सोमवार को सूरत टेक्सटाइल मार्केट में स्वैच्छिक तौर से बंद करने की घोषणा के बाद कपड़ा बाजार की अन्य कई मार्केट में भी स्वैच्छिक तौर से बंद की घोषणा किए जाने की संभावना है। सूरत टेक्सटाइल मार्केट की ओर से बंद की घोषणा के बाद फेडरेशन ऑफ टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन भी मार्केट के व्यापारियों से दुकान बंद रखने की अपील की थी। दोपहर तक कई मार्केटों में बंद की जानकारी आ सकती है।
फोस्टा ने व्यापारियों से अपील की थी कि यदि आवश्यकता ना हो तो स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए व्यापारी बंद रख सकते हैं। हालाँकि यह निर्णय व्यापारियों पर ही छोड़ दिया था। उन्हें दुकान शुरू करनी है या नहीं इसके बाद दर्शन मार्केट भी मंगलवार से रविवार तक बंद की जानकारी सामने आ रही है। मार्केट में भी बंद रखने के लिए पूर्णा को ही जिम्मेदार बताया जा रहा है।
कोरोना करते हुए मार्केट के व्यापारियों का कहना है कि एक और व्यापार नहीं है और दूसरी ओर शहर में जिस तरह कोरोना फैला है उसे देखते हुए रिस्क लेना ठीक नहीं है। यदि दुकान खोल कर बैठते भी हैं। थोड़ी सी गलती हो जाने पर मनपा प्रशासन की ओर से 5000 से ₹10000 वसूली की जा रही है। इसलिए व्यापारियों ने खुद ही बंद करने का फैसला ले लिया है। इसी तरह से मोती बेगमवाडी में भी एक-दो मार्केट की जानकारी सामने आ रही है।
दर्शन मार्केट के व्यापारी रिंकेश लालवानी ने बताया कि शहर में रोज बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज दर्ज हो रहे हैं। फिलहाल कपड़ा बाजार में इतना व्यापार भी नहीं है कि दुकान बंद करने से ज्यादा नुकसान हो इसलिए मार्केट के 80 से अधिक दुकाने रविवार तक बंद रहेंगी।
उल्लेखनीय है कि कपड़ा बाजार में सोमवार से नए नियमों के साथ व्यापार शुरू हुआ जिसमें कि बहुत कम व्यापारी आए थे। मार्केट के व्यापारी भी कोरोना की परिस्थिति में सहमे हुए हैं। मिलेनियम मार्केट के कई व्यापारियों ने तो पहले से ही बंद में समर्थन दिया है और सौराष्ट्र टेक्सटाइल ग्रुप से जुड़े बड़ी संख्या में व्यापारियों ने रविवार तक दुकान बंद करने का फैसला किया है।