सूरत: वराछा क्षेत्र में सरकारी साइन्स की कॉलेज शुरू होगी


राज्य सरकार ने वराछा क्षेत्र में वर्तमान शैक्षिणक सत्र से साइंस के लिए सरकारी कॉलेज शुरू करने का फैसला किया है। फिलहाल यह कॉलेज अभी किराए के मकानों में शुरू की जाएगी। इसके बाद इसके लिए स्थायी विचार किया जाएगा।


मिली जानकारी के अनुसार सूरत में वराछा क्षेत्र डायमंड के लिए मशहूर है। यहां डायमंड बडे पैमाने पर तैयार किए जाते हैं। वराछा क्षेत्र के लोगों का कहना था कि वराछा क्षेत्र में एक भी साइन्स कॉलेज सरकारी नहीं होने के कारण उनके बच्चों को निजी कॉलेज में जाना पडता है। इसलिए वह लंबे समय से वराछा में साइंस कॉलेज की मांग कर रहे थे।

वराछा के स्थानीय विधायक और वीर दक्षिण गुजरात युनवर्सिटी के सिन्डिकेट सदस्य भी वराछा में सरकारी साइंस कॉलेज के लिए कई बार गुहार लगाइ थी। उनकी मांग को स्वीकारते हुए राज्य सरकार ने वराछा में सरकारी साइंस कॉलेज खोलने की बात मान ली है। शैक्षणिक वर्से वराछा में कॉलेज शुरू हो जाएगा। पहले यहां बीएससी के लिए कोर्स शुरू किया जाएगा। यह कॉलेज शैक्षणिक वर्ष 2020-21 से शुरू होगी। पहले यहाँ बीएससी का कोर्स होगा। बाद एमएससी के लिए कोर्स शुरू होगा।

अभी तापी जिला के साइंस कॉलेज के साइंस कॉलेज के आचार्य डॉक्टर भद्रेश परमार को प्रिन्सिपल के तौर पर नियुक्त किया गया है। सूरत के वराछा के अलाजवा, महेसाणा के उंझा, राजकोट के जसदण, महिसागर के संतरामपुर और अमरेली में एक सरकारी साइंस कॉलेज शुरू करन का फैसला किया है।

उल्लेखनीय है कि वराछा में सरकारी साइंस कॉलेज खुलने के बाद वराछा वासियों को दूर दूर तक साइंस के अभ्यास के लिए जाना पडता है। अभी उनके पास निजी कॉलेज के सिवाय अन्य कोई विकल्प नहीं है।