साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन सूरत द्वारा आज एक वर्चुअल मीटिंग का आयोजन सूरत में वर्तमान कोरोना संक्रमण की स्थिती को देखते हुए टेक्सटाइल मार्केट को बंद या खुला रखा जाए विषय पर चर्चा हुई। मीटिंग में ज्यादातर व्यापारियों ने दुकान खोलने का विचार व्यक्त किया।
इसके अलावा मीटिंग मे व्यापारियों ने ऑड इवन सिस्टम” से दुकानें खुलने के नियम में एक समस्या बताई कि जिस किसी ऑड नंबर वाले दुकानदार को इवन नंबर वाले दुकानदार को कोई डिलिवरी देनी है या अन्य कोई काम है तो उनका काम तो हो ही नहीं पाएगा। इसके समाधान के लिए सप्ताह में “थ्री डेज वर्किंग सिस्टम”* को अपनाने की बात की गई।
एसजीटीटीए के महासचिव सुनील जैन ने बताया कि 95% व्यापारियों का कहना था कि मार्केट बंद नहीं होना चाहिए क्यूँकि बहुत मुश्किल से काम काज थोड़ी थोड़ी गति प्राप्त कर रहा है और बंद करना कोरोना संक्रमण का कोई समाधान नहीं है और इसका संदेश नीचे की मंडियों में भी अच्छा नहीं जाएगा। साथ ही टेक्सटाइल उद्योग जो कि पहले ही लेबर की समस्या से जुझ रहा है।
लेबर पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। कई व्यापारियों ने स्वैच्छिक बंद की भी पहल की। इस पर ज्यादा व्यापारियों का कहना था कि जितने दिन का काम है उतने समय या दिन के लिए अपनी दुकान खोले और एक नोटिस चिपका कर जिसमें फर्म का नाम, मालिक का नाम, मोबाइल नंबर, संपर्क सूत्र आदि की पूरी जानकारी लिख कर दुकान बंद रख सकते हैं।
अभी भी ऐसा मार्केट में हो रहा है और स्वैच्छिक बंद की पहल को सराहा भी जा रहा है। सूरत में कोरोना संक्रमण उग्र रूप में है ऐसे में खुद के साथ साथ अपने परिवार, स्टाफ, घर, प्रतिष्ठान आदि सभी जगहों पर बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है. जैसे स्टाफ आदि जो लोग भी दुकान में आते हैं।
उनका मार्केट के एंट्री गेट पर थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड सेनिटाइज होता है किन्तु जब वो दुकान पर ड्यूटी पर आते हैं उस समय और छुट्टी के समय भी उनकी थर्मल स्क्रीनिंग होनी चाहिए ताकि यदि किसी व्यक्ति के तापमान में फर्क़ है तो उनका उचित उपचार किया जाए. हाथों को बार बार सेनिटाइज करने के साथ ही अपने वर्किंग टेबल, फर्निचर आदि को भी दिन में दो बार सेनिटाइज करना चाहिए।
मीटिंग मे व्यापारियों ने ऑड इवन सिस्टम” से दुकानें खुलने के नियम में एक समस्या बताई कि जिस किसी ऑड नंबर वाले दुकानदार को इवन नंबर वाले दुकानदार को कोई डिलिवरी देनी है या अन्य कोई काम है तो उनका काम तो हो ही नहीं पाएगा। इसके समाधान के लिए सप्ताह में “थ्री डेज वर्किंग सिस्टम” को अपनाने की बात की गई।
चूँकि मार्केट में कामकाज का जोर भी नहीं है, दुकानें भी 50-60% ही खुल रही हैं, स्टाफ आदि की कमी के साथ साथ एजेंट, आढ़तियों और ग्राहकों की आवाजाही भी बहुत कम है. फिलहाल कपड़ा मार्केट सोमवार, बुधवार और शुक्रवार सप्ताह में तीन दिन ही खुले तो भी पर्याप्त है। मीटिंग की अध्यक्षता सावरप्रसाद बुधिया ने की। मीटिंग के अंत में कोषाध्यक्ष सुरेंद्र जैन सभी उपस्थित मेंबरों का आभार प्रकट किया.
एसजीटीए ने व्यापारियों से अपील की
टेक्सटाइल मार्केटों के पदाधिकारियों एवं प्रमुखों से निवेदन करती है कि अपने सभी दुकानदार भाईयों के मन से सूरत महानगर पालिका के बारे जो भय है उसको दूर करें। पालिका ने जो गाइड लाइन जारी किए हैं। उसका उद्देश्य आपको डराना नहीं ब्लकि आपको सजग और सुरक्षित रखने का है। जैसे यदि कोई दुकानदार ए.सी. में बैठा है और उसने एन. 95 मास्क नहीं पहना है तो उसके संक्रमित होने का पूरा पूरा खतरा है।क्यूँकि ए.सी. ऑफिस दुकान में यदि कोई संक्रमित व्यक्ति प्रवेश करता है तो वायरस हवा में काफी देर तक जिंदा रहता है। इसलिए ए.सी. ऑफिस या दुकान में सिर्फ *एन.-95* मास्क का ही उपयोग करना चाहिए।
साथ ही मार्केट में दुकानदारों को स्टाफ आदि की संख्या के बारे में भी एक निश्चित गिनती फिक्स करनी चाहिए? जैसे प्रति दुकान 2 स्टाफ या जिनका 12 दुकान का गाला है। उनके यहा 15 स्टाफ दुकान की साइज़ वगैरह को देख कर तय करें।
साथ ही मार्केट के पैसेज आदि जगह भी बिलकुल खाली रहें ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए। साथ ही मार्केट में काढ़ा पिलाने की व्यवस्था मार्केट स्तर पर अथवा दुकानदारों द्वारा अपने स्तर पर प्रत्येक दुकान पर करनी चाहिए। यदि सभी लोगों को काढ़ा सुलभ कराया जाए तो इसका लाभ अवश्य मिलेगा।