अब श्रमिकों को ट्रेन के लिए इंतज़ार नहीं करना होगा!


सूरत
सूरत में बसने वाले लाखों श्रमिकों को उनके गांव भेजने के लिए सूरत प्रशासन बड़ी संख्या में ट्रेन चलाने की व्यवस्था कर रहा है।इसके लिए कलक्टर ने गत रोज रेलवे अधिकारियों के साथ मीटिंग कर वर्तमान परिस्थिति का जायजा लिया। फ़िलहाल सूरत से 20 ट्रेन चल रही है आगामी दिनों में उधना रेलवे स्टेशन से 10 ट्रेन चलाने का प्रयास किया जा रहा है।


मिली जानकारी के अनुसार सूरत में लगभग 30 लाख से अधिक अन्य राज्यों के श्रमिक रहते हैं।जिनमें की यूपी, बिहार,झारखंड,उड़ीसा,मध्य प्रदेश राजस्थान आदि राज्यों के लोग हैं इनमें से अभी तक 5 लाख से सात लोग ट्रेन से, बस से, पैदल साइकिल या अन्य माध्यमों से अपने गांव जा चुके हैं।जबकि बड़ी संख्या में लोग अभी सूरत में है।

सूरत से प्रतिदिन 20 ट्रेनें अभी दौड़ रही हैं लेकिन श्रमिकों की संख्या इतनी ज्यादा है कि यह व्यवस्था नाकाफी है।इसे देखते हुए सोमवार को कलेक्टर और रेलवे के अधिकारियों की मीटिंग हुई। इसमें कलेक्टर ने ट्रेन बढ़ाने का प्रस्ताव रखा।जिस पर रेलवे अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल सूरत रेलवे स्टेशन से औसतन 20 ट्रेन जाती है।

जबकि उधना स्टेशन अभी ट्रेन पार्किंग का काम हो रहा है इसलिए वहां से थोड़ा मुश्किल है। कि रेलवे अधिकारियों ने कहा कि वहां जाकर देखने के बाद ही परिस्थिति पता चल पाएगी।यदि सब उचित रहा तो आगामी दिनों में सूरत रेलवे स्टेशन से उधना से दस ट्रेन चलाई जा सकती है।


उल्लेखनीय है कि यदि ट्रेनों की संख्या बढ़ती है तो अन्य राज्यों के श्रमिकों को अपने गांव जाने के लिए ज्यादा लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

यूपी के लाचार श्रमिकों को ठग रहे दो पकड़ाए!!!
यूपी जाने के लिए विवश श्रमिकों से टिकट की कीमत का दो से तीन गुना वसूल करने वाले दो जनों को पांडेसरा महादेव नगर में पकड़कर को सौंप पुलिस को दे दिया गया। पांडेसरा पुलिस ने दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जाँच शुरू की है।


देशभर में तालाबंदी का तीसरा चरण पूरा हो चुका है और चौथा चरण कल से शुरू हो चुका है।रोजगार के लिए सूरत आने वाले कर्मचारी उद्योग और व्यवसाय बंद होने के कारण अपने गाँव जाने के लिए तैयार हैं, कुछ ठग श्रमिकों को खुलेआम लूट रहे हैं। सोमवार को आधी रात के बाद ऐसा एक और मामला प्रकाश में आया है।

पांडेसरा के महादेव नगर बोर्ड क्षेत्र का मकान नं 486 में रहने वाले दीनानाथ मौर्य और विनय मौर्य ने यूपी जाने की इच्छा रखने वालों को टिकिट देने का भरोसा दिलाकर रूपए वसूलना शुरू कर दिया और कहा कि उन्हें जितना टिकट चाहिए उतना टिकिट मिलेगा। लेकिन तीन गुना किराया चुकाना पड़ेगा।

जिसमें अजय राजदेव मौर्य से 2 टिकट रु का 5600, विशाल अमरनाथ सरोज से 6 टिकट का 16,800, सरताज मुनीर अली इदरीस से 2 टिकट रु का 5600, चंदनकुमार सुरेशकुमार से 3 टिकट के रु 7800, गंगेला जोखेराम निषाद के पास 3 टिकट के 8400 वसूल किए थे। अनुमानित 150 लोगों ने टिकट के लिए लाइन लगाई थी।

यूपी के श्रमिकों को वापिस जाने के लिए नहीं देना होगा ट्रेन का किराया!!


सूरत
उत्तराखंड सरकार के बाद यूपी सरकार ने गुजरात से आने वाले श्रमिकों के लिए ट्रेन का किराया चुकाने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद गुजरात से यूपी जाने वालों को अब ट्रेन का किराया नहीं देना पड़ेगा।

उत्तर प्रदेश के लिए अब तक लगभग 200000 से अधिक लोग अपने वतन जा चुके हैं लेकिन, 400000 से अधिक लोगों ने अभी भी कोई इंतजाम नहीं होने के कारण शहर में ही आसरा बनाया है।उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को श्रमिकों को वतन बुलाने के लिए एक अच्छा निर्णय लिया है। इस निर्णय के कारण श्रमिकों से टिकट के नाम पर हो रही कालाबाजारी बंद हो जाएगी।

श्रमिक यहां फंसे होने के कारण टिकट के दो से 3 गुना रकम चुका रहे थे।उत्तर प्रदेश से जाने वाले श्रमिकों से रेलवे ने टिकिट के पैसे वसूल लिए हैं। आपको बता दें कि टिकट के नाम पर श्रमिकों से फ़ॉर्म भरा कर अब तक बड़ी रकम वसूली जा चुकी है।

यूपी सरकार ने कर देने के बाद यह रकम वापस देनी पड़ेगी सबसे बड़ा सवाल ये है कि श्रमिकों से टिकट के नाम पर रुपए वसूल करने वाले लोग वापस करेंगे कि नहीं।अब तक उत्तराखंड सरकार नहीं टिकट निशुल्क की थी अब यूपी सरकार के इस फैसले के बाद सूरत में रहने वाले लाखों श्रमिकों को राहत होगी। हालाँकि यूपी जानेवाले श्रमिकों में अभी तक टिकिट के रूपए दिए है इसलिए यूपी सरकार के इस दावे में कितना तथ्य है जल्दी ही सामने आ जाएगा।

हालाँकि अब तक कई बार इस तरह से घोषणाए होने की चर्चा के कारण श्रमिक ठगे जा चुके हैं इसलिए जब वह ट्रेन में निःशुल्क बैठ जाएँगे तभी वह सच मानेंगे ।

गुजरात और महाराष्ट्र सहित चार राज्य के लोगों को इस राज्य में नो एन्ट्री!


भारत में कोरोना के मरीज़ों की संख्या एक लाख के क़रीब पहुँच गई है। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के लाखो प्रयास के बाद भी कई राज्यों में कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए कई राज्यों में कड़े नियम लागू किए जा रहे है। कई राज्यों ने लॉकडाउन में कोई छूट नही है तो कुछ अन्य राज्यों से आनेवाले लोगों पर प्रतिबंध लगा रहे है।


कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री बीएस येदियुरप्‍पा ने सोमवार कोरोना के ख़िलाफ़ बचाव में अपने राज्‍य में 31 मई तक चार स्‍टेट गुजरात, महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु के लोगों को प्रवेश की इजाजत नहीं देने की घोषणा की।


मुख्यमंत्री बी.एस.येदियुरप्पा ने बताया कि कर्नाटक के कंटेनमेंट ज़ोन्स में लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जाएगा. इसके अलावा जहां पर मामले कम हैं और कोरोना के दायरे से बाहर हो चुके हैं वैसे क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों की अनुमति दी जाएगी.

बिहार और झारखंड के लिए सोमवार से ट्रेन शुरू होने की संभावना


सुरत
शहर में बसने वाले बिहारा और झारखंड के लाखो लोगों के लिए खुशी के समाचार हैं। डेढ महीने तक लॉकडाउन में परेशान होने के बाद और बार बार राज्य सरकार से गुहार लगाने के बाद सोमवार से बिहार और झारखंड के लिए ट्रेन शुरू होने की संभावना है।

मिली जानकारी के अनुसार सूरत में 10 लाख से अधिक बिहार और झारखंड के लोग रहते हैं। इनमें से ज्यादातर लूम्स कारखाने में काम करते हैं। इन दिनो लॉकडाउन के कारण सब कुछ बंद हो जाने से वह बेरोजगार हो गए है। शुरू में कुछ दिनो तक तो उन्होंने वेतन के सहारे गुजरान किया, लेकिन अब लॉकडाउन बढ जाने के कारण उनके पास वेतन समाप्त हो जाने से अब गुजरान चलाना मुश्किल हो गया है।

कई श्रमिक सामाजिक संगठन और राज्य सरकार की ओर से मिल रही भोजन व्यवस्था के आधार पर गुजरान चला रहे है। अब वह परेशान हो गए है। ऐसे में वह वतन चले जाना चाहते हैं। उन्होंने बारबार इस बारे में गुजरात सरकार और बिहार सरकार से गुहार लगाई थी, लेकिन कई कारणो से अभी तक उनकी बात नहीं बनी थी। इस बीच ओडिशा सरकार ने अपने श्रमिकों की स्वीकारने की मंजूरी देने पर शनिवार से ट्रेन चालू हो गई।


इस कारण यूपी, बिहार और झारखंड सहित अन्य राज्यों के लोगों की बेचैनी बढ गई थी। इस बीच सोमवार से सूरत से बिहार और झारखंड के लिए ट्रेन शुरू होने की उम्मीद बंधी है। शाम को सात बजे सूरत से धनबाद और दस बजे सूरत से पटना जाने की ट्रेन की संभावना है।बिहार से जुड़ी सामाजिक संस्थाओं ने टिकट बुकिंग का काम शुरू किया है। इस बीच शनिवार को ओडिशा के लिए तीन ट्रेन रवाना हुई।