विकास दूबे से संबंध रखने वाले अधिकारियों और नेताओं पर योगी सरकार की टेढ़ी नजर

उत्तर प्रदेश के कानपुर में गैंगस्टर विकास दुबे और उनके गुंडों ने की अंधाधुंध गोली बार में 8 पुलिसकर्मियों के मौत के बाद अब उत्तर प्रदेश पुलिस हाथ पांव धोकर विकास दुबे को ढूंढ रही है। विकास दुबे फिलहाल लापता है। फ़िलहाल पुलिस ने उनसे करीबी रिश्ता रखने वाले सरकारी बाबू और नेताओं की सूची बनाना शूरू कर दिया है। शायद आने वाले दिनों में इन सब पर भी गाज गिर सकती है।

उत्तर प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे को पकड़ने के लिए 25 टीमों का गठन किया है। तीन हज़ार पुलिस कर्मी इसमें जुटे है। उत्तर प्रदेश पुलिस को शक है कि विकास दुबे नेपाल भाग सकता है। अब नेपाल और भारत के बीच की सीमाएं पर चौकसी बढ़ा दी गई है ।साथ ही कानपुर जिले में जहां पर गोलीबार हुई उस जगह को सील कर दिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।

शुक्रवार देर रात तक पुलिस ने कई जगह छापेमारी की लेकिन विकास दुबे नहीं मिला। विकास दुबे के परिवारजनों और दोस्तों के यहां भी छापे मारे गए। अभी तक पुलिस ने इस मामले में 12 लोगों को पकड़ा है। जिस क्षेत्र में गोलीबारी हुई क्षेत्र के विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है। विकास दुबे को जानकारी किसने दी अभी तक यह सवाल पुलिस के सामने खड़ा है।

पुलिस उसे ढूंढ रही है। कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि विकास दुबे को जिसने भी जानकारी दी उस पुलिसकर्मी ढूंढा जा रहा है। उसे निकाल दिया जाएगा साथ ही जेल की हवा खिलाई जाएगी। जिसक्षेत्र में छापा मारा गया वहां पर विकास दुबे के घर को घेर कर बुलडोजर से गिरा दिया गया।

इस घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा फैल गया है। बड़ी संख्या में घरों में ताला लगा है। विकास दुबे के घर में छिपने के लिए कई स्थान भी बनाए गए थे। विकास दुबे की जानकारी देने वाले को एक लाख का इनाम भी दिया जाएगा। विकास दुबे को ढूंढने के लिए 500 मोबाइल फोन नंबर पर ट्रेस किए जा रहे हैं। विकास दुबे कई मामलों में वांछित है लेकिन अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है।

बताया जा रहा है कि विकास दूबे से संबंध रखने वाले कई अधिकारियों और नेताओं की भी सूची बनाई जा रही है। आने वाले दिनों में इन पर भी गाज गिरी होगी।