टैरिफ वार से बचने के लिए सब्सिडी पर उद्यमियो की नजर

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सूरत अमेरिका मैं नई सरकार आने के बाद वहां पर व्यापार के नीति नियमों में परिवर्तन किया जा रहा है।इसके चलते दुनिया के कई देशों से आयात होने वाली चीजों पर वहां की सरकार ने टेरिफ लगा दिया है। भारत से निर्यात होने वाले जेम्स एंड ज्वेलरी और टेक्सटाइल पर भी रेसीप्रोकल टैरिफ लगाने के बाद दोनों उद्योग में चिंता का माहौल है।

मंदी और अनिश्चितता के दौर से गुजर रहे हीरा उद्योग में संकट और गहराने का भय फैल गया है। इसे देखते हुए देश भर के व्यापारिक संगठनों सहित चेंबर ऑफ कॉमर्स ने केंद्र सरकार से इस बारे में गुहार लगाई है और अमेरिका के टैरिफ वोर से बचाने के लिए सब्सिडी देने की मांग की है।---जेम्स एंड ज्वेलरी सेगमेंट में 2.72 लाख करोड़ का निर्यात मिली जानकारी के अनुसार भारत और अमेरिका के बीच बड़े पैमाने पर कारोबार होता है। हीरा उद्योग की बात करें तो सूरत में तैयार होने वाले कट और पॉलिश्ड हीरो में थे 35% हीरे अमेरिका में निर्यात होते हैं। भारत से अंदाजन 2.72 लाख करोड रुपए के जेम्स एंड ज्वेलरी सेगमेंट में निर्यात होता है। इनमें से 35% माल अमेरिका में निर्यात किया जाता है।

दक्षिण गुजरात जेम्स एंड ज्वेलरी सेगमेंट में बड़ा केंद्र है। देश में 90% ज्वेलरी यहां पर तैयार किए जाते हैं।लगभग 2 लाख से अधिक लोग इस उद्योग में जुड़े हुए हैं।इसी तरह टेक्सटाइल की बात करें तो भारत के 28% टेक्सटाइल के प्रोडक्ट अमेरिका में निर्यात किया जाता है। भारत में 60% पॉलिएस्टर कपड़ों का उत्पादन सूरत में होता है। अमेरिका की ओर से लगाए गए टैरिफ के चलते दोनों उद्योगों पर विपरीत असर पड़ेगी और लाखों लोगों की रोजगारी पर भी असर पड़ सकता है।इसलिए केंद्र सरकार को उद्यमियों को संरक्षण देने के लिए तारीफ के सामने सब्सिडी देनी चाहिए।

फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के लिए भी गुहार

भारत और अमेरिका के बीच वर्ष 2024 में कुल 129.2 बिलियन डॉलर का कारोबार हुआ था। इनमें से भारत में 41.8 बिलियन यूएस डॉलर का आयात हुआ था। जबकि भारत से 87.4 बिलियन डॉलर का एक्सपोर्ट किया गया। हर साल भारत से होने वाले निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। सूरत सहित दक्षिण गुजरात में जेम्स एंड ज्वेलरी, फार्मास्यूटिकल, पॉलिएस्टर कपड़े और सोलर के साधन बनते हैं। भारत और अमेरिका के बीच इन क्षेत्रों में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के सिलसिले में भी चैंबर ऑफ़ कॉमर्स ने गुहार लगाई है। फ्री ट्रेड एग्रीमेंट होने से अमेरिका के उत्पादकों को हाई टेक्नोलॉजी और आईटी के क्षेत्र में छूट दी जा सकती है इससे अमेरिका को को भी भारत के कारोबार करने में लाभ मिलेगा।

-केंद्र सरकार से लगाई गुहार

भारत और अमेरिका के बीच डायमंड,टेक्सटाइल, फार्मास्यूटिकल सोलर साधन अधिकारी क्षेत्र में तथा अन्य कई क्षेत्रों मेंव्यापार होता है। डायमंड और टेक्सटाइल क्षेत्र पर टैरिफ लगाने से यहां के उद्यमियों के लिए तकलीफ बढ़ सकती है। इसलिए सरकार को टैरिफ के सामने सब्सिडी और फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के लिए आगे बढ़ना चाहिए। इस विषय में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से भी गुहार लगाई गई है। विजय मेवावाला,प्रमुख, चैंबर ऑफ़ कॉमर्स