सूरत में कपड़ा बाजार खुलने के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था की समस्या फिर से शुरू हो गई है। शनिवार को ग्रे-फिनिश्ड माल डिलीवरी करने वाले टेंपो चालकों ने शहर के पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन राहत देने की मांग की है। उनका कहना है कि पुलिस की ओर से उन्हें आरटीओ दंड के तौर पर बड़ी रकम की पेनल्टी दी जाती है। इस पर पुन: विचार किया जाए।
क्योंकि इन दिनों पहले से ही श्रमिक परेशान हैं और पुलिस की ओर से मिलने वाले ठंड के कारण उनकी हालत और पतली हो जाएगी। रिंग रोड पर कपड़ा मार्केट में ग्रे डिलीवरी करने वाले टेंपो एसोसिएशन का कहना है कि ग्रे और फिनिश्ड डिलीवरी करने वाले टैंपो चालक कडोदरा पांडेसरा और सचिन से माल लेकर टेंपो चालक गोडाउन ट्रांसपोर्ट के लिए निकलते हैं।
रास्ते में पुलिस उन्हें रोककर ₹500-1000 तक का पेनल्टी दे देती है। इसके अलावा कई बार तो आरटीओ मेमो भी पकड़ा दिया जाता है। जिसकी रकम बहुत ज्यादा होती है। लॉकडाउन के कारण मार्केट बंद होने के कारण टेंपो चालक और श्रमिक पहले से ही परेशान हैं। ऐसे में पुलिस की ओर से मिलने वाले पेनल्टी ने टेंपो चालकों के लिए जीना दुश्वार कर दिया है।
टेंपो चालक एसोसिएशन से जुड़े उमाशंकर मिश्रा ने बताया कि पुलिस की ओर से दी जाने वाली रकम बहुत ज्यादा है। जोकि टेंपो चालक नहीं भर सकते। इसलिए पुलिस कमिश्नर से उन्होंने इस बारे में को गुहार लगाई है।
अन्य एक संगठन से जुड़े संजय पाटिल ने बताया कि टेंपो चालक दिन भर में जितना कमाते हैं। उससे ज्यादा तो पैनल्टी हो जाती है ऐसे में पुलिस प्रशासन को विनती मेरी विनती से मुक्त करना चाहिए।