कोरोना से पति की मौत के बाद पत्नी ने भी आग लगा ली!

old person


कोरोना की दूसरी लहर ने देशभर में कई लोगों की जान ले ली। कई माताओं की गोद उजड गई। कई सुहागिनों का सिंदूर उजड गया। ऐसे ही न जाने कितने रिश्तों को अपनों से दूर कर दिया। यूपी से भी एक ऐसी ही दर्दनाक जानकारी सामने आ रही है। इसमें पति की मौत के बाद पत्नी ने भी दो बेटियों को निसहाय छोड़ आत्महत्या कर ली।

love


उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में रविवार सुबह शहर के कोतवाली नगर के पंजाबी कॉलोनी मोहल्ले में एक महिला ने खुद को आग लगा ली और छत से कूदकर जान दे दी। अपने पति की मौत का शोक को सहन न कर पाने के कारण पत्नी ने यह कठोर कदम उठाया। आनन-फानन में स्थानीय लोग महिला को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

महिला के पति की एक माह पहले कोरोना के कारण डिप्रेशन से मौत हो गई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार कोतवाली नगर की पंजाबी कॉलोनी निवासी बलविंदर उर्फ रोजी बग्गा ने सुबह खुद को आग लगा ली थी. आग की लपटों में घिरी वह घर की छत पर कूद गई। इस भयानक मंजर को देख स्थानीय लोग जमा हो गए और किसी तरह आग पर काबू पाया और महिला को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी। जिला अस्पताल के इमरजेंसी डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।


दिवंगत बलविंदर उर्फ बग्गा के पति अमरजीत बग्गा अपने वैवाहिक जीवन में काफी खुश थे। लेकिन अमरजीत अप्रैल में कोरो महामारी की चपेट में आ गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया। जहां उसकी मौत हो गई। पति की मौत के बाद रोजी बग्गा डिप्रेशन में चली गईं।

यूपी: हाईवे पर छात्रा से 6 लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया!!

rape


उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक छात्रा ने सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। छात्रा अपने दो दोस्तों के साथ स्कूटी पर घूमने गई थी। उसे हाईवे के किनारे 6 युवकों ने घेर लिया। उन्होंने छात्र के दोनों दोस्तों पर भी हमला किया।फिर चाकू की धार पर सभी 6 युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया।


घटना बरेली में सिटी बाइपास के पास लिंक रोड पर भगवानपुर घिमिरे गांव के पास सूखी नहर में 31 मई को हुई थी। घटना के बाद दोपहर पांच बजे लोक लाज के डर से लड़की चुप रही। उसने घर पर किसी को बताया भी नहीं। लेकिन जब उनकी तबीयत खराब हुई तो उन्होंने अपनी बड़ी बहन को सारी बात बताई। इसके बाद लड़की अपने परिवार के साथ इज्जतनगर थाने गई और शनिवार को शिकायत दर्ज कराई।

सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह 31 मई को दोपहर करीब तीन बजे अपने दो दोस्तों के साथ स्कूटी पर निकली थी। हाइवे पर भगवानपुर घिमिरे गांव के पास एक नहर के किनारे छह युवकों ने उसका वाहन रोक दिया और चाकू मार दिया।

इस बीच एक दोस्त भागने में सफल रहा लेकिन दूसरे दोस्त को सभी 6 युवकों ने पीट-पीट कर घायल कर दिया। फिर लड़की को एक सूखी नहर में ले गए। जहां उसने छात्रा के चिल्लाने पर जान से मारने की धमकी दी। उसके बाद बारी-बारी से सभी 6 लोगों द्वारा उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। पीड़िता के मुताबिक उसने आरोपी की बातचीत में आरोपियों के नाम सुने थे। पीड़िता ने आरोपी धर्मेंद्र, अनुज, विशाल, नीरज, अमित और नरेश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।


छात्रा द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराने के बाद शनिवार को पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंचे एसएसपी रोहित सिंह ने मामले की जांच की। आरोपित की तलाश शुरू कर दी गई है। सभी आरोपियों की पहचान भगवानपुर घिमिरे के होने है।

कोरोना वैक्सिनेशन की सूची में मृतक भी शामिल?

कोरोना के टीकाकरण को लेकर देशभर में तडामार तैयारियां जारी हैं।देश के कई राज्यों में कोरोना का इंजेक्शन पहले किसे लगाया जाएगा। इसे लेकर सूची भी जारी कर दी गई है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में वैक्सीन के लाभार्थियों की सूची में गड़बड़ी होने की जानकारी सामने आ रही है।

स्वास्थ्य विभाग ने जो सूची तैयार की है उसमें मृतक नर्स, रिटायर डॉक्टर आदि भी शामिल कर गए हैं। आपको बता दें कि 16 जनवरी से उत्तर प्रदेश के 852 सेंटरों पर स्वास्थ्य कर्मियों के लिए कोरोना वैक्सिन आएगी। इसके लिए पहली खेप भी उत्तर प्रदेश पहुंच गई है।

अब वैक्सीनेशन की तैयारी की जा रही है।ऐसे में गड़बड़ी सामने नजर आने लगी है। बताया जा रहा है कि प्रथम चरण के वैक्सीनेशन के लिए सूची में शामिल किए गए स्वास्थ्य कर्मचारी और फ्रंटलाइन वरियर्स के साथ अन्य लोगों को शामिल किया गया है लेकिन अयोध्या जिले में वैक्सिनेशन की इस सूची में गड़बड़ी हुई है।

यह बात ध्यान पर आने के बाद अयोध्या पहुंचे स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही कर्मचारियों पर कार्यवाही की बात भी की है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 10000 डॉक्टर कम है। जिसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। इतने बड़े देश में वैक्सीनेशन के लिए यदि सूचियों में ऐसे ही गड़बड़ होती रही तो यह वैक्सीनेशन कब समाप्त होगा लेकर तर्क वितर्क शुरू हो गए हैं।