दिनांक 21 जून सन 2020 दिन रविवार की पंचांग स्थिति
पृथ्वी स्थानीय पंचांग अनुसार अमावस्या दोपहर 12:12 तक तदुपरांत प्रतिपदा।
तिथि काशी के पंचांग अनुसार अमावस्या सायं 16:05 तक तदुपरांत प्रतिपदा।
योग स्थानीय पंचांग अनुसार गंड योग दोपहर 13:44 तक तदुपरांत वृद्धि।
नक्षत्र मृगशिरा दोपहर 13:01 तक तदोपरांत आर्द्रा।
करण लाल कर्ण दोपहर 12:12 तक तदुपरांत कींस्तुघ्न ।
सूर्योदय स्थानीय पंचांग अनुसार 6:01 25 सेकंड पर
सूर्यास्त स्थानीय पंचांग अनुसार 19:18 43 सेकंड
सूर्योदय काशी के पंचांग अनुसार 5:13
सूर्यास्त काशी के पंचांग अनुसार 6:45
ग्रह स्थिति
सूर्य मिथुन में।
चंद्रमा मिथुन में।
मंगल मीन में।
बुद्ध मिथुन में वक्री।
बृहस्पति मकर में वक्री
शुक्र वृष में वक्री
शनि मकर में वक्री
राहु मिथुन में वक्री
केतु धनु में वक्री
ग्रहण विशेष
स्नान दान आदि के लिए अमावस्या अत्यंत पूण्यवती होती है । तीर्थ स्थानों में स्नान करके यथाशक्ति दान करें।
आज सूर्य का प्रवेश आर्द्रा नक्षत्र में होगा रात्रि 22:27 पर सूर्य आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे इसके बाद उत्तर भारत में बरसात का प्रारंभ हो जाएगा।
आज सूर्य ग्रहण लगेगा।मुंबई की स्थिति के अनुसार ग्रहण का स्पर्श प्रातः 10:01 पर मध्य 11:38 पर मोक्ष 13:38 पर होगा। इसका पुण्य फल ग्रहण के स्पर्श से मोक्ष पर्यंत माना जाता है सक्षम व्यक्तियों के लिए वेध पालन का समय 20 जून शनिवार की रात 10:00 बजे से मोक्ष 1:38 तक रहेगा बाल वृद्धि रोगी एवं गर्भवती आदि अक्षम लोगों के लिए वेध का काल प्रातः 4:45 4:45 से 1:28 तक रहेगा। पर्व का समय 3:27 से 1:00 तक रहेगा।
वर्जित वेद काल में भोजन सर्वथा वर्जित है। प्रातः 10:01 से 1:28 का काल पानी पीने मल मूत्र त्याग करने तथा सोने के लिए भी वर्जित है। कामादि चेष्ठा भी वर्जित है ।
कृत्य ग्रहण स्पर्श होते ही स्नान करें इस समय देव पूजा तर्पण श्राद्ध जब वह मतदान आदि का पुण्य कार्य अवश्य करें। इस काल में संपादित पुण्य कार्य कई गुना फल देते हैं नवीन मंत्र की शिक्षा या पूर्व गृह मंत्रियों के पुरुष चरण तथा जागृत करने के लिए अत्यंत बलशाली मुहूर्त है।
पूर्व गृह मंत्रियों का इस काल पुरश्चरण करने से मंत्रों को नवीन शक्ति प्राप्त हो जाती है। यह ग्रहण मिथुन राशि में लग रहा है अतः मिथुन राशि वालों के लिए विशिष्ट अनिष्ट कर रहेगा साथ ही कर्क वृश्चिक मीन राशियों के लिए अनिष्ट कर होगा उमेश सिंह कन्या व मकर के लिए शुभ फलदाई तथा वृषभ तुला धनोवा कुंभ राशियों को मिश्रित फल देगा।