दुल्हा नहीं था सुंदर, बीच शादी में लड़की ने किया ऐसा की..

कहते हैं शादी का बंधन सात जन्मों का बंधन होता है, लेकिन आज कल के युवाओं में शायद इन बातों की कदर नहीं। उत्तरप्रदेश में इन दिनों शादियां बड़े ही अजीबोगरीब कारणो से टूटने की जानकारी सामने आ रही है। उत्तर प्रदेश के फरूखाबाद में ऐसी ही एक घटना में दुल्हन दुल्हन ने वरमाला कार्यक्रम के बाद शादी से इनकार कर दिया।

इस ड्रामा के बाद जब दूल्हे के पिता पुलिस के पास पहुँच गये तो पुलिस ने समझौते का प्रयास किया पर इसमें पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। मंगलवार शाम को थाना क्षेत्र के गांव सरपारपुर नगरिया निवासी युवती की बरात जनपद कन्नौज थाना गुरसहायगंज के गांव रसूलपुर से आई थी। वरमाला के रस्म तक सब कुछ सामान्य था पर जयमाल के रस्म के बाद युवती घर चली गई और दूल्हा के सुंदर न होने की बात कहकर शादी से इनकार कर दिया। 


जब दूल्हे पक्ष के रिश्तेदारों व अन्य लोगों ने युवती के पिता से बात करने गये तो वो कपड़े और जेवर का बहाना बना कर मुंह मोड़ते दिखाई दिए। इसके बाद दूल्हे के परिजन व कुछ रिश्तेदारों को छोड़कर अधिकांश बराती रात में ही वापस हो गए। दोनों पक्षों में खूब कहासुनी हुई। फिर सुबह दूल्हे के पिता की सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया और जब बात नहीं बनी तो पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। बुधवार शाम तक दोनों पक्षों में समझौते का प्रयास होता रहा है। लेकिन बात नही बनी।

प्रेमी- प्रेमिका ने शादी के 12 दिन पहले ट्रेन के नीचे कूद जान दी!

त्तरप्रदेश के बाराबंकी में प्रेमी युगलो ने ट्रेन के नीचे कूद कर जान दे दी। 12 दिन बाद दोनों की शादी होने वाली थी। पता नहीं क्या हुआ कि  दोनों ने घरवालों से छिपकर रेलवे स्टेशन पर मुलाकात की। कुछ देर बाद दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ा और ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।

मिली जानकारी के अनुसार दोनों एक ही बाराबंकी के गांधीनगर में रहने वाले ज्योति और सूरज का प्रेम प्रसंग लंबे समय से चल रहा था। ज्योति के परिवार वाले इस प्रेम-प्रसंग के खिलाफ थे। वह अक्सर ज्योति को समझाया करते थे लेकिन वह नाही मान रही थी। एक दिन ज्योति ने सूरज से शादी न होने पर जान देने की धमकी भी दी थी।

घर वाले आखिरकार ज्योति की शादी सूरज से करने को मान गए और सूरज के परिवार को भी मना लिया। अब सब कुछ ठीक था और 12 दिन बाद शादी थी कि आज आलापुर के पास सफीपुर रेलवे क्रॉसिंग दोनों रेलवे ट्रैक पर बैठे देखे गए। फिर अचानक गले मिले और उसके बाद लखनऊ से बनारस की ओर जा रही एक्सप्रेस गाडी के आगे एक साथ कूदकर जान दे दी।

प्लेटफॉर्म पर मौजूद लोग कुछ समझ ही नहीं सके। लोगों ने तुंरत सूचना पुलिस को दी। पुलिस को रेलवे ट्रैक के पास ही एक टूटा हुआ मोबाइल मिला, जिससे पता चला कि युवक और युवती बाराबंकी शहर के गांधीनगर मोहल्ले के रहने वाले सूरज और ज्योति हैं। पुलिस ने घर पर फोन कर जानकारी दी।

ज्योति के चाचा राम सिंह ने ये भी बताया कि कुछ समय पहले शादी की बात चलने पर उसने कहा था कि उसकी शादी अगर सूरज से नहीं हुई तो वह जान दे देगी। इसके बाद दोनों की शादी तय कर दी गई थी। दोनों की गोदभराई की रस्म भी हो गई थी, शादी के कार्ड छप चुके थे। दोनों काफी खुश थे और 16 जुलाई को दोनों की शादी होनी थी। बाराबंकी के एएसपी उत्तरी अवधेश सिंह ने बताया कि  पुलिस जांच कर रही है। अगर कोई भी दोषी मिलता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उत्तर प्रदेश में लडकियां क्यो नहीं करना चाह रही शादी?


पता नहीं आज का युवा वर्ग कहां जा रहा है। यूपी में बीते कुछ दिनो में ही शादी के दिन लडकियों ने शादी से करने से इन्कार कर दिए होने की कई घटनाए सामने आई है।


उत्तर प्रदेश के महोबा में एक दुल्हन ने शादी के मंडप में 6 बार फेरे लगाने के बाद शादी से इनकार कर दिया। दरअसल बात ऐसी है कि दुल्हन को दुल्हा पसंद नहीं था। उसने जैसे तैसे छ फेरे लगाए लेकिन सातवें में उसकी हिम्मत नहीं चली। यह देखकर मेहमान हैरान रह गए कि शादी के आधी रस्म के बाद दुल्हन ने इस तरह से मना कर दिया। दोनों पक्षों ने दुल्हन को मनाने की काफी कोशिश की लेकिन नही मानी।

इसे लेकर वर वधु दोनो पक्षों में रात को झगड़ा होने के बाद मामला पंचायत तक पहुंच गया। ग्राम पंचायत द्वारा यह पूछे जाने पर कि उसने शादी क्यों नहीं की, दुल्हन ने कहा कि उसे दूल्हा पसंद नहीं है। जीवन भर इसके साथ नहीं रह सकती। लोगों का कहना था कि दूल्हन ने अपना मन बना लिया था, तो उसे समझाने का कोई मतलब नहीं था, लेकिन दूल्हे के पिता ने कहा, “अगर आपको लड़का पसंद नहीं है, तो आप 6 बजे तक कुछ क्यों नहीं कही?” दूल्हे के पिता को उसके सवाल का जवाब नहीं मिला और खाली हाथ लौट आए। उत्तर प्रदेश में शादी रद्द करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है।

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। इससे पहले रविवार को जौनपुर में हुई एक शादी में दुल्हन को सुसराल पहुंचते ही अपने पति के प्रेम के बारे में पता चला तो दुल्हन ने दुल्हे को तमाचा जड दिया औप कपड़े बदल अपने घर चली गई। इसके पहले दुल्हे को बिना चश्मा पहने पढ़ने में परेशानी हो रही थी तो लडकी ने शादी से इन्कार कर दिया था।

अन्य एक शादी में दूल्हे को शादी में खाने के लिए मटन नहीं मिला तो वह मंडप छोड़कर चल दिया। इसके पहले दुल्हा गुटका खाता था, इसलिए लडकी ने शादी से इन्कार कर दिया था।

पाँच लड़कियों से शादी, छठ्ठी से तैयारी और 32 से चेटिंग करने वाला फर्जी तांत्रिक पकडाया!!

शादी के लिए अलग अलग वेबसाइट पर इस्तहार देकर महिलाओं को ठगने वाले एक शख़्स को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया।कानपुर में एक तांत्रिक बाबा ने पांच शादियां की और छठवीं शादी की तैयारी कर रहा था। लेकिन उसकी एक पत्नी ने भांडा फोड़ दिया तब पुलिस ने तांत्रिक को दबोच लिया है। इसके खिलाफ 2016 में शाहजहांपुर में उसके छोटे भाई की पत्नी से रेप का भी मामला दर्ज है।

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मिली जानकारी के शाहजहांपुर निवासी अनुज चेतन कठेरिया की शादी श्याम नगर की युवती से वर्ष दो साल पहले हुई थी। शादी के बाद से ही अनुज उसे परेशान कर रहा था। युवती ने पुलिस को बताया कि शादी के बाद पता चला कि अनुज पहले चार लड़कियों को धोका देकर शादी कर चुका है। जब लड़की इसका विरोध करने लगी तो उसकी पीटाई की और दुष्कर्म के बाद जान से मारने की कोशिश भी की।

पीड़िता ने बीते वर्ष मामला दर्ज करवाया लेकिन अनुज फरार हो गया। इधर पता चला कि वह किदवईनगर में रह रहा है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार सुबह आरोपित को उसके घर से दबोच लिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपित शाहजहांपुर के निगोही में मंदिर है, जहां उसने बंजारे बाबा कल्याण सेवा ट्रस्ट बनाया था और तंत्र मंत्र कर लोगों को जाल में फंसा आर्थिक लाभ लेता था।


अनुज ने छठवीं शादी के लिए शादी डॉट कॉ में अपनी प्रोफाइल लकी पांडे के नाम से बना रखी था। जांच में पता चला कि वो करीब 32 युवतियों से इंग्लिश में चैट करता था। आठवीं तक पढ़ा अनुज लोगों को बीएससी पास बताता था।

शराब पी कर पहुँचे दुल्हे और बाराती को लड़की वालों ने बंदी बना लिया!!

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यूपी के प्रतापगढ़ जिले के एक गांव में शराब पीकर बारात ले गये दुल्हे के साथ दुल्हन ने शादी से इन्कार कर दिया और नशे में धूत दुल्हा और बाराती सभी को लौटकर वापिस आना पड़ा। बताया जा रहा है है यह घटना उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ के टिकरी गाँव की है।

यहाँ पर शादी शनिवार की रात थी, सब में ख़ुशी का माहौल था, लेकिन जैसे ही बारात आई तो दुल्हन ने दूल्हे के और उसके दोस्तों और कई मेहमानों को नशे की हालत में अनाप शनाप बातें करते सुना तो उसने उससे शादी करने से इनकार कर दिया। लोगों ने बताया कि दुल्हा शराब के नशे में उल्टी पुल्टी हरकत करने लगा।

शराब के नशे में उसने समारोह शुरू होने से पहले दुल्हन के साथ बात करने और डांस करने की कोशिश की, जिसके बाद नाराज दुल्हन ने यह फैसला लिया। कुछ समय तक घरवालों ने उसके व्यवहार को नजरअंदाज किया, लेकिन जब उसने दुल्हन को डांस फ्लोर पर खींचने की कोशिश की तो वहां का माहौल खराब हो गया। दुल्हन के परिवार ने दूल्हे और उसके परिवार को बंदी बना लिया।

दूल्हे के परिवार ने पुलिस से संपर्क किया लेकिन दुल्हन ने अपना मन बदलने से इनकार कर दिया। अधिकारी ने कहा कि “दूल्हे के परिवार के सदस्यों ने उपहार और नकदी वापस करने का आश्वासन दिया जो उन्होंने शादी तय करते समय लिया था तब दुल्हन पक्ष वाले माने।

दुल्हन के परिवार के सदस्यों ने कहा कि दूल्हा और उसके दोस्त शराब के नशे में दुल्हन और उसके परिवार को परेशान करते रहे और हमारे पास शादी को रद्द करने के अलावा कोई रास्ता नहीं था।फिलहाल दुल्हा पक्ष वाले अभी भी लड़की मान जाए और उनकी इज़्ज़त बच जाए इस प्रयास में फिर से लड़की वालों से बात करने के प्रयास में है।

चुनाव में जीतने की खबर सुन दुल्हन मंडप ने ही नाचने लगी, पहुंची सर्टिफिकेट लेने

शादी करना हर एक लड़की के जीवन का एक खुशी का दिन होता है। हालांकि उत्तर प्रदेश के रामपुर में से एक रामपुर के रहने वाली एक युवती ने खुद अपनी ही शादी बीच में रुकवा दी। दरअसल यह महिला पंचायत के उत्तरप्रदेश में हाल में ही गांवों में चुनाव के परिणाम घोषित हुए। कोई जीता तो कोई हारा, लोगो ने अलग,अलग ढंग से अपने जीत का जश्न किया। हालाकि एक महिला ने सबसे अनोखे ढंग से मनाया। उसको शादी के दिन दोहरी खुशी का समाचार मिली। चुनाव में बीडीसी के सदस्य के तौर पर चुनाव जीतने की खबर मिलते ही बीच शादी में मंडप छोडकर मतगणना की जगह पर अपना सर्टिफिकेट लेने पहुंच गई।

काल्पनिक फोटो


उत्तर प्रदेश के रामपुर के मिलक तहसील में हो रही शादी के मंडप में दुल्हा दुल्हन बैठे थे। दुल्हन पूनम अपनी शादी की सभी विधि पूर्ण कर रही थी। इसी बीच उसे मालूम चला कि पंचायत चुनाव में उसकी जीत हुई है। यह सुनते ही वह ससुराल वासों के सामने खुशी से नाचने लगी और शादी की सभी रस्मों को बीच में ही रोक कर अपना सर्टिफिकेट लेने पहुंच गई।

जब पूनम मतगणना केंद्र पर पहुंची तो उसे देखकर सभी लोग हैरान होने लगे। पर जब लोगों को पता चला तो वह भी पूनम की किस्मत को दाद देने लगे। पूनम ने पंचायत के चुनाव में 601 मत हासिल किए, जबकि उनकी प्रतिद्वंदी को 31 वोट कम मिले थे। इस तरह से पूनम की खुशी दोगुनी हो गई।

कोरोना वैक्सिनेशन की सूची में मृतक भी शामिल?

कोरोना के टीकाकरण को लेकर देशभर में तडामार तैयारियां जारी हैं।देश के कई राज्यों में कोरोना का इंजेक्शन पहले किसे लगाया जाएगा। इसे लेकर सूची भी जारी कर दी गई है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में वैक्सीन के लाभार्थियों की सूची में गड़बड़ी होने की जानकारी सामने आ रही है।

स्वास्थ्य विभाग ने जो सूची तैयार की है उसमें मृतक नर्स, रिटायर डॉक्टर आदि भी शामिल कर गए हैं। आपको बता दें कि 16 जनवरी से उत्तर प्रदेश के 852 सेंटरों पर स्वास्थ्य कर्मियों के लिए कोरोना वैक्सिन आएगी। इसके लिए पहली खेप भी उत्तर प्रदेश पहुंच गई है।

अब वैक्सीनेशन की तैयारी की जा रही है।ऐसे में गड़बड़ी सामने नजर आने लगी है। बताया जा रहा है कि प्रथम चरण के वैक्सीनेशन के लिए सूची में शामिल किए गए स्वास्थ्य कर्मचारी और फ्रंटलाइन वरियर्स के साथ अन्य लोगों को शामिल किया गया है लेकिन अयोध्या जिले में वैक्सिनेशन की इस सूची में गड़बड़ी हुई है।

यह बात ध्यान पर आने के बाद अयोध्या पहुंचे स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही कर्मचारियों पर कार्यवाही की बात भी की है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 10000 डॉक्टर कम है। जिसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। इतने बड़े देश में वैक्सीनेशन के लिए यदि सूचियों में ऐसे ही गड़बड़ होती रही तो यह वैक्सीनेशन कब समाप्त होगा लेकर तर्क वितर्क शुरू हो गए हैं।

उत्तरप्रदेश में बारात से लौट रही बोलेरो ट्रक में घुसी, १४ की मौत!

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में गुरुवार देर रात एक सड़क दुर्घटना में 14 लोगों की मौत हो गई। इसमें छह बच्चे शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, ड्राइवर सो गया। इस कारण एक्सिडेंड होने की आशंका बताई जा रही है।घटना में बोलेरो जीप ट्र्क के पीछे घुस जान से इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई कि लाशों को निकालने के लिए उसके दरवाजे को कटर से काटना पड़ा।


पुलिस ने बताया कि मृतकों में से 12 चौंसला जिरगापुर गांव के थे। ड्राइवर और एक 9 साल का बच्चा दूसरे गाँव के थे। वह शेखपुरा गाँव में एक शादी में गए थे।दुर्घटना के बाद 14 मृतकों के शवों को एक साथ रखने पर गाँव का माहौल गमगीन हो गया था।


दुर्घटना प्रयागराज हाईवे पर हुई। तेज धमाके की आवाज सुनकर लोग मौके पर पहुंचे। पुलिस को फोन करने के बाद लोग बचाव अभियान में शामिल हुए। घटना में पारसनाथ (ड्राइवर) (40), मिथिलेश कुमार (17), बबलू (22), गौरव (10), सचिन (12) और हिमांशु (12) शामिल हैं।अभिमन्यु (28), रामसमुझ (4), नान भैया (55), दयाराम (40), दिनेश (40), पवन (10), अमन (7), अंश (9)


उल्लेखनीय है कि घटना के कारण आस पास के लोग इकट्ठा हो गए थे और उन्होंने ही पुलिस को इस बारे में जानकारी दी थी। घटनास्थल पर पहुँची पुलिस ने तुरंत ही मृतकों को इलाज को पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय हॉस्पिटल में भेजा।

जैसे जैसे जानकारी बढ़ते गई वैसे वैसे मृतकों के परिवारीजनों अस्पताल पर इकट्ठा होते गए और वहाँ का माहौल गमगीन हो गया। एक ही गाँव के लोग इतनी बड़ी तादात में एक्सिडेंट में मरने के कारण पूरे गाँव में ग़म का माहौल छा गया है।प्रशासन ने घटना की जाँच के आदेश दे दिए हैं।

उत्तरप्रदेश में अज्ञात बिमारी से मर रहे लोग! स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची

एक ओर जहां कोरोना के कारण पूर देश में हाहाकार मचा है। वहीं अब उत्तरप्रदेश के फ़तेहपुर ज़िले में स्थित बिंदकी क्षेत्र मे किसी अजीब बिमारी के कारण छ लोगों की मौत की जानकारी सामने आ रही है। अभी तक बिमारी का नाम पता नहीं चल पाया है। राज्य सरकार भी इस अजीब बिमारी के चलते असमंजस में है।

मौत की संख्या बढ़ते देख ज़िला प्रशासन हरकत में आ गया है। वहाँ के कलक्टर के नेतृत्व में बिंदकी गाँव में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम गाँव में पहुँच गई है। टीम ने बिमार लोगों के लक्षणों की जाँच शुरू कर दी है और सब की कोरोना की जाँच करवाई।


बिंदकी स्थित जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के नोनारा और टकोला ग्रामसभा क्षेत्र में बीते कई दिनों से अजीब बीमारी फैल रही है। इस बीमारी के कारण गाँव में भय का माहौल बन गया है। अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। कई लोगों का कानपुर की हास्पिटल में उपचार चल रहा है। कई लोगों का उपचार चल रहा है।

बिमारी के भय के कारण कई लोग पलायन चुके हैं। गाँव के लोगों का कहना है कि पता नहीं कौन सी बीमारी से सब पीड़ित हैं। स्वास्थ्य विभाग का काम ख़ाली काग़ज़ पर चल रहा है। घटना की जानकारी पाने के बाद वहाँ के कलेक्टर बिंदकी आशिष यादव ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेज दिया है।

फ़िलहाल टीम ने सभी बीमारों की जाँच करना शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीज़ों के अंदर जो लक्षण है उसकी भी जाँच की जा रही है। गाँव के सभी लोगों की कोरोना जाँच करवाई गई।

कोरोना मरीजों को स्मार्ट फ़ोन और टैब्लेट इस्तेमाल की छूट दी जाए

केंद्र सरकार ने तमाम राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोनावायरस के मरीज़ों को जो कि हॉस्पिटल में दाखिल हो उन्हें स्मार्टफोन और टेबलेट आदि का उपयोग करने की छूट देनी चाहिए।

इससे वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करके अपने परिवार और अपने मित्रों के साथ बात कर सकेंगे और मानसिक रूप से उनको मदद मिलेगी। आरोग्य मंत्रालय में आरोग्य सेवा नियामक के डायरेक्टर राजीव गर्ग ने सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है।

जिसमें कहा है कि मरीज और उनके परिवारों के बीच अनुकूल संपर्क बना रहे इसलिए समय तय कर देना चाहिए। और जंतु नाशक मोबाइल की व्यवस्था करनी चाहिए। 29 जुलाई को जारी किए गए परिपत्र में बताया गया है कि सामाजिक संबंध मरीजों को मानसिक शांति दे सकते हैं।

इससे उनके इलाज में डॉक्टर को भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि मरीजों को मोबाइल टेबलेट आदि का उपयोग करने की छूट देनी चाहिए। कई राज्यों में से शिकायत आ रही है कि हॉस्पिटल प्रशासन मरीजों को मोबाइल टेबलेट आदि की छूट नहीं दे रहा है। उल्लेखनीय है कि शहर और कई जगह पर लगातार कोरोनावायरस एबर्ट रहा है ऐसे में बुजुर्गों को हॉस्पिटल में दाखिल करने के बाद जब वह परिजनों से बात नहीं कर पाते तब उनकी समस्या और बढ़ जाती है।

वह और व्याकुल हो जाते हैं कि उन्हें क्या हो गया है? इसके कारण उनके उपचार में भी तकलीफ आती है मोबाइल और टेबलेट आदि की छूट मिलने से डॉक्टर को उपचार में सरलता रहेगी।

(प्रतिकात्मक फ़ोटो)