सूरत शहर में आज सुबह से ही हल्की बारिश रही है। अब तक 17 मिमी बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। जबकि अभी भी धीरे-धीरे बारिश हो रही है। इसके साथ ही उकाई बांध का खतरनाक स्तर 345 के करीब 341.39 फीट पहुंच गया है। पिछले दो दिनों में 22 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हालांकि, अब पानी की आवक से ज़्यादा पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया है। अभी 84 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
बारिश नहीं रूकी तो बांध की सतह ऊपर आ सकती है। हालांकि, रूल लेवल के अनुसार पानी का स्तर 340 फीट से ऊपर होने के कारण 50 हजार क्यूसेक तक पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया। वर्तमान में उकाई बांध की सतह 341.39 फीट दर्ज की गई है। वर्तमान में 84 हजार क्यूसेक पानी की आवक के मुकाबले 84 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
सूरत सहित दक्षिण गुजरात को अगले दो साल तक सिंचाई और पीने के पानी की कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि पिछले सप्ताह से कैचमैन्ट में भारी बारिश के कारण उकाई बांध की सतह 341 फीट तक बढ़ गई है। सालाना लगभग 3 हजार एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) पानी की जरूरत होती है। जिसके मुकाबले बांध में फिलहाल 5987 एमसीएम पानी है। अगले दो साल तक बांध में इतना पानी उपलब्ध है।
शहर में अभी तक मौसमी वर्षा 45.43 इंच हो चुकी है ।सोमवार सबेरे से बादलों के साथ हल्की बारिश से वातावरण में ठंडक छा गई है। सूरत शहर जिले में सुबह से ही हल्की बारिश हो रही है। सूरत शहर में 17 मिमी, चोर्यासी में 18 मिमी, ओलपाड में 17 मिमी और उमरपाड़ा में 10 मिमी बारिश हुई।जबकि अन्य तालुकों में हल्की बारि
उकाई डैम के कैचमैंट के तेज बारिश के बाद अब हथनूर डैम के कैचमेंट एरिया में तेज बारिश के कारण प्रशासन चौकन्ना हो गया है। हथनूर बांध के कैचमेंट में बीते 24 घंटों में भारी बारिश के कारण 24 गेट खोलकर 1.21 लाख क्यूसेक पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। इसके कारण सूरत प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।
दो दिन पहले ही उकाई बांध के कैचमेंट में ज़्यादा बारिश के कारण प्रशासन सक्रिय हो गया था। डैम सतह बढने से शहरीजन चिंतित हो गए थे। अभी यह सब हुए कि केवल दो दिन हुए हैं ।
फिर से इस बार ऊकाई डेम के कैचमेंट के बजाय, हथनूर के कैचमेंट टेस्का में 5 इंच, चिखलधारा में 3 इंच, करनखेड़ा, डेडराई में 1 इंच के साथ कैचमेंट 24 घंटे में 1 इंच बारिश हुई। इसके चलते फिर से बांध के द्वार खोलना पड़ा है। इस बारिश के परिणामस्वरूप, हथनूर बांध से 1.21 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
पिछले दो दिनों से ऊकाई डेम के गेट को बंद करने के बाद, बांध का सतह स्तर 335 फीट को पार कर 335.24 फीट पर पहुंच गया। हथनूर डैम से छोड़ा पानी छोड़े ऊकाई डैम में पहुँचने से पहले ऊकाई बांध को खाली करना शुरू कर दिया गया है।
उकाई बांध के गेट आज शाम 5 बजे फिर से खोल 70,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। मध्यरात्रि 12 बजे तक पानी के रिलीज को बढ़ाकर 90,000 क्यूसेक करने की संभावना है। शाम 7 बजे, उकाई बांध की सतह 335.19 फूट थी।
इनफ़्लो 54,000 क्यूसेक और आउटफ्लो 70,000 क्यूसेक था। उकाई डैम का रूल लेवल 335 फीट का लेवल और 345 फीट खतरनाक लेवल है। तेज बारिश के कारण सूरत में तापी नदी में पानी की आवक बढ़ी है इसके कारण सूरत के प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है।
बीते 2 दिन से शहर और जिले में तेज बारिश के कारण शहर में एक बार फिर से खाडियों का जल स्तर बढ़ने लगा है। शनिवार से शुरू हुई बरसात रविवार को भी दिन बाद जारी रही। इसके चलते मीठी खाड़ी, लिंबायत, पर्वत पाटिया तथा शहर के कई क्षेत्रों में जलभराव की परिस्थिति आ गई थी।
सूरत शहर और दक्षिण गुजरात में ऐसे तो लगभग 8 दिन से बारिश हो रही है लेकिन, 1 दिन के विराम के बाद शनिवार से फिर से मेघराजा ने दस्तक दी है जिसके चलते बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त है। रविवार को भी कई क्षेत्रों में तेज बारिश के कारण पर्वत पाटिया, डुंभाल, लिंबायत, मीठी खाड़ी आदि कई क्षेत्रों में जो कि खाडी के किनारे हैं वहां पानी भर जाने के कारण लोगों को परेशान होना पड़ा। शहर के सड़क पहले से ही क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
शहर के सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं। बारिश के कारण गड्ढों में पानी भर जाने के कारण भी लोगों को परेशान होना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार अभी और 1 दिन तक बारिश की आगाही की गई है। ऐसे में लोगों की दिक्कत और बढ़ सकती है। दूसरी ओर दक्षिण गुजरात में भी बारिश के कारण गाड़ियों में भी पानी का स्तर बना रहेगा। पलसाना में पिछले 24 घंटे में 5 इंच भारी बारिश हुई है वहीं महुआ और बारडोली की बात करें तो वहां चार इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
जबकि चौर्यासी और मांडवी,मांगरोल, उमरपाडा में भी तेज बारिश हुई है। जिसके चलते का जलस्तर बढ़ गया है। पांडेसरा की भेदवाड खाड़ी का भयजनक 6.75 मीटर है लेकिन वह 7 मीटर पर बह रही है। उधना में काकराखाडी का भयजनक स्तर 6.50 मीटर के करीब बह रही हैं।
जो कि अभी 5.60मीटर पर बह रही है। लिंबायत की मीठी खाड़ी की भयानक से 7.50 मीटर है जो कि 7.70 मीटर पर बह रही है। भठेना खाड़ी के जनक 7.70 मीटर है जो कि अभी 5. 50 मीटर पर बह रही है। जिसके चलते लोगों में भी भय का माहौल फैल गया है। यदि बारिश की स्थिति यथावत रही तो प्रशासन के लिए कुछ समस्या जरूर खड़ी हो सकती है वरना रहने की जरूरत है।