यूपी लौटे श्रमिकों को नौकरी देने की तैयारी शुरू!


सूरत
लॉकडाउन के दौरान काम धंधा और व्यापार रोजगार बंद होने के कारण ज्यादातर श्रमिक अपने गांव लौट गए है। देश के कई हिस्सों में काम करने वाले उत्तर प्रदेश के श्रमिक अब वापिस लौट चुके हैं। यूपी सरकार की ओर से श्रमिकों के लिए बीते दिनों रोजगार की व्यवस्था की बात कही गई थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अब यूपी सरकार ने इनके लिए अन्य घोषणाएं भी की है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में लौटे श्रमिकों को रोजगार देने के लिए स्कील मैपिंग का काम के लिए निर्देश दे दिए हैं।

बताया जा रहा है कि अब से  सरकार प्रवासी मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा और बीमा उपलब्ध कराएगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश के प्रवासियों को रोजगार देने के इच्छुक अन्य राज्यों को यूपी सरकार की मंजूरी लेनी होगी। 

 यूपी सरकार फिलहाल श्रमिक कल्याण आयोग के गठन का काम कर रही है। सरकार का कहना है कि अब तक 14.75 लाख लोगों की स्किल मैपिंग का काम हो चुका है । स्किल मैपिंग में सबसे बड़ी तादाद  1,51, 492 रीयल स्टेट डेवलपर व कामगारों के लिए सामने आइ है। इसके अलावा ड्राइवर, होमकेयर टेकर, बिल्डिंग डेकोरेटर, पैरामेडिकल एवं फार्माक्यूटिकल, ड्रेस मेकर व अन्य क्षेत्रों में रोजगार आदि के लिए भी बड़ी संभावना है।


 25 लाख प्रवासी श्रमिकों और कामगारों अब तक यूपी में आ चुके हैं। योगी सरकार इन सभी कामगारों व श्रमिकों को प्रदेश में ही रोजगार के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा की गारंटी देने की तैयारी कर रही है।
मुख्यमंत्री ने घरेलू एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए घरेलू उत्पादकों ने तैयार किए पीपीई किट, मास्क तथा थ्री लेयर मास्क की खरीद करने को कहा उनका कहना था कि इससे घरेलू ‌उत्पादकों को प्रोत्साहन मिलेगा। 

यूपी लौट रहे श्रमिकों के लिए बड़ी खबर, मिल सकती है नौकरी

डेस्क
यूपी जाने वाले श्रमिकों के लिए यह खबर राहत देने वाली है। क्योंकि यूपी की योगी सरकार ने लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से अपने वतन लौट रहे यूपी के मजदूरों को रोजगार देने के लिए एक प्रोजेक्ट बना रही है।
मिली जानकारी के अनुसार देशभर में लॉकडाउन के कारण व्यापार धंधा बंद होने से अन्य राज्यों के श्रमिक लौटकर अपने अपने वतन जा रहे है। ऐसे में यूपी में भी लाखो श्रमिक वापिस जाने की संभावन है।योगी सरकार का लक्ष्य अन्य राज्यों से लौटे लाखों लोगों को रोजगार देना है।

उन्हें रेडीमेड गारमेंट्स, फूड प्रोसेसिंग, काउ बेस्ड प्रोडक्ट्स, फ्लोरिकल्चर, फ्लोरीकल्चर प्रोडक्ट्स जैसे सेक्टर्स में नौकरी दी जाएगी। राज्य सरकार ने इसके लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस संबंध में एक अधिसूचना जल्द ही जारी की जाएगी। अन्य राज्यों से लौटने वाले सभी श्रमिकों को उस क्षेत्र में पंजीकृत किया जा रहा है जिसमें वे काम कर रहे हैं। उन्हें इस क्षेत्र में नौकरी दी जाएगी।
शनिवार शाम तक 110 से अधिक ट्रेनों से लगभग 1.15 लाख से अधिक लोग यूपी लौट आए हैं। अन्य वापस लौट रहे हैं। अगले दो दिनों में अन्य 90 से अधिक आएंगी।
उल्लेखनीय है कि यूपी, बिहार आदि राज्यो के कई श्रमिक देशभर के सभी राज्यों में किसी न किसी क्षेत्र से जुड़े है। सूरत और महाराष्ट्र में लाखो उत्तर भारतीय कपड़ा उधोग में जुड़े है। इसी तरह अन्य राज्यों में भी उत्तर प्रदेश के श्रमिक है।
यदि योगी सरकार की योजना सफल होती है और तालाबंदी और कोरोना अवधि समाप्त होने के बाद श्रमिक अन्य राज्यों में नहीं लौटते हैं, तो अन्य राज्यों के लिए श्रमिकों की कमी होगी।