पुलिस के सम्मान कार्यक्रम में नियमों कानून भूले!!!!

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सूरत
एक ओर जहाँ कोरोना के मरीज़ों की संख्या बढ़ने के कारण प्रशासन लोगों से सोशल डिस्टैंस का पालन करने और मास्क पहनने की अपील कर रहा है वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को सोशल मीडिया पर आए फ़ोटो कुछ और ही बयां कर रही है। शहर पुलिस ने ट्रैफ़िक सरकार में काम करने वाले एसीपी अशोक चौहान बुधवार को लघुमति समाज की ओर से आयोजित एक सोसायटी में स्वागत समारोह में गए थे जहाँ बडी संख्या में लोग उपस्थित थे। फ़िल्मी में गीत चल रहे थे आर ए सी पी चौहान पर फूलों की वर्षा की गई।

बताया जा रहा है कि वहाँ पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवान भी थे लेकिन इस सम्मान समारोह के दौरान सोशल डिस्टैंस का पालन नहीं किया गया इस स्वागत समारोह के चलते नया विवाद छिड़ गया है । इसके अलावा सलाबतपुरा के अन्य एक वीडियो में भी पुलिस के स्वागत कार्यक्रम में कुछ इसी तरह से नियम का उल्लंघन हुआ।

ऐसे तो यह स्वागत समारोह पुलिस, डॉक्टर्स आर सफ़ाई कर्मचारियों के लिए था लेकिन यहाँ पर बड़ी संख्या में पुलिस के जवानी दिख रहे थे जबकि एक और रोना इतनी तेज़ी से फैला है और प्रशासन को हीलोगों से लॉकडाउन का नियम पालने और मास्क पहनने की अपील कर रहे है।ऐसे में इस तरह के स्वागत समारोह में सभी नियमों नियमों का उल्लंघन होता है।इसके बावजूद प्रशासन को दे ही इन्हें बढ़ावा दे रहा है ऐसा प्रतीत होता है।


ओड़िशा की ट्रेन शुरू, १० को जाएगी तीन ट्रेन
कोरोना टेस्ट के बाद ही उड़ीसा वासियों को उड़ीसा में आने दिया जाएगा हाइ कोर्ट के इस फ़ैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है।सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के कारण ओड़िशावासियों के ओड़िशा जाने का रास्ता साफ़ हो गया है।मिली जानकारी के अनुसार हाई कोर्ट के एक फ़ैसले में बताया गया था कि जिन लोगों का कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आएगा उन्हें ही ओडिशा में जाने दिया जा सकता है। फ़ैसले के कारण उड़ीसा जा रहे हैं|
लाखों लोगों पर ब्रेक लग गई थी।इसके बाद केंद्र सरकार ने उड़ीसा हाईकोर्ट के फ़ैसले के विरुद्ध पिटीशन की थी जिसमें अनुसार तरूण मेहता, क़नू अग्रवाल और बीवी बलराम की दलीलों को ध्यान में रखकर सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के ऑर्डर पर स्टे लगा दिया

।इससे शनिवार दोपहर से ओड़िशा कि ट्रेन फिर से दौड़ने लगी। शनिवार को सूरत से दोपहर 1 बजे उड़ीसा कि ट्रेन गई।आपको बता दें कि सूरत से ओडिशा के लिए बीते एक सप्ताह से ट्रेन शुरू कर दी गई है।लेकिन शुक्रवार को ओडिशा हाई कोर्ट के फ़ैसले के बाद ट्रेन रोक देनी पड़ी भी।सूरत में ओडिशा के छह लाख से अधिक लोग रहते हैं।जिनमें की ज़्यादातर श्रमिक वार रहा हैबताया जा रहा है कि सूरत से उड़ीसा गए लोगों मेंबत्तीस से अधिक लोगों का रोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आने के कारण ओडिशा के कुछ क्षेत्रों को रेड ज़ोन में बदलना पड़ा।

इसलिए वहाँ के लोगों ने हाईकोर्ट में पिटीशन दाख़िल की थी। जिसके अनुसंधान में हाईकोर्ट ने ओडिशा जाने से पहले पूर्वी टेस्ट कराना पड़ेगा और इनका नेगेटिव पेट पर आएगा उन्हें को जाना मिलेगा यह फ़रमान किया था।सुप्रीम कोर्ट की ओर से आए फ़ैसले के कारण लाखों ऑडिट प्रवासियों ने राहत की साँस ली है।10 तारीख़ को और तीन ट्रेन दौड़ाई जाएगी।