सूरत
लॉकडाउन के कारण देश के अलग-अलग कोने में फंस गए लोगों के लिए अच्छी खबर है। केन्द्र सरकार ने उनके लिए घर जाने की छूट दी है। प्रवासी, मजदूर और छात्रों के लिए जारी इस छूट के कारण लाखों लोगों को लाभ होगा। इसके लिए राज्य सरकारें बसों का इंतजाम करेंगी। गृह मंत्रालय ने इसका आदेश बुधवार को जारी कर दिया है। मंत्रालय ने गाइडलाइन राज्यों को भेजी है। इसमें बताया गया है कि कैसे सरकारें इन फंसे हुए लोगों को उनके घर तक पहुंचाने का काम कर सकती हैं।
हालाकि सरकार ने इस बात का ध्यान भी रखा है कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने जाने के कारण कोई नई समस्या न हो जाए।
केन्द्र सरकार की ओर से दी गई निर्देशिका के अनुसार अगर किसी राज्य में फंसा व्यकित अपने राज्य में जाना चाह रहा है तो इसके लिए दोनों राज्यों की सरकारें आपस में चर्चा कर जरूरी कदम उठाएं। रोड टांसपोर्टेशन के माध्यम से ले जाने-ले आने की व्यवस्था होगी। लोगों को भेजने से पहले सभी की मेडिकल जांच की जाए। अगर कोरोना वायरस संक्रमण का कोई लक्षण नहीं पाया जाए तो ऐसे लोग यदि वतन जाना चाहते हैं तो उनके लिए व्यवस्था करने को कहा है।
साथ ही यह भी कहा है कि बसों की व्यवस्था की जाए। इन बसों को अच्छी तरह से सैनिटाइज किया जाए। साथ ही इसमें बैठने के दौरान शारीरिक दूरी के नियम अपनाए जाएं।लोगों के उनके गंतव्य स्थान पहुंचने पर सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम को उनकी जांच करनी होगी। इसके बाद उन्हें घरों में अलग रहना होगा।
आवश्यकता पड़ने पर उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में भी रखा जा सकता है। इन सभी लोगों की समय-समय पर मेडिकल जांच की जाएगी। इसके लिए लोगों को आरोग्य सेतू एप भी डाउन लोड करने को कहा जाएगा। इससे उन की परिस्थिति पर नजर बनी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि इस फैसले के कारण देशभर में लाखो श्रमिको को लाभ होगा। क्योंकि लॉकडाउन के कारण देश भर में लाखो श्रमिक अलग-अलग राज्यों में फस गए थे। कुछ दिनो तक तो उन्होंने जैसे तैसे चला लिया, लेकिन अब उनके पास रूपए नहीं है। सामाजिक संस्थाओ और राज्य सरकार की ओर से मिलने वाली मदद के सहारे वह जीवन व्यापन कर रहे है।
देश के कई हिस्सों में श्रमिको ने प्रशासन से वतन जाने की गुहार भी लगा रखी थी। यह छूट मिलने के बाद दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, सूरत, हरियाणा, पंजाब जैसे कई शहरों में जहा कि ब़डी संख्या में श्रमिक है उन्हें वतन लौटने की उम्मीद जगी है।