कोरोना का सच अब होगा उजागर! 62 देश जुटे जाँच में!

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डेस्क
कोरोना को लेकर दुनिया के सभी देश एकजुट होने लगे हैं।सभी देशों ने कोरोना का उद्भवकहां से हुआ यह जानने की लिए आवाज उठाना शुरू कर दी है।दुनिया के कई देश इस बारे में सक्रिय हो गए हैं।दुनियाभर में लाखो लोगों की जान ले चुके कोरोना की सच्चाई से पर्दा उठाने और इसकी पूरी सच्चाई जानने के लिए दुनिया के कई देशों ने गुट बनाया है। देशों ने यह प्रस्ताव रखा है गया है कि WHO महामारी को लेकर सही जानकारी दे रहा या नहीं इसकी जांच की जाए।


भारत के अलावा मैक्सिको, ब्राजील, जापान, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, तुर्की, रूस, इंडोनेशिया, और सभी 27 यूरोपीय संघ के सदस्यों द्वारा इसे समर्थन दिया गया है।

सोमवार को वर्ल्ड हेल्थ असेंबली में यूरोपियन यूनियन की ओर से यह प्रस्ताव पेश किया जाएगा।इसमें डब्ल्यूएचओ के नेतृत्व में इंटरनेशनल हेल्थ की जांच की बात रखी जाएगी बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव पर अमेरिका और चीन को कोई विरोध नहीं है।


आपको बता दें कि कोरोना के कारण दुनिया में अब तक लाखों लोगों की जान जा चुकी है और लाखों लोगों को को रोना का संक्रमण लग चुका है।दुनिया में कई देशों में लोग गांव के कारण कई देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है।

कोरोना पॉज़िटिव मरीज ग़ायब हो गया
जहां एक ओर कोरोना को लेकर प्रशासन चिंतित है, वहीं दूसरी ओर कई लोगों की रोग को लेकर लापरवाही सब के लिए सिरदर्द का कारण बन गई है
शहर के कमेला दरवाजा के क्षेत्र में हनुमान मंदिर में बाहर से आए साधु का कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आया है, लेकिन रिपोर्ट आने के पहले वह शहर छोड़ चुके थे।यह जानकारी प्रशासन को मिलने के बाद प्रशासन के हाथ पाँव फूल गए है। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस ने उन्हें ढूढ्ने का प्रयास शुरू कर दिया है।


शेषमणिलाल मणिप्रसाद द्विवेदी (40 वर्ष मूल रूप से बुरहट्टा, जिला सतना, मध्य प्रदेश के हैं) पिछले कुछ दिनों में शहर के न्यू कमेला दरवाज़ा क्षेत्र में हनुमान मंदिर में आए थे। उन्हें सर्दी, खांसी की तकलीफ़ होने के कारण सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गत 12 मई पर मेडिकल टेस्ट किया गया। टा। 13 मई को साधु शेषमणिलाल की रिपोर्ट सकारात्मक आई। वायरस के प्रसार को रोकने के लिए, मनपा के स्वास्थ्य विभाग की एक टीम साधु शेषमणिलाल को लेने के लिए तुरंत हनुमान मंदिर के लिए रवाना हुई। लेकिन भिक्षु वहां नहीं मिले।

स्वास्थ्य टीम ने मंदिर के महाराज महेंद्रसिंह राजपूत से पूछताछ की और पता चला कि जिस शाम उन्होंने ब्लड सैंपल दिया था, उसी दिन भिक्षु ने मंदिर को कहीं जाने के लिए छोड़ दिया था, जैसा कि कहा जाता है। जिसके बाद, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तुरंत निगम के उच्च अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया और उसके बाद आज पुणे पुलिस स्टेशन में साधु शीशमीलाल के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई