तालाब मे डूबने से दो भाइयों की मौत!

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सूरत
गर्मी के मौसम में तालाब में नहाने के लिए गए दो भाइयों को डूब जाने के कारण मौत हो गई।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सचिन इलाके के गभेणी रोड पर रामेश्वर कॉलोनी के 17 वर्षीय फिरोज अकबर अली अंसारी और उसका 15 वर्षीय भाई मेराज कल दोपहर गर्मी में ठंडक के लिए अपने घर के पास तालाब में नहाने गए थे ।
फिरोज और मेराज देर शाम घर नही पहुंचे। इसलिए उसके परिवार के सदस्य और आस-पास के लोग दोनों भाइयों की तलाश कर रहे थे। इस समय तालाब के किनारे पर दोनों के कपड़े और मोबाइल दोनों पाए गए। इसके बाद से उनके डूब जाने की आशंका व्यक्त कर रहे है।

पुलिस को इस बारे में सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। फ़ायर ब्रिगेड के जवानों ने तालाब में दोनों को ढूँढने का प्रयास किया। ग्रामीणों और पुलिस की जाँच के दौरान दोनों भाइयों के शव मिले। दोनों भाइयों के पिता मज़दूरी करते है। सचिन जीआईडीसी पुलिस मामले की जांच कर रही है

स्कूल खुले नहीं और नोटिस आ गया, अभिभावक रोष में

लॉकडाउन के कारण परेशान अभिभावकों की चिंता में और बढ़ोतरी हो गई है। स्कूलों की ओर से अब स्कूल खुलने के पहले ही अभिभावकों को नए नए शैक्षणिक वर्ष के लिए टर्म फीस और शैक्षणिक फीस भरने का नोटिस दिया जा रहा है। इसके चलते अभिभावक दुखी भी हैं और नाराज भी हैं। स्कूलों की ओर से भेजे जाने वाली यह नोटिस आने वाले दिनों में विवाद का कारण बन सकते हैं।


मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों कई निजी स्कूलों ने लोन के दौरान अभिभावकों की समस्या समझते हुए नए शैक्षणिक वर्ष में फीस नहीं बढ़ाने का फैसला किया था। लेकिन इसके बाद अभी स्कूल खुलने के पहले ही कई स्कूलों ने अभिभावकों को नोटिस भेजकर पिछली बाक़ी फीस, नए शैक्षणिक वर्ष में टर्म फीस और शैक्षणिक फ़ीस चुका देने को कहा है। कुछ स्कूलों ने तो यह भी धमकी दी है कि यदि अभिभावक फीस नहीं चुकाएंगे तो उनके बच्चों को पास नहीं किया जाएगा।

आपको बता दें कि मार्च महीने में जब लॉक डाउनलोड दौरान कई स्कूले अपने सालाना फीस की चौथी किस्त लेती हैं लेकिन, लॉकडाउन के कारण वह फीस भी स्कूल नहीं ले पाई थी। इस कारण स्कूलों के लिए भी शिक्षकों का पगार करना और अन्य खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। फिलहाल लॉकडाउन के कारण कई लोगों की नौकरी छूट गई है। कई लोग घर पर बेरोजगार बैठे हैं, व्यापार धंधे बंद हैं। ऐसे में अभिभावकों इच्छा है कि स्कूल में भी उनकी लाचारी को समझें।


उल्लेखनीय कि नानपुरा क्षेत्र के एक स्कूल ने तो 9 से 12वीं तक के छात्रों को फीस भरने के लिए अलग अलग एक मास से तीन मास के स्ट्रक्चर भी बना कर भेज दिए हैं। साथ ही बैंक का अकाउंट नंबर भी भेजा है जिससे कि स्कूल के छात्रों और अभिभावकों दोनों में ही चिंता और नाराजगी है। आने वाले दिनों में स्कूलों के इस रवैए के खिलाफ अभिभावक विरोध व्यक्त कर सकते हैं।