तीन और कोरोना पॉज़िटिव आए, अब तक 29

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सूरत
सूरत में रविवार की शाम को फिर से कोरोना के तीन पॉज़िटिव मामले सामने आने के बाद सूरत में अब कुल 29 कोरोना पॉज़िटिव मामले दर्ज हुए हैं।अभी तक सूरत में कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है।


रविवार को जिन तीन लोगों का रिपोर्ट पॉज़िटिव आया है।उसमे 45 वर्षीय लता बहन जावरे का रिपोर्ट पॉज़िटिव आया है ,जो की सूडा आवास , वेसू की निवासी है। ARI सर्वेलांस के दौरान पनास हेल्थ सेंटर में उनका सैंपल लिया गया था | फ़िलहाल उन्हें सिविल हॉस्पिटल में दाख़िल किया गया है |दूसरा मामला में लिंबायत ,आज़ाद चौक में रहने वाले24 वर्षीय शाहरूख हारूल पठान का है।एआरआई सर्वेलेंस के दौरान भाठेना कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में लिया गया था।फ़िलहाल इन्हें सिविल हॉस्पिटल में दाख़िल किया गया है।तीसरा मामला वल्लभनगर में रहने वाले विपुल भाई मावाणी का है ।इनका सैंपल एआरवाई के दौरान मगोब कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में लिया गया था ।जाँच के बाद रिपोर्ट पॉज़िटिव आने पर इन्हें सिविल अस्पताल भेज दिया गया|
बताया जा रहा है कि लताबेन जिस घर मे घरकाम करती थी वहाँ बीते दिनों कोई इटली ले आया था।

गुजरात में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है आज एक और मौत के साथ मृतांक 23 पर पहुंच गया। रविवार को शाम तक 28 पॉजीटिव केस दर्ज हुए हैं ।इनमें अहमदाबाद में 23, सूरत में 3 आणंद में 2 केस सामने आए हैं ।बीते 24 घंटों में अहमदाबाद में कुल 2700 के करीब टेस्ट किए गए हैं ।इनमें से 2486 के रिपोर्ट नेगेटिव है ।


सबसे अधिक अहमदाबाद में कोरोना के लगभग 260 पॉजिटिव केस हैं। इनमें से 11 की मौत हो चुकी है ।जबकि 11 को डिस्चार्ज किया गया है ।वडोदरा में 90 केस दर्ज हुए हैं। इनमें दो की मौत हो चुकी है ।इसके बाद सूरत में 29केस दर्ज हुए हैं जिनमें कि 4 की मौत हो चुकी है राजकोट में 8 दिन में कोई मौत नहीं हुई है ।

गांधीनगर में 15 केस दर्ज हैं इनमें एक की मौत हुई है भावनगर में 23 की मौत हुई है राज्य प्रशासन की ओर से कोरोना के बढ़ते कदम को रोकने के लिए हर इंतजाम किए जा रहे हैं अब तो घर घर जाकर सैंपल लेने के लिए भी कवायद शुरू की गई है

गुजरात के कई शहरों में सैनिटाइजेशन और साफ-सफाई की प्रक्रिया भी शुरू की गई है ।अहमदाबाद , राजकोट और वडोदरा में आज से मास्क नहीं पहनने वाले से ₹5000 वसूलने अथवा 3 साल के दंड की सजा की कार्रवाई शुरू की गई है |डीजीपी शिवानंद झा ने बताया कि पुलिस पर पत्थर मारे और चक्काजाम आदि की घटना को गंभीरता से लिया गया है|