पति रोज खाने को ले कर डाटता था पत्नी को, पत्नी ने गला घोंट कर दी हत्या !

व्यारा के वीरपुर में  3 दिन पहले एक युवक मृत पाया गया था। उस समय पत्नी ने पुलिस को बताया था कि उसके पति ने फांसी लगा लिया था। लेकिन शंका होने पर पुलिस ने गहन जांच और पीएम की रिपोर्ट के आधार पर महिला को हत्या के आरोप में पकड लिया। 

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व्यारा के वीरपुर गांव में महेशभाई प्रभुभाई गामित (40) और उनकी पत्नी शर्मिलाबेन गामित रहते हैं। शर्मिलाबेन और महेशभाई पिछले कुछ समय से झगड़ रहे हैं। 18 तारीख को दोपहर करीब 12 बजे शर्मिलाबेन और महेशभाई के बीच खाने को लेकर कहा-सुनी हो गई और आम तौर पर उनके बीच भोजन को लेकर कहासुनी होते रहती थी।

झगड़ा बढ़ जाने से शर्मिलाबेन ने महेशभाई के दाहिने पैर में बांस के डंडे से प्रहार किया और घायल कर दिया। शाम करीब 4 बजे महेशभाई को घर के पाइप से बंधी रस्सी से गला घोंटी हालत में लाश पाई गई थी। तब शर्मिलाबेन ने रस्सी तोड़ कर महेशभाई को नीचे उतारा। उन्हें बिस्तर पर लिटा दिया गया और महेशभाई को इलाज के लिए कहीं नहीं ले गई। आधे घंटे बाद महेशभाई की मौत हो गई।

घटना की सूचना ग्राम पंचायत के उप-पंच विपुलभाई चौधरी को सूचना देने के बाद तमाम लोग मौके पर पहुंचे। पुलिस ने लाश को पीएम के लिए भेज दिया। पीएम की रिपोर्ट के मुताबिक महेशभाई की हत्या कर दी गई होने का खुलासा हुआ। पुलिस पूछताछ में आरोपी महिला ने बताया कि उसका पति और उसके पति के बीच झगड़ा हुआ था. वह तंग आ गई और उसकी पीठ पर बैठ गई और उसे मार डाला। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

विधवा बहु को पड़ोसी के साथ नाजायज संबंध बनाते देखा सासु ने, करवा दी युवक की हत्या!

11 अप्रैल को खानपुर गांव से गुजरने वाली नहर में 32 वर्षीय व्यक्ति का शव मिला था। इस बात का खुलासा हुआ है कि युवक की मौत दुर्घटना से नहीं, बल्कि उसकी मौत हुई है। मृतक दुमदा गांव का राजेश गामित था। पुलिस ने पीएम की रिपोर्ट में खुलासा होने के बाद जांच शुरू की है।

पुलिस की जांच में पता चला है कि राजेश गामित की हत्या अवैध संबंध के मामले में की गई थी। यह सामने आया है कि हत्यारे का संबंध एक महिला से था उसकी सासु ने तीन लाख रुपये में सुपारी दी। व्यारा पुलिस ने सुपारी देने वाली महिला समेत चार आरोपियों को पकड़ कर एक आरोपी को वांछित बताया है।


सोनगढ़ तालुका के दुमदा गांव के 32 वर्षीय राजेश जयंतीभाई गामित अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते हैं। मृतक के गांव की एक विधवा से 10 साल से अनैतिक संबंध थे। इस बात की भनक विधवा की सास को भी लग गई और उसने राजेश को कई बार जान से मारने की धमकी दी।

राजेश की हत्या के दिन से दुमदा का रहने वाला गुरुजी उर्फ ​​गुलाब उर्फ ​​गुलियो रामूभाई गामित भी लापता था। मृतक युवक के परिजनों ने दोनों पर शक जताया है। व्यारा पुलिस के अनुसार राजेश के लापता होने के दो दिन बाद उसका शव पानी में मिला था। इसकी डिटेल समेत सभी जरूरी सैंपल सूरत भेजे गए और 22 तारीख को पीएम की रिपोर्ट आई। जिसके बाद परिजनों को सूचित कर हत्या का अपराध दर्ज कर लिया गया है।

9 अप्रैल की रात राजेशभाई को किसी का फोन आया। जिसके बाद राजेश ने अपने परिवार वालों से कहा कि वह खेत में मोटर चालू कर चंद मिनटों में वापस आ जाएगा.वह अपनी एक्टिवा लेकर चला गया और रात को वापस नहीं आया. परिजनों की तलाशी के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला। जिसके बाद वाघनेरा गांव की सीवन में राजेशभाई की एक्टिवा मिली और 11 अप्रैल की सुबह खानपुर के पास नदी पर बने अंडर ब्रिज के पास पानी में शव मिला था।

व्यारा पुलिस ने आकस्मिक मौत पर संज्ञान लिया, शव को कब्जे में लेकर पीएम के पास भेज दिया. व्यारा पुलिस को पीएम की रिपोर्ट 23 मई को मिली थी. जिसमें राजेश को किसी ने हथियार से सिर पर दो घातक घाव और गर्दन पर घातक मौत के साथ मारा पाया था। हत्या में डुमदा गांव के एक पुरुष और एक महिला को संदिग्ध बनाया गया है। पुलिस ने पूरे चैप्टर की जांच की।

व्यारा: दो दोस्तों की लाश एक पेड़ पर लटकी मिली!

तापी जिला के व्यारा में रूपवाड़ा गांव में रहने वाले और मजदूरी काम करने वाले दो युवक घर से शादी में जाने के बहाने निकले थे और व्यारा के गोवल देव जंगल क्षेत्र में एक पेड की दो डालियों पर दोनों दोस्त की लाश फांसी पर लटकी हुई मिली थी। दोनों दोस्तों की गाड़ियां भी वहीं पर से ही मिली थी।

व्यारा तहसील के रूपवाडा गांव में आमली मोहल्ले में रहने वाले दो दोस्त अनिल लालजी भाई चौधरी और जगदीश रंजीत भाई चौधरी मजदूरी काम करते हैं।यह दोनों दोस्त साथ मे आते आते थे। रविवार को दोनों अपनी गाड़ियाँ लेकर व्यारा तहसील के रानवेरी गांव में शादी में जाने के लिए निकले थे।

इस दौरान शाम को 5:00 बजे व्यारा तहसील के गांव में गोवाल देव के पीछे के हिस्से में एक पेड़ की दो डाली पर दोनों की लाश लटकी हुई थी। व्यारा के पीआई राकेश पटेल घटनास्थल पर पहुंच गए और उन्होंने जांच पड़ताल शुरू की है।

लाश को नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटना के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की है। दोनों ने आत्महत्या किस कारण से की अभी पुलिस ने प्रयास शुरू किया है। घटना के कारण गाँव मे अलग अलग प्रकार की चर्चा शुरू हो गई है। पूरे गाँव में मातम का माहौल छा गया है। पुलिस ने दोनो के दोस्तों से पूछताछ शुरू की है।

माता ने छह घंटे तक छिपा दिया नवजात को, जान जाने से बची

दक्षिण गुजरात में उच्छल तहसील के करोड़ गांव की एक महिला की ना समझी के कारण मासूम नवजात शिशु की जिंदगी खतरे में आ गई थी। माता को अस्पताल से छुट्टी नहीं मिलने के कारण उसने यह हरकती की थी। मिली जानकारी के अनुसार करोड गाव की मार्थाबेन को को डिलीवरी के लिए व्यारा की जनरल हॉस्पिटल ले जाया गया था।

बच्चे के जन्म के बाद उसका वजन कम होने के कारण इनक्यूबेमीटर में रखा गया था। बीते 5 दिन से हॉस्पिटल में एडमिट बच्चे की माताहॉस्पिटल से छुट्टी चाहती थी लेकिन बच्चे को सांस में तकलीफ होने के कारण उसे छुट्टी नहीं दी गई थी। छुट्टी के लिए मार्थाबेन ने  मासूम बच्चे की जिंदगी को दांव पर लगा दिया। उसे लगा कि बच्चे को कांच की पेटी में से निकाल कर किसी और जगह पर रख देंगे तो बच्चा गुम हो गया है। उसे छुट्टी भी मिल जाएगी।

इसके बाद बच्चे को चुपचाप घर लेकर चली जाएगी। इसके बाद गुरुवार को सबेरे 6:00 बटजे बच्चे को कांच की पेटी से निकाल कर ओढनी ओढाकर हॉस्पिटल के बाहर निकल गई थी और लोहे के गेट के अंदर एक रूम में चुपचाप रख कर चली गई थी। यह जानकारी उसने अपने माता और पति विशाल भाई को भी नहीं दी।

दूसरी और बच्चा कांच की पेटी में नहीं मिलने के कारण हॉस्पिटल में सब लोग परेशान हो गए। इसके बाद हॉस्पिटल प्रशासन में दौड़धाम मच गई। इस बारे में पुलिस को जानकारी दी गई। पुलिस ने बच्चे को ढूंढना शुरू किया। 4 घंटे के बाद जतक पूरी हॉस्पिटल में अफरा-तफरी का माहौल था। खोज बीन के दौरान बच्चा 4 घंटे के बाद लोहे के दरवाजे से बाजू के रूम में मिला। तब जाकर लोगों की सांस आई। पुलिस ने माता को खुब डाट लगाई।