लाशो के कफन चोरी करने वाले कपड़ा व्यापारी पकडाए


कोरोना में मरीज के दाखिल होने से लेकर अंतिमविधि तक हर जगह लूट मची है। कई मामलों में दाखिल करने के लिए भी घुस दी जाने का बात सामने आ रही है तो कहीं अंतिमविधि जल्दी करने के लिए पैसे मांगे जाते है। कहीं वैक्सिन तो कहीं दवा के नाम पर लूट चल रही है। ऐसे में उत्तरप्रदेश की एक घटना ने तो सब को पीछे छोड दिया है।


उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक कपड़ा व्यापारी उसका बेटा और भतीजी लाशों पर से कफन चोरी कर उन्हें दोबारा बेचते पकड़ाए। इनके साथ उनकी दुकान पर काम करने वाले 4 कर्मचारी और अंत्येष्टि स्थलों पर मजदूरी करने वाले लोग भी शामिल हैं। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर छापा मारकर दस साल से कफन चोरी करने वाले गैंग को पकड़ा है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह लोग श्मशानों और कब्रिस्तानों पर अंतिम विधी के लिए लाए जाने वाले मुर्दों के कफन और कपड़े चोरी करवाते थे। इसके लिए उन्होंने 300 रुपए दिहाड़ी पर मजदूर रखा था। यह लोगों ने जो कफन चुराए थे उनमें से कई कफन कोरोना से मृतको के थे।

चोरी के कफन को प्रेस कर ग्वालियर मार्का स्टीकर लगा इन्हें बेच देता था। एक कफन की कीमत 400 रुपए ली जाती थी। आरोपी श्मशान घाट, कब्रिस्तान पर रहने वालों को 300-400 रुपए का लालच देकर मुर्दों के कफन, कुर्ता-पजामा, कमीज, धोती चोरी कराते थे। मौके से 10 गठरी कफन और कपड़े बरामद किए गए हैं। आरोपियों में बड़ौत के नई मंडी में रहने वाला प्रवीण जैन, उसका बेटा आशीष जैन और भतीजा ऋषभ जैन, छपरौली के सबगा गांव का श्रवण कुमार शर्मा शामिल हैं। इनके अलावा राजू शर्मा, बबलू और शाहरूख को भी पकड़ा गया है।

ये सभी कपड़ा व्यापारी हैं। आरोपियों पर धारा-144 का उल्लंघन और महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। इनके पास स कफन- 520, कुर्ता- 177,धोती सफेद- 34,सफेद कमीज- 140,गर्म शॉल रंगीन- 12,टेप कटर- 01,रिबन के पैकेट- 3,धोती – 52 मिले।