औद्योगिक क्षेत्रों में सरकारी अधिकारियों का स्वाँग रचकर उद्यमियों को ठगने वाला गिरोह भी सक्रिय हो गया है। रविवार को ऐसी ही एक घटना में जीएसटी अधिकारी के स्वाँग में एक ठग ने एक उद्यमी से पैसे माँगने की जानकारी सामने आ रही है।


मिली जानकारी के अनुसार रविवार को जीएसटी के स्वाँग में खड़े एक शख़्स ने पांडेसरा-भस्तान चौराहे के पास सचिन के एक उद्योगपति के टेंपो को रोक दिया और टेम्पो चालक से कागजात की मांग की। सभी काग़ज़ देखने के बाद यूनिट के मालिक को बुलाने के लिए कहा।
घटनास्थल पर यूनिट संचालक आने के बाद जीएसटी अधिकारी के स्वांग में खड़े शख़्स ने उन्हें जुर्माना भरने के लिए कहा। जुर्माना न देने पर टेंपो को जब्त करने की धमकी भी दी।

यूनिट संचालक को इस शख़्स की बात शक होने लगा क्योंकि जुर्माना मांगने वाला अधिकारी बाइक पर था और उस समय टीम का कोई सदस्य मौजूद नहीं था। इसलिए संदेह के आधार पर यूनिट संचालक ने जीएसटी विभाग मे इस अधिकारी के बारे में पूछताछ शुरू की।

घटना के बारे में शिकार बने यूनिट संचालक अरविंद दुधात ने कहा कि सुबह 11 बजे के करीब उनका टेम्पो भस्तान चोकड़ी के पास रोककर खुद को जीएसटी अधिकारी बताने वाले ने माल का बिल मांग कर पैसे की माँग की। उसकी बात से शक होने पर उन्होंने अपने यूनियन को फोन पर कथित जीएसटी अधिकारी द्वारा जुर्माना लगाने की बात कही।
इस पर एसोसिएशन के सदस्यों ने एक जीएसटी अधिकारी से संपर्क किया गया। जीएसटी विभाग ने सुझाव दिया कि व्यक्ति पहले आईकार्ड मांगे। इस पर आईकार्ड मांगा, तो उसने कहा, "मैं आपके साथ सहयोग करना चाहता हूं और आप मेरा आईकार्ड चाहते हैं।"

जब यूनिट संचालक ने जुर्माना भरने के लिए एटीएम से पैसे निकालने की इच्छा दिखाई और हमारे पीछे आने को कहा, तो वह व्यक्ति थोड़ी दूर तक पीछा करता रहा और अचानक गायब हो गया। यूनिट संचालक ने चुपचाप उस व्यक्ति की बाइक की एक फोटो भी क्लिक की है। इस मार्ग पर हर दिन सैकड़ों टेंपो-ट्रक चलते हैं। इस प्रकार से नक़ली जीएसटी अधिकारी कई लोगों को ठगते हैं।