नीरव मोदी की 329.66 करोड़ की संपत्ति ईडी ने जब्त की!

बैंक से लोन लेकर भरपाई नहीं करने के मामले में आरोपी हीरा उद्यमी नीरव मोदी की 329.66 करोड रुपए के संपत्ति एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने जब्त कर ली है।


नीरव मोदी और उनके रिश्तेदार मेहुल चौकसी पर पंजाब नेशनल बैंक के साथ धोखाधड़ी का आरोप है। यह दोनों जन भारत छोड़कर फरार हैं। दोनों पर ही प्रीवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कार्यवाही जारी है।

पिछले साल लंदन में नीरव मोदी की गिरफ्तार किया गया था और वह जेल में से भारत में की प्रत्यर्पण अर्जी के खिलाफ केस लड़ रहा है। मेहुल चौकसी एंटीगुआ में रहते हैं और वहां की नागरिकता ले ली है। भारत नहीं आने के लिए मेहुल चौकसी ने स्वास्थ्य खराब होने का कारण बताया है। दोनों जने मिलकर पंजाब नेशनल बैंक के साथ 14000 करोड रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। ईडी ने अभी तक मोदी की 2348 करोड रुपए की संपत्ति ज़ब्त की है।

जिसमें की मुंबई के वरली में आई बिल्डिंग समुद्र महल दरिया किनारे के फार्म हाउस, अलीबाग की जमीन, जैसलमेर की पवन मिल, लंदन का एक प्लेट और कई बैंक अकाउंट आदि जप्त किए हैं। बीते साल 5 दिसंबर को अदालत में नीरव मोदी को फरार आर्थिक अपराधी घोषित किया था।


उल्लेखनीय है कि इस घटना के बाद बैंकों ने हीरा उद्यमियों को ऋ्ण देना बंद कर दिया है। बार-बार हीरा उद्यमियों के कहने पर भी उन्हें ऋण देने में आनाकानी कर रहे है।

कड़ी शर्तों के साथ सूरत में हीरा उद्योग शुक्रवार से शुरू

हीरा उद्योग में शुक्रवार से व्यापार फिर से शुरू हो जाएगा। ऐसे में सूरत महानगर पालिका ने बुधवार को नई गाइडलाइन जारी की है।अब से सभी हीरा उद्यमियों को इस गाइडलाइन के अनुसार ही काम करना पड़ेगा। नई गाइडलाइन के अनुसार हीरा बाजार में ऑफिस का समय 2:00 से 6:00 बजे तक रहेगा।

यानी 4 घंटे तक कामकाज जारी रहेगा। इसके अलावा अब तक जिस तरह रास्ते होने पर बैठकर हीरे की खरीद बिक्री होती थी उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। हीरा कारखानों में आने वाले तमाम श्रमिकों का रजिस्टर मेंटेन करना होगा। ऑफिस में वेंटिलेशन की सुविधा होना चाहिए। कर्मचारियों के बीच 1 मीटर का अंतर,सीसीटीवी कैमरा, ऑफिस में प्रवेश करने पर सैनिटाइजर, पर्सनल प्रोटेक्शन के साधन की व्यवस्था करनी होगी।

इसके अलावा तमाम कर्मचारियों को आईडेंटिटी कार्ड देने होंगे। माइक्रो कंटेनमेंट जोन से आने वाले श्रमिकों को प्रवेश नहीं दिया। जाएगा बाहर से आने वाले श्रमिकों को 14 दिन क्वारंटाइन रहने के बाद ही काम पर आने दिया जाए।ऑफिस एवं कैंटीन तथा सामूहिक भोजन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

यदि किसी हीरा बाजार में 10 से अधिक हीरा श्रमिकों में कोरोना पाया जाता है तो हीरा बाजार बंद करा दिया जाएगा। इसके अलावा मनपा की गाइडलाइन में यह भी बताया गया है कि चालू कार्यालय के दौरान भी कर्मचारियों का टेस्ट किया जा सकता है। यदि किसी में पाया गया तो ऑफिस तुरंत बंद करवा दिया जाएगा और गाइडलाइन का पालन नहीं हुआ तो वहां पर दंडनीय कार्यवाही की जाएगी।

साथ ही जहां पर कोई संकट नहीं पाया गया ऑफिस को काविड सेफ्टी एक्रीडेशन दिया जाएगा। गाइडलाइन में यह भी बताया गया है कि बिल्डिंग में काम शुरू होने से पहले हम काम शुरू होने के बाद मॉक ड्रिल भी करना होगा। हीरा कर्मचारियों को सावधानी बरतने के लिए शपथ भी लेनी होगी। जोश के साथ ‘हार से कोरोना जीत से सूरत एवं एक लक्ष्य हमारा है कोरोना को हराना है’
यह नारेबाजी कर रही होगी शाम को ऑफिस बंद होने पर राष्ट्रगीत का दान करना पड़ेगा एवं आरोग्य सेतु एप्लीकेशन डाउनलोड करना पड़ेगा।

हीरा उद्योग के लिए कड़ी चुनौती, बैंकों ने भी मुँह मोड़ा

प्रतिकात्मक तस्वीर

सूरत
कोरोना के कारण हीरा उद्योग की डगर कांटो भरी नजर आ रही है। सूरत हीरा उद्योग मुख्य तौर पर विदेशों में निर्यात पर निर्भर करता है। दुनिया के सभी देशों से कोरोना के कारण लॉकडाउन का माहौल है।ज्यादातर बाजार बंद है। व्यापार उद्योग भी बंद है।ऐसे में उद्यमियों को नए ऑर्डर नहीं मिल रहे है। बीते दिनों जो आर्डर मिले वह भी कैंसिल हो चुके हैं।

हीरा उद्योग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरत में तैयार होने वाले पॉलिश्ड हीरे 40% तक अमरीका में निर्यात होते हैं। इसके बाद हांगकांग और चीन में मिलाकर 43 प्रतिशत हीरा जाते हैं। इन दिनों में अमेरिका की अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर नहीं चल रही। एक और जहां कोरोना ने परेशान कर रखा है वहीं दूसरी ओर चीन के कारण शीत युद्ध से वहां का माहौल बिगड़ा हुआ है। व्यापारियों में चिंता का माहौल है। लोगों ने भी ज्वैलरी ख़रीद पर ब्रेक लगा दी है।

कोरोना के कारण वहाँ के अर्थव्यवस्था लचर हो गई है। बीते दो सप्ताह से अमेरिका में अश्वेत नागरिक की मौत को लेकर वहां का माहौल बिगड़ा था। कई शहरों में कर्फ़्यू था। ऐसे में व्यापार कर पाना तो दूर की बात है। सूरत के हीरा उद्यमियों को जो आर्डर मिले थे वह भी रद्द होने लगे हैं । ऐसा कुछ हांगकांग में भी है। हांगकांग में वहां के नागरिक अपने नागरिकों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं कभी भी बंद हो जाता है इस कारण व्यापारी ज्यादा माल नहीं खरीदना पसंद कर रहे हैं।

हांगकांग में विदेशी टूरिस्ट पर फ़िलहाल प्रतिबंध होने से वहाँ लोग नहीं आ पा रहे। इसलिए ख़रीदी कम हो रही है।बीते तीन महीने से अमेरिका, हांगकांग, दुबई सभी देशों में से जो पेमेंट मिलना था उसका एक चौथाई हिस्सा या उससे भी कम पेमेंट मिला रहा है। क्योंकि व्यापार-उद्योग बंद हो जाने के कारण वहां की व्यापारी भी आ गए हैं। विलंब से पेमेंट कर रहे हैं। दूसरी ओर भारत में भी हीरा उद्यमियों के के लिए डगर कठिन होते जा रही है।

कुछ दिनों पहले ही एक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने बताया कि भारत में बैंक बैंकों ने हीरा उद्योग को लोन देना कम कर दिया है। 2018 की अपेक्षा वर्ष 2020 में 18% कम लोन दिया है।

नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की घटना के बाद बैंक हीरा उद्यमियों को को लोन देने से कतरा रहे हैं।पेमेंट समय पर और नहीं मिलने के कारण हीरा उद्योग के लिए भारी समस्या खड़ी हो गई है। बड़े उद्यमी तो जैसे तैसे गुजरात चला लेंगे छोटे और मध्यम उद्यमियों के लिए दिक्कत हो जाएगी।


हीरा उद्यमी निलेश बोडकी ने बताया कि हीरा उद्योग में इन दिनों पचास प्रतिशत लिक्विडटी पर काम चल रहा है। पेमेन्ट लगभग 45 दिन विलंब से मिल रहा है। अमरीका से ऑर्डर नहीं मिल पा रहे। हांगकांग में भी विदेशी प्रवासियों के आने पर प्रतिबंध होने के कारण ख़रीद पर असर पड़ी है। इसके अलावा यदि भारत में कोरोना के मरीज बढ़े तो हीरा उद्योग के लिए समस्या बढ सकती है।