पीपीई किट के उत्पादन में भारत अग्रणी देशों मे शामिल!!


सूरत
मुसीबत को मौके में बदल लेने वाले भारत के उद्यमियों ने कोरोना के समय में भी मुसीबत को एक अवसर के रूप में बदल दिया है।भारत में कोरोना के बाद दो महीने में पीपीई किट का उत्पादन बड़े पैमाने पर होने लगा है। दुनिया में पीपीई किट के उत्पादन में भारत अग्रणी देशों में शामिल हो गया है।

मिली जानकारी के अनुसार देश के कई कोनों में कोरोना के बाद कपड़ा उद्यमियों ने पीपीई किट और मास्क का उत्पादन शुरू कर दिया है। भले ही इन दिनों साड़ी ड्रेस मटेरियल और गारमेंट का उत्पादन बंद है। लेकिन कोरोना बढ़ने से दुनिया भर में पीपीई किट की मांग को देखते हुए कई कपड़ा उद्यमियों में पीपीई किट का उत्पादन करना शुरू कर दिया है।

देश में सूरत मुंबई दिल्ली सहित कई स्थानों पर पीपीई किट का उत्पादन होने लगा है। बताया जा रहा है कि देश में प्रतिदिन साढे चार लाख पीपीई किट का उत्पादन होने लगा है। भारत के उद्यमियों ने कोरोना के बाद पीपीई किट का उत्पादन शुरू किया और अब पीपीई किट और मास्क के उत्पादन में अग्रणी हो गए है। बीते दिनों केन्द्र सरकार ने पीपीई किट बनाने वाले तमाम उद्यमियों की जानकारी भी माँगी थी।

सूरत भी पीपीई और मास्क उत्पादन का बड़ा केन्द्र है। एक अंदाज के अनुसार यहाँ प्रतिदिन एक लाख पीपीई किट और और 200000 मास्क का उत्पादन होता है।पीपीई का उत्पादन करने के पहले संबंधित विभाग से सर्टिफिकेट लेना होता है मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अभी तक भारत से आगे सिर्फ चीन ही है।


कपड़ा उद्यमियों का मानना है कि आनेवाले दिनों में पीपीई किट की डिमांड और बढ़ेगी। भारत के उद्यमियों को बड़े पैमाने पर ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।बताया जा रहा है कि भारत में अब 600 से अधिक कंपनियों में प्रतिदिन साढ़े चार लाख किट का उत्पादन होता है।


उल्लेखनीय है कि सूरत में भी पाँच कंपनियों में पीपीई किट का उत्पादन शुरू हो गया है और कई कंपनियों में पीपीई किट उत्पादन के लिए प्रोसेस शुरू की है।
वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी में 18 मई को अपने ट्विटर पर बताया कि भारत में प्रतिदिन साढ़े चार लाख पीपीई किट का उत्पादन होने लगा है।