरी कर लिए। पिनाल जरीवाला की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच की है.पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर दोनों महिलाओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है.

मनी ट्रान्सफर करनेवाले से 7.60 लाख की लूट!

sucide

अमरोली अंजनी इंडस्ट्रीज के पास रेलवे ट्रैक के पास से गुजर रहे मनी ट्रांसफर व्यवसायी की बाइक को पांच बाइक सवार नकाबपोश लुटेरों ने टक्कर मार कर नगद 7.50 लाख सहित 7 लाख 60 हजार की लूट चलाकर फरार हो गए।


पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमरोली के न्यू कोसाड रोड स्थित स्वीट हॉउस निवासी हरेश वीनू गोड़लिया अंजनी इंडस्ट्रीज-1 में मानसी मोबाइल के नाम से मोबाइल रिपेयरिंग और मनी ट्रांसफर का कारोबार करती है।बीती रात हरीश मनी ट्रांसफर के नगद 7.50 लाख और 3 रिपेयरिंग मोबाइल सहित कुल 7.60 लाख का सामन बेग में रखकर बाइक पर घर जाने के लिए निकला था।

हरेश के साथ बगल में मेडिकल स्टोर चलाने वाले अश्विन देसाई भी अपनी बाइक से घर जा रहे थे,दोनों दुकानदार अमरोली अंजनी इंडस्ट्रीज-5 . के पास रेलवे ट्रैक के पास से गुजर रहे थे, उसी दौरान पीछे से दो मोटरसाइकिल पर सवार तीन नकाबपोश समेत पांच लुटेरे आए,लुटेरों ने अश्विन की बाइक रोकने की कोशिश की लेकिन अश्विन टर्न मरकर बाइक लेकर निकल गया, लेकिन लुटेरों ने हरीश की बाइक रुकवाकर उसे थप्पड़ मारकर तेरे पास जो है वो निकाल यु कहकर बैग की लूट चालकर फरार हो गए।

हरेश ने पहले अपनी बाइक पर उसके बाद अपने दोस्त हितेश उर्फ भगत देसाई के साथ कार में लुटेरों का पीछा किया लेकिन वह अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए,घटना को लेकर वीनू गोलविया ने अमरोली थाने में लूट की शिकायत दर्ज कराई,पुलिस ने अग्रिम जाँच शुरू की है।

रांदेर पीआई सस्पेंड, कल स्टेट विजलेन्स ने पकड़ा जुए का अड्डा

गांधीनगर की स्टेट विजलेन्स की टीम ने सूरत शहर के रांदेर में आरिफ कोठारी के जुए क्लब पर गत रोज छापा मार के 39 जुआरी को पकड़ा था। शनिवार को सुबह 11.30 बजे हुई यह छापेमारी रविवार को दोपहर 2.30 बजे तक चली थी।

 विजिलेंस ने देर शाम रांदेर पुलिस के पास जुए की शिकायत दर्ज की। इसी मामले में रांदेर पुलिस स्टेशन के पीआई अजय बलदैनिया को आज पुलिस कमिश्नर ने निलंबित कर दिया है।

 इसके साथ ही जुए के अड्डे  पर छापेमारी को लेकर सेक्टर -1 को जांच सौंपी गई है। पकड़े गए जुआरियों में मजदूरों, कपड़ा व्यापारियों, नौकरी तलाशने वालों, किसानों, रिक्शा चालकों, सब्जियों, बुक बाइंडिंग, लीफ कूड़े, मसाज पार्लरों के अलावा 4 से 5 सेवानिवृत्त जुआरी शामिल थे।

 जबकि आरिफ कोठारी, योगेश टंडेल, नईम राइटरों से पैसे लेने वाले नईम , 7 मोबाइल धारकों के साथ-साथ 39 ड्राइवरों ने 49 वांटेड घोषित किया है। आरिफ कोठारी पिछले 7 महीनों से जुआ क्लब चला रहा था और योगेश टंडेल इसे संभाल रहा था।

छापे के दौरान 14.90 लाख रुपये की 45 बाइक, 88,500 रुपये की 35 मोबाइल और 3.19 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई और 18.98 लाख रुपये जब्त किए गए।

 जुए क्लबों का संचालन योगेश टंडेल (राहे, शीतल चार रास्ता, ) और आरिफ गुलाम मोहम्मद कोठारी द्वारा किया जाता था।  दोनों ने वहां से भाग गए थे। यह भी कहा जाता है कि रोजाना 7 लाख से अधिक जुआ खेला जाता ।  सतर्कता छापे के बाद बड़े पैमाने पर जुए के अड्डे बंद कर दिए गए।

इस आरोपी को हाथ लगाना पड़ा भारी सूरत पुलिस को!

सूरत
पांडेसरा पुलिस थाना क्षेत्र में एक युवक पर हमला करने वाले दो आरोपियों में से एक का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पुलिस महकमे में सन्नाटा छा गया है।

इस घटना के बाद तुरंत ही इस आरोपी को पकड़ने वाले पुलिस कर्मचारियों की कोरोना जांच शुरू की गई और पूरे पुलिस स्टेशन को सेनीटाइज किया गया। मिली जानकारी के अनुसार पांडेसरा थाना क्षेत्र में वडोद क्षेत्र के भोला सिनेमा के पास चंद्रशेखर प्रधान नाम के युवक पर नवीन गुप्ता और कान्हा बसंती नाम के दो युवकों ने चाकू से हमला किया था।

इस हमले में चंद्रशेखर बुरी तरह से घायल हो गया था। पुलिस को जानकारी मिलने पर पुलिस ने दोनों को पूछताछ के लिए पकड़ा था। पूछताछ के पहले दोनों आरोपियों की कोरोना जाँच कराई गई। जांच के दौरान कान्हा बसंती का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया। यह पता चलते ही कान्हा बसंती को पूछताछ के लिए पकड कर लाने वाले पुलिस कर्मचारियों के होश उड़ गए।
उन्होंने तुरंत जानकारी बडे अधिकारियों को दी। इस पर बड़े अधिकारियनो संबंधित पुलिस कर्मचारियों की की जांच कराने के लिए कहा और पुलिस स्टेशन को सेनेटाइज करने के निर्देश दिए गए।

दो महीने के बाद खुले कपड़ा मार्केट व्यापारी हुए गदगद

देशभर में फैले कोरोना के कारण लोक डाउन के चलते बंद कपड़ा बाजार आज 71 दिनो के बाद फिर से खुल गया। आज कई दिनों के बाद पहुंचे कपड़ा व्यापारी अपनी दुकानों का ताला खोलने के साथ ही गदगद हो गए। व्यापारियों के लिए आज का दिन उत्सव के समान है।कपड़ा बाजार में सवेरे 10:00 बजे से ही व्यापारी पहुंचना शुरू हो गए थे।

लॉकडाउन के कारण कपड़ा व्यापारियों को कई शर्तों के साथ दुकानें खोलने की इजाजत दी गई है।जिसके चलते दुकान खोलने का समय भी बदल दिया गया है।अब से दुकान सवेरे 8:00 बजे से 4:00 बजे तक खुली रख सकते हैं।फिलहाल मनपा प्रशासन ने लिंबायत जोन और सेंट्रल जोन दोनों मिलाकर कुल 162 कपड़ा मार्केट खोलने की अनुमति कपड़ा व्यापारियों को दी है। 10 से 12 मार्केट को लेकर अभी भी प्रशासन ने मंजूरी नहीं दी है।

इसके चलते वह मार्केट बंद रहे। कपड़ा व्यापारियों ने आज पहले दिन अपने दुकानों की साफ सफाई की और कुछ बिल संबंधित काम काज किए।कपड़ा मार्केट में काम करने वाले ज्यादातर श्रमिक यूपी,बिहार,महाराष्ट्र आदि राज्यों के हैं जो कि अपने गांव जा चुके हैं। इसलिए वह नहीं आने के कारण व्यापारियों को खुद ही छोटे-मोटे काम कर लेना। कपड़ा मार्केट का टाइम बदल जाने के कारण व्यापारियों को भी अपना शिड्यूल बदलना पड़ा।

सामान्य तौर पर पहले व्यापारी 12:00 से 1:00 के बीच अपनी दुकानों पर पहुंचते थे लेकिन, आज व्यापारियों को अपना समय बदलना पड़ा और 10:00 बजे के करीब व्यापारी अपने दुकानों पर पहुंच गए।व्यापारियों को अब अपने भोजन का समय भी बदलना पड़ सकता है। कपड़ा व्यापारी रिंकेश लालवानी ने बताया कि 2 महीने के बाद दुकान खोलने से उत्साह का माहौल है। अब व्यापार रोजगार फिर से शुरू हो सकेगा।दुकानें बंद होने के कारण व्यापार थम सा गया था। कोरोना से बचने के उपायों के साथ मार्केट खुल रही हैं।तब सबको इसका ख्याल रखना अनिवार्य होगा।


उल्लेखनीय है कि कपड़ा बाजार तो खुल गया लेकिन इसके साथ ही व्यापारियों के सामने कुछ दिनों तक नवीन समस्या आते रहेंगी जैसे कि बीवर का पेमेंट प्रोसेसर का पेमेंट श्रमिकों का पगार इसके अलावा आने वाले दिनों में रिटर्न गुड्स के लिए भी व्यापारियों को तैयार रहना पड़ेगा।

पुलिस के डर से भागे युवक को लोगों ने समझा चोर!


सूरत
पुलिस का नाम सुनते ही अच्छे अच्छे को पसीना छूट जाता है, तो सामान्य आदमी की क्या हालत होगी समझ सकते होग। शनिवार को पुलिस के डर से एक युवक एक घर पर ऊपर चढ़ गया। उसकी हालत देखकर कुछ उसे लोग चोर समझने लगे। आसपास के लोगों के बुलाने के बाद घटनास्थल पर पहुंची और उसने चोर को उतारा तो उस युवक ने जो बताया वह सुनकर आप दंग रह जाएंगे।

युवक का कहना था कि वह गोडदरा क्षेत्र में रहता है और नौकरी पर बेगमपुरा क्षेत्र में जा रहा था। उस दौरान पुलिस ने उसे जांच के लिए रोक लिया। डर के मारे दौड़कर युवक नजदीक में बन रहे नए भवन की छत पर चढ़ गया। लोगों ने उसकी परिस्थिति देखकर उसे चोर समझ लिया और चिल्लाने लगे। कुछ लोग उसे नीचे उतारने के लिए ऊपर भी चढ़ गए।


पुलिस का ख़ौफ़ सामान्य आदमी में कितना है इस घटना से साबित हो रहा है। बताया जा रहा है कि इस युवक को पुलिस में पकड़कर हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को शक है कि युवक झूठ बढ़ रहा है। फ़िलहाल पुलिस में वहाँ जहां काम करता है वहाँ के लोगों से पूछताछ शुरू की है।

रेडजॉन के बाहर 585 यूनिट शुरू करने की ईजाजत मिली!!
सूरत के लोगों के लिए अच्छी खबर है।लॉकडाउन के कारण पचास दिन से अधिक दिनों तक कारख़ाने बंद रहने के बाद ज़िला उधोग केन्द्र के डिप्टी कमिश्नर के मंज़ूरी के बाद 485 यूनिट फिर से शुरू हो गए। इन्हें कई शर्तों के साथ मंज़ूरी दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत जिला उद्योग केंद्र के डिप्टी कमिश्नर ने सूरत के रेडजॉन के अलावा 585 इकाइयों को खोलने की अनुमति दी है। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए सचिन ने जीआईडीसी के पूर्व सचिव मयूर गोलवाला ने कहा कि जीआईडीसी में 185 इकाइयां चालू हैं। इसमें 20 लूम्स इकाइयां भी शामिल हैं। 15 मई को, सूरत जिले में 585 इकाइयाँ शुरू की गई हैं। यह यूनिट शुरू हो जाने से श्रमिकों के पलायन पर रोक लगेगा।


जिला उद्योग केंद्र को कुल 585 आवेदन इकाइयां शुरू करने के लिए मिला है। जिसमें शहर-जिले में कुल 310 इकाइयाँ शुरू की गई हैं। सचिन जीआईडीसी में मांगी गई 419 इकाइयों में से 185, पांडेसरा में 12 में से 11, इच्छापोर -भाटपोर में 61 में से 42, सूरत अेपेरल पार्क में 8 में से 6, हजीरा में 26 में से 17, बारडोली में 6 में से 6, ओलपाड में 8 में से 8 और सचिन सेज में 45 में से 35 इकाइयां चालू हैं। इन सभी इकाइयों में कुल 17,840 कर्मचारी काम कर रहे हैं।

पुलिस कमिश्नर सुबह-शाम एक एक घंटे खड़े रहेंगे ट्रैफ़िक प्वाइन्ट पर!!


सूरत
लॉकडाउन के दौरान ट्रैफ़िक प्वाइन्ट पर लोगों को रोकते रोकते पुलिस कर्मचारी भी कहीं ऊब न जाए इसलिए पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए शहर पुलिस कमिश्नर अब से खुद किसी न किसी ट्रैफ़िक प्वाइन्ट पर एक घंटे खड़े होकर पुलिस के जवानों का मनोबल बढ़ाएँगे|

सूरत के पुलिस आयुक्त आर.बी. ब्रह्मभट्ट ने निर्णय लिया है कि पुलिस का मनोबल बढ़ाने के लिए पुलिस आयुक्त, संयुक्त पुलिस आयुक्त, सभी पुलिस उपायुक्तों, सभी सहायक पुलिस आयुक्तों, पुलिस के सभी निरीक्षकों को प्रतिदिन सुबह एक घंटे और शाम को एक घंटे के लिए अपने क्षेत्र में ट्रेफिक प्वाइन्ट पर जाएँगे।
बताया जा रहा है कि पुलिस के बड़े अधिकारियों की ओर से लिए गए इस फ़ैसले के कारण दिन रात ट्रैफ़िक प्वाइन्ट पर काम करने वाले पुलिस कांस्टेबल से लेकर पुलिस सब-इंस्पेक्टर तक के अधिकारियों का जोश बढ़ेगा।

इस फ़ैसले का अमल शहर पुलिस कमिश्नर आर बी ब्रह्मभट्ट ने भी शुरू किया है। गुरुवार शाम और शुक्रवार की सुबह वह ट्रेफ़िक प्वाइन्ट पर खड़े थे।शुक्रवार की शाम वह उधना दरवाज़ा के पास रोकडिया हनुमान मंदिर के समीप ट्रैफ़िक प्वाइन्ट पर थे।

सूरत से कड़ी धूप में 1600 किलोमीटर पैदल ही चले गए श्रमिक
लॉकडाउन के कारण बेरोज़गार लाचार श्रमिकों को प्रशासन ने अपने राज्यों तक पहुँचाने के लिए ट्रेन की व्यवस्था तो कर दी है, लेकिन कई लोग पहले ही पैदल निकल चुके है। अब वह हज़ारो किलोमीटर की यात्रा कर गाँव पहुँच गए है लेकिन अपनी व्यथा बता रहे हैं। सूरत से पैदल निकलकर चार श्रमिक 1600 किलोमीटर चलकर यूपी के शहर मऊ पहुंचे।

चारों मजदूरों का मेडिकल परीक्षण के बाद 14 दिनों के आइसोलेशन में रखा गया। इसके बाद उन्हें गाँव जाने दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार कोरोना के कारण देशव्‍यापी लॉकडाउन में व्यापार-रोज़गार बंद हो जाने से अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों के सामने आर्थिक समस्या खडी हो गई। आखिर लाचार होकर कई श्रमिक अपने अपने वतन लौट रहे हैं। यह सिलसिला अप्रेल से ही शुरू हो गया था। बीते दिनों गुजरात से भी बड़ी संख्या में लोग पैदल ही गाँव चले गए।गुजरात के सूरत शहर से यूपी के मऊ में 12 दिन पैदल चलकर पहुंचे मजदूरों को देखकर उनकी लाचारी का ख़्याल आ गया।

पुलिसवाले ने कुछ ऐसा किया कि रातो-रात दुनिया में छा गया!


सूरत
सूरत पुलिस कर्मचारी लॉकडाउन के दौरान लाउडस्पीकर पर बोलते समय बनाई कुछ पंक्तियों के कारण इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। सूरत के उधना पुलिस थाना में कार्यरत एक पुलिस कर्मी को सूरत की दो हज़ार करोड़ रूपए का टर्न ओवर करने वाली एक बड़ी कंपनी ने लॉकडाउन में जागृति के लिए ब्रान्ड तौर पर चुना है। दरअसल बात यह है कि कोरोना-१ के दौरान लोगों को घर में रहने की नसीहत देने के दौरान उधना पुलिस थाना के एक पुलिसकर्मी ने दो चार पंक्तिया बनायी थी।

इसमे बताया था कि तोड़ देंगे तुम्हारे शरीर का कोना -कोना लेकिन होने नहीं देंगे तुमको कोरोना। आप समझो हम आप की भलाई के लिए यह कर रहे है।यह लाइनें सोशल मीडिया में अभी खुब वायरल हो रही है और चर्चा का विषय बनी है। उधना पुलिसकर्मी के इन लाइनो को बड़े बड़े पुलिस अधिकारियों ने देखा। वही बॉलीवुड के निर्देशक ने भी तारीफ की है। पुलिस कर्मियों ने लॉकडाउन के दौरान लोगों को घर से बाहर निकलने के लिए किए गए प्रयास की सभी जगह चर्चा हो रही है।
जिस पुलिसकर्मी की वीडियो वायरल हुआ उन प्रवीण पाटिल का कहना है कि हीरा कंपनी से उन पर फ़ोन आया था कि वह लोगों में लॉकडाउन के दौरान जागृती के लिए एक मैसेज मे उनकी फ़ोटो इस्तेमाल करना चाहते है। इसलिए सूरत पुलिस का नाम हो साथ ही लोगों में घर से बाहर नहीं निकलने की जागृती आए इसलिए छूट दे दी। इसके लिए सिर्फ़ मौखिक बात हुई है।

उनके बीच कोई कॉन्ट्रैक्ट नही हुआ। इसके लिए कोई रूपए भी नही लिए। मेरा उद्देश्य सिर्फ़ यह है कि पुलिस कमिश्नर आर बी ब्रम्हभट्ट के नेतृत्व में पुलिस लॉकडाउन के दौरान लोगों के लिए जिस तरह से अपना कर्तव्य निभा रही है यह लोगों तक जाए और वह कोरोना के ख़िलाफ़ जागृत हो सकें।
इस पुलिस के जवान के फ़ोटो के साथ हीरा कंपनी ने यह लिखा है कि हम कल घर से बाहर निकल सकें इसलिए यह आज बाहर हैं।

गोडादरा में युवक की हत्या,तीन घायल

सूरत
शहर में एक और कोरोना का कहर जारी है और लोग लॉकडाउन में परेशान है , वहीं शहर के गोडादरा क्षेत्र में देर रात खूनी खेल मचा , जिसमें की एक युवक की मौत हो गई ।
मिली जानकारी के अनुसार गोडादरा क्षेत्र के मानसरोवर सोसाइटी के पास आवास में सतीश नाम के युवक ने अपने भाई और साथियों के साथ चार लोगों पर हमला कर दिया इस हमले में एक युवक की मौत हो गई और तीन को गंभीर चोट पहुंची है ।इन तीनों को अस्पताल ले जाया गया है ।
पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोडादरा में आवास में सोनू सिरसाठ और सागर सिरसाठ अपने परिवार के साथ रहते हैं। इसी क्षेत्र में इनके पास में सतीश नाम का युवक रहता है । बुधवार की रात सोनू सिरसाठ के परिचित का लड़का नजदीक की दुकान में सामान खरीदने गया था ।

उस दौरान आरोपी सतीश के भाई ने किसी बात पर उससे झगड़ा किया और मारामारी की। इस बात पर सोनू सिरसाठ बीच में पड़ा और सतीश के भाई को समझाने गया था ।उस दौरान सतीश के भाई ने सोनू के साथ भी झगड़ा कर लिया और बोला चार्ली उग्र हो गई ।

देखते देखते झगड़े ने गंभीर रूप धारण कर लिया और सतीश अपने भाई का पक्ष लेने लगा ।उसने २-४ आदमियों को बुला लिया और चाकू तथा फटके आदि से हमला कर दिया ।इस हमले में सोनू सिरसाठ सागर सिरसाठ और लता नाम की महिला गंभीर रूप से घायल हो गए ।इस हमले में नाम मिलिंद नाम का युवक भी गंभीर घायल हुआ था , जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई ।

उल्लेखनीय है कि गोडादरा क्षेत्र में लॉकडाउन की परिस्थिति है लेकिन वहां के कुछ लोग लॉकडाउन के दौरान भी नियमों का पालन नहीं कर रहे है ।वह अभी भी पहले की तरह ही घूम रहे हैं ।आपको बता दें कि आवास में आए दिनों छुटपुट हिंसा की घटनाएं होती रहती हैं , जो कि पुलिस के लिए भी सिरदर्द का कारण बन गया है।

सूरत में हज़ारों परप्रांतीय श्रमिक वतन जाने की ज़िद्द के साथ सड़क पर उतरे

सूरत
सूरत में लॉकडाउन के दौरान जिस बात की चिंता थी वही हो रहा है मंगलवार को सबेरे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा की । इसके बाद कई क्षेत्रों में श्रमिकों ने सड़क पर उतरकर हमारे गाँव भेज दो यह जिद्द पकड़ी थी ।

सूरत में है लाखों परप्रांतिय श्रमिक
मिली जानकारी के अनुसार सूरत में कपड़ा उद्योग में UP, बिहार, छत्तीसगढ़ राजस्थान के लाखों श्रमिक नौकरी करते हैं लॉक डाउन होने के कारण इन दिनों का बेरोज़गार हो गए हैं ।सामाजिक संस्थाओं की ओर से उन्हें भोजन की व्यवस्था दी जा रही है ।लेकिन वह इतना काफ़ी है ।उनके पास जब ख़र्चे के लिए भी रुपया नहीं है ।

कई क्षेत्रों में श्रमिक उतरें सड़कों पर
शहर के वराछा, एके रोड, लसकाणा और पांडेसरा क्षेत्र में हज़ारों श्रमिकों ने अपने वतन जाने की माँग के सड़कों पर उतर आए और लॉकडाउन मे पर्याप्त व्यवस्था नही मिलने पर नाराज़गी व्यक्त की।हालाँकि उन्होंने कोई हिंसक प्रदर्शन नहीं किया लेकिन उन्हें क़ाबू में पाने के लिए पुलिस को दम लगाना पड़ा । वराछा के मोहन नगर के पास लूम्स और एम्ब्रॉयडरी कारख़ाने आए हैं ।यहाँ पर श्रमिकों ने सड़क पर इकट्ठा होकर प्रशासन से हमें हमारे गाँव भेज दो की माँग की ।इसी तरह से एके रोड पर भी श्रमिक सड़क पर आ गए और गाँव जाने की व्यवस्था के लिए माँग की । पांडेसरा में बड़ी संख्या में कपडा कारख़ानों में काम करने वाले श्रमिक सड़कों पर इकट्ठा हो गए उन्हें क़ाबू पाने के लिए पुलिस को भारी ज़हमत उठानी पड़ी ।

परिवारजनों की चिंता

बड़ी बात तो यह है कि वह हज़ारों किलोमीटर दूर अपने परिवार जनों से यहाँ आए हैं ।उन्हें गाँव मैं अपने माता पिता भी बच्चों की चिंता हो रही है। कोरोना की गंभीरता को समझते हुए उन्होंने 21 दिन का लॉकडाउन तो जैसे तैसे काट लिया ।

14 अप्रेल के बाद छूट मिलने की उम्मीद थी
14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन में कुछ छूट मिलेगी ऐसी उम्मीद श्रमिकों को थी। उन्हें लगता था की शायद वह अपना वतन जा सकेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ लॉकडाउन 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया ।ऐसे में पर प्रांतीय श्रमिको में चिंता का माहौल है।शाम के समय वराछा, ओके रोड, लसकाणा और पांडेसरा में हज़ारों श्रमिक सड़क पर उतर आए ।

लसकाणा में तो 2 दिन पहले से विरोध चल रहा है

लसकाणा में तो 2 दिन पहले से विरोध चल रहा है ।उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार और मनपा प्रशासन तथा स्थानीय सामाजिक करता है श्रमिकों को परेशानी न हो इसके लिए पूरा प्रयास करेंगे लेकिन इसके बावजूद कहीं कहीं श्रमिकों में नाराज़गी मिल रही है प्रशासन को श्रमिकों के लिए कुछ करना ही पड़ेगा