शहर में बढ रहे कोरोना के कारण उद्यमियों की हालत भी पतली हो रही है। भले मनपा ने व्यापार उद्योग शुरू करने की छूट दे दी है लेकिन उद्यमी अब खुद ही संक्रमण से बचने के लिए दुकान-ऑफिस बंद कर रहे हैं।
हीरा उद्योग मे भी वराछा के चौकसी बाज़ार तथा मानगढ चौक मे सेफ डिपॉजिट वॉल्ट 19 तारीख तक बंद करने का स्वैच्छिक निर्णय किया गया है। इसके बाद मानगढ़ तथा चौक बाजार में व्यापारियों ने कारोबार बंद कर दिया है। हीरा व्यापारियों ने कई स्थानों पर 19 तारीख तक व्यापार बंद रखने के नोटिस लगा दिए हैं।
व्यापार उद्योग शुरू तो हो गए लेकिन कोरोना कि मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ गई है। ऐसे में मनपा ने कुछ दिनों के लिए हीरा कारख़ाने और हीरा बाज़ार बंद भी करवा दिया था लेकिन, बाद में हीरा उद्यमियों की मांग पर कड़ी गाइडलाइन के अनुसार चालू करने के निर्देश दिए हैं लेकिन, जिस तरह से शहर में बढ़ रहा है उसे देखते हुए भी हीरा उद्यमी आगे नहीं आ रहे हैं।
हीरा उद्यमियों ने सोमवार को खुद ही वराछा हीरा बाजार में सैफ वॉल्ट बंद होने के बाद कारोबार बंद रखने का स्वैच्छिक फैसला किया है। सोमवार को वराछा क्षेत्र में मानगढ़ चौक चौक की बाजार, मिनी बाजार आदि के कई हीरा यूनिट 19 तारीख तक बंद रहे।
बाजार बंद करने के लिए व्यापारी और दलालों को मैसेज देखा जानकारी दी जा रही है 19 तारीख के बाद आग पर स्थिति देखते हुए फैसला किया जाएगा।
हीरा उद्यमी कीर्ति शाह ने बताया कि कोरोना के कारण परिस्थिति बिगड़ रही है। ऐसे में हीरा उद्यमी रिस्क नहीं लेना चाहते। चौकसी बाज़ार और मानगढ चौक में सैफ डिपोजिट वॉल्ट बंद होने के कारण हीरा उद्यमियों ने भी बंद करने का फ़ैसला किया है।
कपड़ा बाज़ार में भी स्वैच्छिक बंद
सोमवार को सूरत टेक्सटाइल मार्केट में स्वैच्छिक तौर से बंद करने की घोषणा के बाद कपड़ा बाजार की अन्य कई मार्केट में भी स्वैच्छिक तौर से बंद की घोषणा किए जाने की संभावना है। सूरत टेक्सटाइल मार्केट की ओर से बंद की घोषणा के बाद फेडरेशन ऑफ टैक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन भी मार्केट के व्यापारियों से दुकान बंद रखने की अपील की थी।
व्यापारियों से अपील की थी कि यदि आवश्यकता ना हो तो स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए व्यापारी बंद रख सकते हैं। हालाँकि यह निर्णय व्यापारियों पर ही छोड़ दिया था। कि उन्हें दुकान शुरू करनी है या नहीं इसके बाद दर्शन मार्केट भी मंगलवार से रविवार तक बंद की जानकारी सामने आ रही है।
मार्केट में भी बंद रखने के लिए पूर्णा को ही जिम्मेदार बताया जा रहा है। कोरोना करते हुए मार्केट के व्यापारियों का कहना है कि एक और व्यापार नहीं है और दूसरी ओर शहर में जिस तरह कोरोना फैला है उसे देखते हुए रिस्क लेना ठीक नहीं है। यदि दुकान खोल कर बैठते भी हैं। थोड़ी सी गलती हो जाने पर मनपा प्रशासन की ओर से 5000 से ₹10000 वसूली की जा रही है। इसलिए व्यापारियों ने खुद ही बंद करने का फैसला ले लिया है। इसी तरह से मोती बेगमवाडी में भी एक-दो मार्केट की जानकारी सामने आ रही है।
दर्शन मार्केट के व्यापारी रिंकेश लालवानी ने बताया कि शहर में रोज बड़ी संख्या में कोरोना के मरीज दर्ज हो रहे हैं। फिलहाल कपड़ा बाजार में इतना व्यापार भी नहीं है कि दुकान बंद करने से ज्यादा नुकसान हो इसलिए मार्केट के 80 से अधिक दुकाने रविवार तक बंद रहेंगी।
उल्लेखनीय है कि कपड़ा बाजार में सोमवार से नए नियमों के साथ व्यापार शुरू हुआ जिसमें कि बहुत कम व्यापारी आए थे।
मार्केट के व्यापारी भी कोरोना की परिस्थिति में सहमे हुए हैं। मिलेनियम मार्केट के कई व्यापारियों ने तो पहले से ही बंद में समर्थन दिया है और सौराष्ट्र टेक्सटाइल ग्रुप से जुड़े बड़ी संख्या में व्यापारियों ने रविवार तक दुकान बंद करने का फैसला किया है।