सूरत शहर घोडदोड रोड के करीमाबाद में रहने वाले खोजा समाज के व्यापारी अनवर दूधवाला के पुत्र कौमिल दूधवाला का गुरुवार को अपहरण कर लिया गया था। कई घंटों की मशक्कत के बाद देर शाम उसे छोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ताओं ने कौमिल दूधवाला को छोड़ने के लिए तीन करोड़ की फिरौती मांगी थी और एक करोड में मान गए थे।
पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को दो रिवाल्वर के साथ भरूच टोल नाका के पास से पकड़ लिया है। सभी आरोपी फिरौती के रुपए का बंटवारा करके भाग जाना चाहते थे। हालांकि वह भागे इससे पहले पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। पुलिस ने उनके पास से 9900000 लाख नकद सहित 1.16 करोड़ रुपए का माल सामान जप्त किया।पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को कौमिल अपनी बाइक पर प्रातः काल 7:00 बजे के करीब जिम जाने के लिए निकला था।
इस दौरान कृष्ण कुंज सोसायटी के पास स्पीड ब्रेकर आने पर उन्होंने बाइक धीमी की थी। इस दौरान अपहरणकर्ताओं ने उसकी बाइक को टक्कर मार दिया था। इसके बाद कार में से 4 लोग आए और उनका अपहरण कर गए थे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के उच्च अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए।
घटनास्थल पर पुलिस को व्यापारी पुत्र की बाइक और जूते मिले थे। इसके बाद नजदीक में लगे सीसीटीवी फुटेज को देखने पर एक सफेद कलर की स्कोडा कार दिखी थी। जिसका की नंबर नहीं दिख रहा था। इस घटना के 1 घंटे बाद अपहरणकर्ताओं ने व्यापारी के पुत्र से व्यापारी को फोन किया और 3 करोड मांगे थे। सवेरे 8:30 बजे से लगभग 7 से 8 कॉल किए। इसके बाद 4:30 बजे कौमिल को कामरेज के पास छोड़कर भाग गए थे।
इसके पश्चात को कौमिल ने वराछा तक पहुंचकर रिक्शा चालक के मोबाइल से अपनी जानकारी दी। बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ता हिंदी में बात कर रहे थे। उन्होंने पहले 3 करोड मांगे लेकिन जब कौमिल के पिता ने तीन करोड़ देने से इंकार कर दिया तो वह दो करोड़ मांगे और एक करोड़ पर तैयार हो गए। पैसे पाने तक वह लोग को कौमिल को सूरत में कि मांडवी, कठोर, ताडकेश्वर आदि जगह पर घुमा रहे थे। उनके पास हथियार होने से कौमिल डर गया था। कौमिल जब घर आ गया तब उससे पुलिस ने पूछताछ की और जांच की।
इस जानकारी के बाद पुलिस की टीम भरूच पहुंच गई थी। वहां पुलिस ने 4 लोगों को पकड़ लिया और पूछताछ करने पर उन्होंने 8 लोगों की गैंग होने की जानकारी दी। जिसके आधार पर पुलिस ने सब को पकड़ लिया। पूछताछ में बताया कि वह बीते 15 दिन से रैकी कर रहे थे। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने कौमिल का मोबाइल ट्रेस पर रख दिया था।
जिसके आधार पर कौमिल कहां है यह जानकारी मिल रही थी कि उसको अलग-अलग गांव में घुमा रहे थे। आरोपियों ने कौमिल को तो छोड़ दिया लेकिन उसका मोबाइल अपने पास ही रखा। जिसके चलते पुलिस ने वह नंबर ट्रेस करके पकड़ लिया।
पुलिस ने इस मामले में पकड़े 8 आरोपियों के नाम अजय रत्ना भाई डाबला, चिराग गोपाल यादव, सोनू देवपुरी गोविंद पुरी गोस्वामी, फैजान खान नबी खान उस्मान, अरविंद मावजी वाढेल, इश्तियाक रफीक शेख, इरशाद शमशेर मुल्तानी संतोष सुनील पटेल है।