सूरत
कोरोना वायरस के कारण सूरत से अन्य राज्यों के श्रमिकों का पलायन जारी है। सोमवार को सूरत से कुल 30 ट्रेन जाएगी। इसमें से यूपी के लिए 14 बिहार के लिए 8 ओड़िशा के लिए 6 और झारखंड के लिए दो ट्रेन हैं।
मिली जानकारी के अनुसार सूरत में अलग-अलग व्यापार उधोग में काम करने वाले यूपी, बिहार, ओडिशा, झारखंड आदि राज्यों के श्रमिकों का पलायन जारी है। सूरत से यूपी के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में ट्रेन जा रही है। शुरू में यूपी की ट्रेन का किराया वसूला जा रहा था, लेकिन अब वहां की सरकार ने रेलवे को श्रमिकों का किराया चकाने के कारण यहां से श्रमिक निशुल्क जा रहे हैं।
इसके पहले रविवार को सूरत से अन्य राज्यों के लिए 30 ट्रेन गई थी। इनमें उत्तर प्रदेश के लिए 13, बिहार के लिए 10 ओडिशा के लिए छह और झराखंड के लिए एक ट्रेन थी। अब तक सूरत से श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से पांच लाख से अधिक अन्य राज्यों के श्रमिक अपने वतन जा चुके हैं। सूरत के बसने वाले अन्य राज्यों के श्रमिक ज्यादातर कपडा उधोग में काम करते हैं।
इनके जाने के बाद कपड़ा उधोग में श्रमिकों की गंभीर समस्या होगी। एक ओर राज्य सरकार की ओर से नोन क्टेनमेंट जोन में व्यापार शुरू करने की छूट दी जा रही है और दूसरी ओर श्रमिक वतन जा रहे है ऐसे में आने वाले दिनों में सूरत के व्यापार उधोग में श्रमिकों की कमी के कारण बड़ा नुकसान होने की आशंका है।
रेलवे 27 मई से लॉकडाउन में रद्द ट्रेनों का रिफंड देगा
रेल मंत्रालय ने आखिरकार लोगों की शिकायतों को सुना और लॉकडाउन के कारण रद्द हुइ ट्रेनो का रिफंड 27 मई से देने का निर्णय किया है। रेलवे विभाग यह रिफंड 28 जून तक पश्चिम रेलवे के पांच स्टेशनों से करेगा।
रेलवे विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देशभर में फैले कोरोना के भय के कारण सावधानी के तौर पर कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए 22 मार्च को भारतीय रेलवे द्वारा कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था। इसके बाद दो दिन में देशभर में सारी गाडियां रद्द कर दी गई थी। इसके कारण कई लोगों के टिकिट अपने आप ही रद्द हो गए। सामान्य तौर पर मार्च अप्रेल में स्कूल में छुट्टी होने से लोग घूमने या अपने गांव जाते है इस बार भी लोगों ने इस तैयारी के कारण पहले से टिकिट का आरक्षण कराया था। लेकिन कोरोना के कारण ट्रेन रद्द होने से यह टिकिट भी अपने आप रद्द हो गई थी। जिन लोगों ने ऑनलाइन बुकिंग की थी, उनके खाते में रुपए वापस कर दिए गए थे, जबकि काउंटर पर बुकिंग करने वालों को दो महीने तक रिफंड नहीं मिला था और वे रिफंड का इंतजार कर रहे थे।
जब लोग कोरोना के कारण खराब वित्तीय स्थिति में हैं, ऐसे में रिफंड मिलने पर एक बड़ी राहत होगी। 27 मई से रिफंड शुरू हो जाएगा। पश्चिम रेलवे से सूरत, वलसाड, नंदुरबार, मुंबई सेंट्रल और वसई स्टेशन पर सुबह 8 से रात 8 बजे तक रिफंड का भुगतान किया जाएगा।
ट्रेन रिफंड कब देय है?
22 मार्च से 31 मार्च तक की ट्रेनों के लिए 27 मई
1 अप्रैल से 14 अप्रैल 3 जून
15 अप्रैल से 30 अप्रैल 9 जून
1 से 15 मई 16 जून
16 मई 31 मई23 जून
1 जून से 30 जून28 जून