सूरत
देश में जिस तरह देशभर में कोरोना का माहौल फैला है उस कारण लॉकडाउन लगने से सभी दुकानें बंद हैं। सभी लोगों का आना जाना बन है ऐसे में वह रिटर्न इस तरह फ़ाइल नही कर पाएंगे ।इसलिए फैडरेशन ऑफ सूरत टैक्सटाइल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन वित्त सेक्रेटरी अजय भूषण पाण्डेय कैट के अध्यक्ष बीआर भरतिया और सेक्रेटरी प्रवीण खंडेलवाल को पत्र लिखकर मार्च 2020 के मास का टीडीएस और GST की ड्यू डेट बढ़ाने की माँग की है ।
फोस्टा के महामंत्री चम्पालाल बोथरा ने बताया कि मार्च महीने के टीडीएस के लिए लेट फीस जून तक नहीं लिया जाएगा| लेकिन उसका ब्याज 0.75 प्रतिशत है । यदि कर का भुगतान देर से किया जाता है तो शुल्क लिया जाएगा ।मार्च महीने के लिए TDS के भुगतान की नियत तारीख़ 30!अप्रैल है , इसी तरह से जीएसटीआर 3 बी रिटर्न फ़ाइल करने का तारीख़ 20 अप्रेल है, परंतु 15 दिनों के ग्रेस के साथ बिना ब्याज के भरने की तारीख़ पाँच मई है|
प्रधानमंत्री के निर्देश पर लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ा दिया गया है ।इस कारण व्यवसायिक लॉकडाउन में बंद रहने से लोग टीडीएस और जीएसटी रिटर्न फ़ाइल नहीं भर पाएंगे ।स्थानीय व्यापारियों की परिस्थिति पर समझते हुए सरकार से GSTR और टीडीएस की ड्यू डेट बढ़ाने की गुहार लगायी है|
व्यापारियों की आर्थिक पैकेज की माँग
उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण चिंतित व्यापारियों का एक वर्ग यह भी मानता है कि कोरोना ने व्यापारियों का बहुत नुक़सान पहुँचाया है। कोरोना के कारण व्यापारियों की बड़ी पूँजी कपड़े में फँस गई है। जो कि कब छूटेगी पता नही। इसके अलावा बैंक ब्याज , श्रमिकों का वेतन , बिजली बिल , बैंक के लोन का हप्ता तो चल ही रहा है इसलिए यदि सरकार व्यापारियों के लिए आर्थिक पैकेज दे थोड़ी राहत मिलेगी।
लूम्स श्रमिकों का बनेगा डाटा बैंक
इधर दूसरी ओर वीवर्स के संगठन फैडरेशन ऑफ गुजरात वीवर्स एसोसिएशन ने भी श्रमिकों का डाटा तैयार करने का प्रयास शुरू किया है। सभी वीवर्स को इसके लिए एक फ़ॉर्म दिया गया है।