चोरी करने के लिए चोर कितनी नई नई टैक्निक अजमाते हैं। यह पढकर आप चौंक उठेंगे। चोरों को पकड़ने के लिए पुलिस जितना हाइटेक हो रही है चोर भी नए नए प्रयास कर रहे हैं। इंदौर जीडीपी ने देर रात एक एक्सप्रेस ट्रेन को लूटने वाले गिरोह को पकड़ा है। इस संबंध में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
जीआरपी एएसपी राकेश खाका के मुताबिक आरोपी सिर्फ लंबी दूरी और दक्षिण भारत जाने वाली ट्रेनों को निशाना बना रहे थे. एएसपी के मुताबिक, हर रेलवे क्रॉसिंग पर पटरियों पर बैरिकेड्स हैं. अगर यहां लोहे की छड़ या 5 रुपये का सिक्का डाला जाए तो सिग्नल लाल हो जाता है। हाईवे के पास जहां रेलवे क्रॉसिंग पर कोई गार्ड या कर्मचारी नहीं होता है, वहां आरोपी का गैंग पहुंच जाता है. इसके बाद रेड सिग्नल के साथ वाहन को रोका जाता है। सिग्नल के ग्रीन होने तक गैंग लूटपाट करता रहा और फरार हो गया।आरोपी अब तक माउंट आबू, भरूच, वापी, औरंगाबाद, मक्सी और कोटा में लूट को अंजाम दे चुके हैं।
रेलवे स्टेशन के पहले ट्रैक पर एक सर्किट होता है जिसे ट्रैक सर्किट कहा जाता है। इसका मुख्य कार्य कि रेलवे ट्रैक पर कोई रुकावट तो नहीं है और ट्रैक सुरक्षित है। यह जांचना है यदि ट्रैक सुरक्षित है तो सिग्नल हरा हो जाता है और यदि कोई खराबी है तो यह लाल हो जाता है। अगर सिग्नल लाल हो जाता है, तो चालक ट्रेन को तुरंत रोक देता है। इस घटना के बाद फिर से ट्रेन यात्रा शुरू करने में 15 से 20 मिनट का समय लगता है।गिरोह रेलवे ट्रैक से पांच रुपये का सिक्का फंसा देता था और रेड सिग्नल मिलने पर लूटपाट कर फरार हो जाते।
एक माह में सामने आईं लूट की 7 घटनाएं
जून में आरोपी ने 7 ट्रेनों में लूटपाट की थी। जिसमें बीकानेर-दादर रणपुर एक्सप्रेस 18 जून को आबू के पास,
19 जून को अवंतिका एक्स. और भरूच (गुजरात) के पास अजमेर-मैसूर एक्स,
20 जून को वापी (गुजरात) के पास बांद्रा-भुज एक्स, 25 जून को पोरबंदर-हावड़ा एक्स। नंदुरबार (महाराष्ट्र) के पास,
26 जून मध्य प्रदेश में मक्सी के पास जयपुर-हैदराबाद पूर्व। वहीं 27 जून को जयपुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस में कोटा के पास लूट की घटना हुई।
आरोपियों ने एक कार कर हर वारदात में इस्तेमाल किया था। वो हर वारदात में कहीं न कहीं देखी गई। जब कार के फास्ट टैग की डिटेल निकाली गई तो जिन राज्यों में वारदात हुए थे वहां के टोल नाके से गुजरी थी। इसके बाद पुलिस का शक यकीन में बदल गया।
फास्टैग के जरिए रेलवे पुलिस ने उस शख्स के मोबाइल नंबर को ट्रेस कर लिया जिस पर फास्टैग रजिस्टर्ड था. उसका नाम दीपक था और वह हरियाणा का रहने वाला था।
दीपक गाडी चलाता था। साथ ही अन्य साथी सोनी वाल्मीकि, राहुल वाल्मीकि और छोटू ट्रेन में चढ़ गए और लूटपाट करते। ट्रेनों में लूटपाट करने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।आरोपी मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, और राजस्थान से लंबी दूरी की ट्रेनों को लूट रहे थे। आरोपियों के पास से 500 ग्राम सोना और अन्य सामान बरामद किया गया है। पूछताछ में पता चला कि आरोपी पांच रुपये के सिक्के की मदद से ट्रेन लूट रहे थे।