सूरत के दौरे पर आए केंद्रीय वस्त्र मन्त्री गिरिराज सिंह को कपड़ा उद्यमियों ने यार्न पर बीआईएस लगाने से पहले इसका उपयोग करने वाले विवर्स को सुना जाए और पुनः विचार किया जाए ऐसी मांग की। नायलॉन वीलर्स की ओर से इस बारे में केंद्रीय मंत्री को ज्ञापन भी दिया गया।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए कपड़ा उद्यमी मयूर गोलवला ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से नायलॉन यार्न पर बीआईएस लगाए जाने की मुहिम शुरू की गई है।सूरत मे 90% वीवर्स नायलॉन यॉन का उपयोग करते है। यदि आयातित यार्न पर भी बीआइएस लग जाएगा तो सूरत के कपड़ा उद्यमियोको लोकल यार्न महंगा पड़ सकता है जिसके चलते वीविंग इंडस्ट्री को बड़ा फटका पड़ेगा। कई कारखाने बंद होने की संभावना है।
कारखाने बंद होने से कपड़ा उद्यमियो के परिवार और उनसे जुड़े हुए लोग परेशान हो जाएंगे।इसलिए बीआईएस लगाने से पहले इस पर विचार किया जाए। साथ ही दिल्ली में बीआईजस से जुड़ी जो भी मीटिंग होती है उसमें सूरत के कपड़ा उद्यमी और अन्य स्टेट होल्डर को भी शामिल किया जाए इस बारे में केंद्रीय मंत्री से भी गुहार लगाई गई है।