स्लम क्षेत्रों में लोगों से सोशल डिस्टैंस का पालन करवाना बड़ी चुनौती!!

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सूरत
सूरत महानगर पालिका ने स्लम क्षेत्रों में से कोरोना के मरीज मिलने के कारण वहाँ पर संक्रमण रोकने की कार्रवाई शुरू की है, लेकिन स्लम क्षेत्रों में जनसंख्या ज्यादा होने के कारण मनपा के लिए वहां कई चुनौतियां आ सकती है। वहां सोशियल डिस्टैंस का पालन और मास्क का उपयोग करवाना मनपा के लिए कड़ी चुनौती बन सकता है।
लिंबायत, उधना और वराछा के स्लम क्षेत्रों में कोरोना के मामले सामने आने से मनपा ने इन क्षेत्रों को क्लस्टर कन्टेन्मेन्ट कर कार्यवाही शुरू की है।
सूरत मनपा नगर आयुक्त बंछानिंधि पाणि ने कहा कि अब तक कोरोना के पॉज़िटिव मामलों मे लिंबायत ज़ोन में सबसे अधिक पॉज़िटिव 178 हैं। इसके बाद सेंट्रल जोन है, और फिर वराछा ए में 52 मामले पाए गए हैं। जबकि उधना में 39 मामले सामने आए हैं। कोरोन के केस लिम्बायत, उधना और वराछा के स्लम इलाकों में मिले हैं। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की संभावना है। जिसके कारण मनपा अब स्लम पॉकेट पर ध्यान केंद्रित कर रही है। कुछ स्लम पॉकेट में अधिक जनसंख्या घनत्व के कारण सोशल डिस्टैंस और मास्क का उपयोग इन क्षेत्रों में करवाना मनपा के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है , लेकिन कितनी भी परेशानी हो पर लोगों को इसका पालन करने की बात मनपा कमिश्नर ने कही।
आयुक्त ने लोगों से सोशल डिस्टैंस का पालन करने का भी आग्रह किया। इसके अलावा उन्होंने रांदेर का उदाहरण देते हुए कहा कि रांदेर को पहले शहर में पहला क्लस्टर घोषित किया गया था, लेकिन वहां के लोग सतर्क थे।वहां से अब कोरोना पॉजिटिव की संख्या कम हो गई है

किरण होस्पिटल 30 अप्रेल तक बंद

उल्लेखनीय है कि शहर के किरण होस्पिटल में 12 मेडिकल स्टाफ़ का कोरोना पॉज़िटिव रिपोर्ट आने के बाद 24 अप्रेल से 30 अप्रेल तक बंद रखने का फ़ैसला किया गया है।1 मई से होस्पिटल फिर शुरू होगी